गुरुवार, 30 दिसंबर 2021

Uttarakhand Chunav 2022 : उत्तराखंड के इन गांवों में नहीं बनी सड़क, ग्रामीण करेंगे विधानसभा चुनाव का बहिष्कार

रजनीश कुमार, उत्तरकाशीउत्तरकाशी के नौगांव प्रखंड में बनाल पट्टी स्थित जिले के अंतिम अरुण और गौल गांव के लोगों को देश की आजादी के बाद अब तक सड़क की सुविधा नहीं मिल पाई है। इससे आज भी ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधा के लिए लोगों को कई किलोमीटर की पैदल दुर्गम यात्रा कर मरीजों को डंडे व कंबल में बांध कर सड़क मार्ग तक पहुंचाने को विवश हैं। इसी के चलते आगामी उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले ग्रामीणों ने सड़क नहीं तो वोट नहीं, का फैसला किया है। बता दें कि बीते रोज गांव के एक 80 वर्षीय बुजुर्ग कुन्दन सिंह की तबीयत अचानक खराब हो गई। परिजनों व ग्रामीणों ने कुन्दन सिंह को एक डंडे में कंबल बांध कर कई किलोमीटर के दुर्गम पैदल मार्ग को पार कर किसी तरह मुख्य सड़क मार्ग तक पहुंचाया। जहां से वाहन की व्यवस्था कर कुन्दन सिंह को अस्पताल भिजवाया गया। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता रोहित जुड़ियाल ने सरकार पर ग्रामीण क्षेत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तरकाशी जिले में बनाल पट्टी के अंतिम गांव गौल व अरुण तक सड़क न होने से ग्रामीणों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि वर्ष 2015 में तत्कालीन सरकार ने गांव तक के लिए सड़क मार्ग को स्वीकृति किया था। लेकिन संबंधित कार्यदायी विभाग व सरकार ने सड़क मार्ग की सुध नहीं ली। उन्होंने बताया कि गांव में गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित प्रसव की सुविधा न होने के कारण कच्चे दुर्गम पैदल रास्तों पर पैदल चलकर परिजन व ग्रामीण डंडे में कंबल की डोली बनाकर गर्भवती महिलाओं को मुख्य मार्ग तक पहुंचाने को विवश है। नहीं देंगे विधानसभा चुनाव में वोटग्रामीणों ने बैठक कर सरकार पर वादाखिलाफी करने व उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अगामी विधानसभा चुनाव में सड़क नहीं तो वोट नहीं का निर्णय लिया है। बैठक में सुरेश जुड़ियाल, दीपेंद्र चौहान, कपिल चौहान, संदीप चौहान, खेमराज, मनमोहन, प्रकाश जुड़ियाल, रविंद्र जुड़ियाल, नरेश व अमित आदि ग्रामीण शामिल हुए।


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