सोमवार, 23 सितंबर 2019

केदारनाथः उड़ान भरते समय दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बचा हेलिकॉप्टर

देहरादून उत्तराखंड के चमोली जिले में का हेलिकॉप्टर केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरते समय दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बचा। हेलिकॉप्टर का पिछला हिस्सा जमीन पर टकरा गया, जिससे वह अनियंत्रित हो गया। इसमें सवार लोगों को किसी तरह की कोई चोट नहीं आई है। गौरतलब है कि हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की केदारनाथ में यह पहली घटना नहीं है। साल 2013 की के दौरान भी रेस्क्यू करते समय वायु सेना के एमआइ-17 हेलिकॉप्टर समेत तीन हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुए थे। इन दुर्घटनाओं में 23 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। 25 जून 2013 को वायु सेना का एमआइ-17 हेलीकॉप्टर गौचर से गुप्तकाशी होते हुए आपदा में मारे गए लोगों के दाह-संस्कार की लकड़ी लेकर केदारनाथ पहुंचा था। केदारनाथ में लकड़ी छोड़कर जब हेलीकॉप्टर वापस लौट रहा था तभी अचानक मौसम खराब हो गया। इस दौरान गौरीकुंड के पास दोपहर लगभग दो बजे हेलीकॉप्टर पहाड़ी से टकराकर क्रैश हो गया। हादसे की सूचना शाम साढ़े चार बजे मिल पाई और दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर को ढूंढने में भी दो दिन लग गए। इस हेलिकॉप्टर में सवार सभी 20 लोग काल का ग्रास बन गए थे। इसमें वायु सेना के दो पायलट समेत पांच क्रू-मेंबर, एनडीआरएफ के नौ सदस्य और आइटीबीपी के 6 सदस्य शामिल थे। 28 जून को केदारनाथ से दो किमी दूर गरुड़चट्टी के पास एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर भी क्रैश हो गया। हादसे में पायलट और को-पायलट समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी। यह हेलीकॉप्टर भी राहत एवं बचाव कार्य में लगा हुआ था। इससे पूर्व 19 जून को रेस्क्यू के दौरान जंगलचट्टी में भी एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हालांकि, इस दुर्घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।


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