बुधवार, 1 सितंबर 2021

नैनीताल में बारिश के कारण लगातार हो रहे भूस्खलन, डीएसबी हॉस्टल पर खतरा, कई मार्ग आवागमन के लिए बंद

विनिता कुमार, नैनीताल उत्तराखंड के नैनीताल में मंगलवार को भूस्खलन का मलबा डीएसबी स्कूल के परिसर स्थित महिला छात्रावासों की ओर गिर रहा है। इसके चलते सुरक्षा की दृष्टि के तहत महिला छात्रावासों को खाली करा दिया गया है। वहीं ठंडी सड़क पर बारिश के बाद बीते कई दिनों से लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिससे कई बार मल्लीताल जाने वाला मार्ग मलबा और बोल्डर आने से बाधित हुआ। वहीं देर रात से लगातार हो रहे भारी भूस्खलन से मलबा जोरदार धमाके की आवाज के साथ नैनीताल झील में समा गया जबकि भूस्खलन का मलबा डीएसबी स्कूल के परिसर स्थित महिला छात्रावासों की ओर से गिर गया। नैनीताल के तल्लीताल थानाध्यक्ष विजय मेहता ने बताया कि सुरक्षा को देखते हुए ठंडी सड़क से मल्लीताल जाने वाला मार्ग आवागमन के लिए बंद कर दिया है। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार वर्मा ने जानकारी दी कि पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा गिर रहा है। ऐहतियात के तौर पर ठंडी सड़क के तल्लीताल के गेट को बंद कर दिया गया है और घूमने वाले गेट पर भी ताला लगा दिया गया है। वहीं मल्लीताल की ओर से शिव मंदिर के पास बैरीकेडिंग लगा दी गई है। पुलिस को गश्त लगाकर लोगों को रोकने के लिए कहा गया है। इससे लोगों की इस मार्ग पर सैर को प्रतिबंधित कर दिया गया है। साल 1998 में इसी स्थान के पास डीएसबी परिसर के गेट के पास बड़ी भूस्खलन की घटना हुई थी। लिहाजा एक ही स्थान पर लगातार हो रहे भूस्खलन से लोग पिछली घटना को याद कर सहमे हुए हैं। वहीं बीते 21 जुलाई को भी इसी स्थान के पास भारी मलबा आ चुका है। इसके साथ ही नगर पालिका मार्केट की ओर राजभवन के समीप सड़क धंसने से भारी मात्रा में पत्थर आए थे जबकि 3 जुलाई को ठंडी सड़क पर जाने वाले मार्ग पर स्थित वाईटीडीओ नाम के प्रतिष्ठान के ऊपर भारी भरकम बोल्डर गिर गया था। डीएसबी परिसर के निर्देशक प्रफेसर एलएम जोशी ने डीएसडब्लू एवं सहायक अभियंता के साथ छात्रावास का भ्रमण कर भूस्खलन का जायजा लिया। प्रफेसर जोशी ने जानकारी दी कि भूस्खलन की गंभीरता को देखते हुए केपी छात्रावास के बी ब्लॉक को खाली करा दिया गया है और छात्रावास में रहने वाली छात्राओं को ए ब्लॉक में शिफ्ट कर दिया गया है। इसके साथ ही डीएसडब्लू की ओर से नैनीताल के जिलाधिकारी सहित अन्य उच्चाधिकारियों को पत्र के माध्यम से तत्काल दैवीय आपदा के तहत इस मामले में कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है। वहीं डीएसबी प्रशासन भी पानी की निकासी सहित नालियों की मरम्मत का प्रस्ताव बना रहा है।


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