देहरादून उत्तराखंड में 31 मार्च (मंगलवार) को लॉकडाउन के कारण फंसे लोगों को राहत देने के लिए दिया गया आदेश राज्य सरकार ने वापस ले लिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी निर्देशों में एक जिले से दूसरे जिले में मूवमेंट को भी रोके जाने को कहा गया है। हमें देश को कोरोना से मुक्त करने के लिए और सख्ती से लॉकडाउन को लागू करना है। इससे कुछ कष्ट हो सकता है परंतु यह हम सभी के हित में है। गौरतलब है कि पहले मुख्यमंत्री ने कहा था कि 31 मार्च को सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे तक प्रदेश के भीतर जो लोग एक जिले से दूसरे जिले में जाना चाहते हैं, वे लोग जा सकेंगे। केवल मंगलवार के लिए ही यह अनुमति होगी। एक दिन का यह विंडो इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि जगह-जगह से ऐसी खबरें आ रही थी कि बहुत से लोग अपने काम से आए हुए थे और लॉकडाऊन के कारण अपने घर से बाहर फंसे हुए हैं। इसके लिए बसों व टैक्सियों को सेनेटाइज करवाया जाना होगा। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना जरूरी होगा। फंसे लोगों के लिए खुला उत्तराखंड सदन इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में जो उत्तराखंडवासी फंस गए हैं उनके लिए उत्तराखंड सदन खोल दिया गया है। वहां उनके भोजन, मेडिकल आदि की व्यवस्था भी है। इसी प्रकार मुंबई में भी उत्तराखंड भवन को लॉकडाऊन में फंसे उत्तराखंड के लोगों के लिए ओपन किया गया है। दो तीन दिन में 500 चिकित्सकों की भर्ती करने जा रहे हैं। इससे हमारे यहां डॉक्टर पर्याप्त संख्या में हो जाएंगे।
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