करन खुराना, हरिद्वार मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद 23 फरवरी से फिर से अनशन पर बैठने जा रहे हैं। स्वामी शिवानंद बांध परियोजना और खनन बंद होने की मांग को लेकर अनशन पर बैठेंगे। हरिद्वार स्थित मातृ सदन एक ऐसी संस्था है जो सालों से गंगा में हो रहे अवैध खनन और बांध परियोजना को बंद करने की मांग को लेकर सैकड़ों बार अनशन कर चुकी है। बांध परियोजना और खनन के विरुद्ध अनशन करते हुए मातृ सदन के तीन सदस्य अपने प्राण न्योछावर कर चुके हैं। स्वामी निगमानंद, स्वामी गोकुलानंद और प्रफेसर जीडी अग्रवाल उर्फ स्वामी ज्ञानस्वरूप सानद बांध परियोजना और खनन के विरुद्ध अनशन पर बैठे-बैठे अपने प्राणों की आहुति दे गए। इसी के साथ 62 दिन तक अनशन पर बैठी साध्वी पद्मावती गंभीर रूप से बीमार हो गई थीं, जो फिलहाल अपनी बीमारी से उबर रही हैं। मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने बताया कि सितंबर 2020 में सरकार ने झूठे आश्वासन देकर अनशन समाप्त कराया था। कुछ महीने इंतजार करने के बाद एक पत्र सरकार को भेजा है, अगर एक हफ्ते में सरकार न समझी तो 23 फरवरी से अनशन पर बैठा जाएगा। '...तो यह आपदा ना देखनी पड़ती'स्वामी शिवानंद ने बताया की पिछली बार चार बांध परियोजना को बंद करने की मांग की थी जिसमें से एक तपोवन विष्णुगढ़ भी था। अगर यह परियोजना बंद होती तो आज यह आपदा नहीं देखनी पड़ती।
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