नैनीताल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की टीम ने नैनीताल की बुनियाद माने जाने वाले बलिया नाले के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दूसरे दिन भी सर्वे किया। की टीम इस सर्वे के लिए हाई रेजॉलूशन ड्रोन सर्वेक्षण और जीपीएस का इस्तेमाल किया। जिलाधिकारी सविन बंसल की पहल पर और आसपास की पहाड़ियों का हाई रेजॉलूशन ड्रोन मैपिंग सर्वे किया जा रहा है। इसरो की टीम के सदस्यों ने ड्रोन कैमरे की मदद से हवाई क्षेत्र से भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का सर्वे किया और इस पूरे सर्वे की विडियो रिकॉर्डिंग भी की। ड्रोन सर्वे की मदद से फिजिकल सर्वे, कन्टूर और रिस्क मैपिंग भी होगी। मंगलवार को की टीम भी सर्वे के लिए पहुंच गई। उन्होंने हरिनगर बलिया नाला क्षेत्र का संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ भ्रमण कर क्षेत्र के भू-कटाव और भू-धंसाव का निरीक्षण किया। जल्द ही रिपोर्ट सौंपेंगी इसरो और जीएसआई की टीमें उन्होंने बताया कि अभी दो दिन और बलिया नाला क्षेत्र का निरीक्षण किया जाएगा। इन सर्वेक्षणों के माध्यम से क्षेत्र के खतरे की जद में आने वाले भवनों का भी चयन होगा साथ ही बलिया नाला का पूर्णकालिक उपचार क्या हो इसके भी सुझाव दिए जाएंगे। इसरो और जीएसआई की टीमों द्वारा निरीक्षण रिपोर्ट और दिए सुझाव शीघ्र ही शासन को सौंपे जाएंगे। इस सर्वे के दौरान जीएसआई के वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक सेवावृत्त दास, सहायक भू-वैज्ञानिक आशीष प्रकाश, इसरो टीम लीडर डॉ.सोबन और उनकी टीम सहित अपर जिलाधिकारी एसएस जंगपांगी, उप जिलाधिकारी विनोद कुमार, आपदा प्रबन्धन अधिकारी शैलेश कुमार और सिंचाई, नगर पालिका के अधिकारी मौजूद थे।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/2kbSIxb
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें