करन खुराना, हरिद्वारहरिद्वार में धर्म संसद को लेकर कोर कमेटी की बैठक आयोजित हुई। बैठक में फैसला लिया गया कि आगे भी धर्म संसद जारी रहेगी। धर्म संसद के प्रमुख वसीम रिज़वी अब जितेंद्र नारायण त्यागी, जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतिनरसिंघनन्द, स्वामी अमृतानंद व अन्य लोगों ने अपनी जान का खतरा बताते हुए पुलिस को एक तहरीर भी सौंपी है। बता दें कि हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर को एक धर्म संसद का आयोजन किया गया था। इस धर्म संसद में धर्म विशेष समुदाय के खिलाफ कुछ ऐसे बयान दिए गए जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वसीम रिज़वी अब जितेंद्र नारायण त्यागी और अन्य दो साधुओं के विरुद्ध आईपीसी की धारा 153 क (धार्मिक उन्माद फैलाने) के अंतर्गत हरिद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। मंगलवार को धर्म संसद की एक कोर कमेटी की बैठक आयोजित हुई, जिसमें जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतिनरसिंघनन्द, वसीम रिज़वी अब जितेंद्र नारायण त्यागी और अन्य महामंडलेश्वर समेत 30 लोगों की एक कोर कमेटी बनाई गई। इसमें फैसला किया गया कि अब धर्म संसद होती रहेगी। सीओ सिटी ने मामले में जांच के आदेश दिए वसीम रिज़वी अब जितेंद्र नारायण त्यागी ने नवभारतटाइम्स ऑनलाइन को बताया कि एक कोर कमेटी की बैठक हुई थी, जिसमें धर्म संसद जारी रखने का फैसला लिया गया है। साथ ही हरिद्वार कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राकेंद्र कठैत को एक तहरीर दी गई है। जितेंद्र नारायण त्यागी ने बताया की तहरीर में मस्जिदों के इमाम और अन्य लोग जो हमारी हत्या कराना चाहते है और हमारे ऊपर हमले का प्रयास भी कर चुके है, उन सब के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का निवेदन किया गया है। सीओ सिटी नगर शेखर सुयाल ने बताया कि साधु संतों की तरफ से तहरीर प्राप्त हुई है। हर बिंदु पर जांच के आदेश दिए गए है, जांच हो जाने के बाद मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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