![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/70053984/photo-70053984.jpg)
देहरादून उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत के निधन के लगभग एक महीने बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर खाली पड़े तीन मंत्री पदों को भरने का दवाब है। मंत्रिमंडलीय विस्तार इस लिए भी जरूरी हो गया है क्योंकि वित्त, आबकारी, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), गृह, ग्रामीण विकास समेत 42 विभाग मुख्यमंत्री के पास हैं। रावत ने मार्च में जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तो उनके मंत्रिपरिषद में सिर्फ नौ मंत्री शामिल किए गए थे और दो पद खाली थे। पिछले महीने पंत के निधन के बाद एक और पद खाली हो गया। रावत के नजदीकी एक सूत्र ने बताया, ‘मंत्रिमंडल का विस्तार करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। मुझे लगता है कि वे इस संबंध में जल्दी कोई फैसला लेंगे।’ विधायक मुन्ना सिंह चौहान शीर्ष दावेदार देहरादून में विकासनगर विधानसभा से विधायक मुन्ना सिंह चौहान वित्त और संसदीय मामलों के मंत्रालय के शीर्ष दावेदार हैं। पंत इन दोनों विभागों को संभालते थे। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक शीर्ष नेता का कहना था, ‘चौहान एक कुशल नेता हैं और बहुत वरिष्ठ विधायक हैं। मुझे लगता है कि मंत्रिमंडलीय पद के लिए उन पर विचार होना चाहिए।’ बिशन सिंह शुफल और हरबंस कपूर भी दौड़ में पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी की प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष और पिथौरागढ़ मे दीदीहाट विधानसभा से विधायक बिशन सिंह शुफल और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा देहरादून कैंट से विधायक हरबंस कपूर भी बीजेपी के उन शीर्ष नेताओं में हैं जो मंत्री पद के दावेदार हैं। हालांकि मुख्यमंत्री पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं। पिछले सप्ताह विधानसभा के तीन-दिवसीय संक्षिप्त सत्र के दौरान, मुख्यमंत्री ने अंतरिम व्यवस्था के तौर पर संसदीय मामलों का विभाग ग्रामीण विकास मंत्री मदन कौशिक को दे दिया था। इस मामले में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अजय भट्ट ने भी उम्मीद जताई कि जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार होगा। पार्टी की राज्य इकाई के अधिकांश नेता मंत्रिमंडल में विस्तार चाहते हैं।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/2LxYe8Q
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें