सोमवार, 20 सितंबर 2021

Narendra Giri Death News: महंत नरेंद्र गिरि के श‍िष्‍य आनंद ग‍िर‍ि को उत्तराखंड पुल‍िस ने पकड़ा, यूपी पुल‍िस हर‍िद्वार रवाना

हरिद्वार अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि ने अपने मठ बाघंबरी गद्दी में सोमवार की शाम कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। हालांक‍ि पुलिस को शव के पास से सूइसाइड नोट भी बरामद क‍िया है। बताया गया क‍ि सूइसाइड नोट में महंत ने अपने शिष्य आनंद ग‍िर‍ि से दुखी होने की बात कही। उधर, उत्तराखंड पुलिस ने उनके शिष्य आनंद गिरि को हरिद्वार में हिरासत में ले लिया है। उसे गिरफ्तार करने के लिए यूपी पुलिस हरिद्वार के ल‍िए रवाना हो गई है। हरिद्वार के एसएसपी योगेंद्र रावत के मुताबिक, यूपी पुलिस से सूचना मिली थी कि महंत नरेंद्र गिरि ने आत्‍महत्‍या की है। महंत के कमरे में एक सूइसाइड नोट सामने आया है, ज‍िसमें संत आनंद गिरि का नाम सामने आया है। इस सूचना पर हर‍िद्वार पुल‍िस एक्‍ट‍िव हुई। इसके बाद हरिद्वार पुलिस की एक टीम श्यामपुर के गाजावाली स्थित संत आनंद गिरि के आश्रम पहुंची और उन्हें हिरासत में लिया है। बताया गया है क‍ि यूपी पुल‍िस की एक टीम आनंद ग‍िर‍ि को अरेस्‍ट करने के ल‍िए वहां से रवाना हो गई है। मठ बाघंबरी गद्दी में पंखे से लटका म‍िला महंत का शव इससे पहले आईजी प्रयागराज रेंज केपी सिंह ने मठ बाघंबरी गद्दी में पत्रकारों को बताया कि शाम को पुलिस के पास फोन आया कि महाराज जी (महंत नरेंद्र गिरि) पंखे पर फांसी के फंदे पर लटक गए हैं। महंत के शिष्यों के मुताबिक, घटना के समय दरवाजा भीतर से बंद था और उन्होंने दरवाजा तोड़कर उन्हें फंदे से उतारकर जमीन पर लिटाया। सिंह ने बताया कि पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो महंत की मृत्यु हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला नजर आता है और घटनास्थल से सात-आठ पेज का सूइसाइड नोट भी मिला है जिसमें महंत ने अपने आश्रम के बारे में क्या करना है.. एक तरह से वसीयतनामा लिखा है। सूइसाइड नोट में महंत ने ल‍िखा- श‍िष्‍य से दुखी हूं आईजी ने कहा कि सूइसाइड नोट में महंत ने लिखा है कि वह अपने एक शिष्य से दुखी थे। सिंह ने कहा क‍ि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का निधन बहुत दुखद है। हम आगे की विवेचना कर रहे हैं। महंत जी दिन में जिस गेस्ट हाउस में रहते थे, उनका शव वहां मिला। उन्होंने बताया कि महंत ने अपने सूइसाइड नोट में इस कठोर कदम के पीछे कई कारण लिखे हैं और कई मार्मिक बातें लिखी हैं। सूइसाइड नोट की जांच कर रही पुल‍िस सिंह ने कहा कि फॉरेंसिक टीम सूइसाइड नोट की जांच कर रही है और महंत के शव का मंगलवार को पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की टीम अपना काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के आने के बाद महंत नरेंद्र गिरि के अंतिम संस्कार पर निर्णय किया जाएगा। सिंह ने कहा कि महंत ने अपने पत्र में समाधि बनाए जाने का भी जिक्र किया है, जिसपर अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी निर्णय करेंगे। उन्होंने कहा कि महंत के निधन की सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय को भी दे दी गई है और कल प्रोटोकॉल आने के बाद ही पता चलेगा कि कौन-कौन लोग यहां आ रहे हैं। प्रयागराज कुंभ मेले में महंत ग‍िर‍ि की थी अहम भूम‍िका दरअसल साल 2019 के प्रयागराज कुंभ मेले के भव्य आयोजन में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की अहम भूमिका रही थी। मेले के दौरान उन्होंने समय-समय पर शासन का मार्गदर्शन किया था। मठ बाघंबरी गद्दी में शाम छह बजे से ही भारी पुलिस बल तैनात था और मठ के आसपास के इलाकों में बैरिकेडिंग लगा दी गई थी। मठ में मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, पुलिस महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित सभी आला अधिकारी मौजूद थे। शिष्य आनंद गिरि का आरोप- बड़ी साजिश है उत्तराखंड पुलिस की ओर से ह‍िरासत में ल‍िए जाने से पहले महंत के शिष्य आनंद गिरि ने महाराज की मौत को साजिश करार दिया है। आनंद ने दावा करते हुआ कहा कि नरेंद्र गिरि की मौत सामान्य नहीं है, बड़ी साजिश हुई है। अभी मैं हरिद्वार में हूं, मंगलवार को प्रयागराज पहुंचकर देखूंगा क्या सच है।' नरेंद्र गिरी से विवादों पर आनंद गिरी ने कहा, 'मेरा उनसे नहीं, मठ की जमीन को लेकर विवाद था।' आनंद गिरी ने कहा, 'शक के दायरे में कई लोग हैं, उन्होंने ही नरेंद्र गिरी को मेरे खिलाफ किया।'


from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/3hPM0aY

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें