रविवार, 16 फ़रवरी 2020

क्या वाकई बदल रहे हैं सीएम? उत्तराखंड बीजेपी में चर्चा गरम

नई दिल्ली/उत्तराखंड दिल्ली चुनाव के नतीजे आने के बाद एक बार फिर से उत्तराखंड में सीएम बदलने की चर्चा गरम है। खासकर बीजेपी सर्कल में। में हर कोई यही चर्चा कर रहा है कि क्या सीएम को बदला जा रहा है। बीजेपी के भीतर तो कौन नया सीएम होगा उसे लेकर भी कयासबाजी शुरू हो गई है और सब अपने अपने समीकरणों के हिसाब से नाम बता रहे हैं। हालांकि सीएम के करीबी इस तरह की चर्चाओं को नकार रहे हैं। सोमवार को उत्तराखंड सरकार ने दिल्ली के राष्ट्रीय पुलिस मैमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम रखा है, जिसमें उत्तराखंड से बीजेपी के सभी सांसदों के साथ ही उत्तराखंड के मंत्रियों और सभी विधायकों को भी आना है। इसे सीएम के शक्ति परीक्षण के तौर पर भी देखा जा रहा है। सीएम रावत से नाराज हैं विधायक ! वैसे तो उत्तराखंड में सीएम को लेकर विधायकों के बीच नाराजगी की सुगबुगाहट काफी वक्त से चल रही है, लेकिन दिल्ली चुनाव के नतीजों के बाद इसने जोर पकड़ लिया। बीजेपी की वहां प्रचंड बहुमत की सरकार है, इसलिए कोई विधायक खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है लेकिन अनौपचारिक बातचीत में वह भी चर्चा कर रहे हैं। एक नेता ने कहा कि जिस तरह दिल्ली के नतीजे आए और उससे पहले झारखंड में बीजेपी की सरकार गई उससे हमारी चिंता बढ़ी है। 2022 की शुरूआत में उत्तराखंड में चुनाव होने हैं और कई लोगों को यह लग रहा है कि अगर मौजूदा सीएम के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे तो कहीं नतीजे उम्मीद के विपरीत न आएं। निशंक और का नाम आगे पार्टी के भीतर तो चर्चा चल ही रही है, इसके साथ ही यह चर्चा उत्तराखंड में संघ के लोगों तक भी पहुंची है। ऐसा कहा जा रहा है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत संघ के बैकग्राउंड के हैं, इसलिए संघ की तरफ से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन विधायक और पार्टी के ही कुछ सीनियर नेता दबाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। रावत की जगह पर कौन सीएम हो सकता है और किसका नाम चल रहा है इसका जवाब उत्तराखंड बीजेपी के नेता अपने अपने तरीके से दे रहे हैं। लेकिन कुल मिलाकर वे दो नामों का जिक्र कर रहे हैं। एक केंद्र सरकार में मंत्री का और दूसरा रावत की टीम में ही मंत्री सतपाल महाराज का। एक बीजेपी नेता ने कहा कि सतपाल महाराज के समर्थकों की बड़ी संख्या के बावजूद उनका पुराना कांग्रेसी होना उनके खिलाफ जा सकता है। दूसरी तरफ, कहा जा रहा है कि निशंक केंद्र छोड़कर फिलहाल राज्य की राजनीति में वापस नहीं जाना चाहते। 2022 की शुरुआत में ही चुनाव हैं और जिस तरह लोकसभा चुनाव के बाद एक के बाद एक राज्य में बीजेपी की उम्मीद के विपरीत ही नतीजे आ रहे हैं, उससे सब थोड़ा घबराए हुए भी हैं।


from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/2HsfUPR

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें