![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/82912103/photo-82912103.jpg)
करन खुराना, हरिद्वार बाबा रामदेव () और आइएमए (indian medical association) में छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। दोनों पक्षों की तरफ से बयान बन्द होने का नाम नहीं ले रहे है। बाबा रामदेव ने रविवार को ही चिठ्ठी () लिख कर अपना बयान वापिस लिए थे और खेद व्यक्त किया था। सोमवार को बाबा रामदेव का फिर से एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें वो लोगों को योग करवाते हुए डॉक्टरों का मजाक उड़ा रहे हैं। सोमवार को बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने एक खुला पत्र जारी किया गया जिसमें आइएमए और फार्मा कंपनी से 25 प्रश्न पूछे गए हैं। बाबा रामदेव ने इस पत्र में हेपटाइटिस, लीवर सोयराइसिस, हार्ट एनलार्जमेंट,शुगर लेवल1 और 2,फैटी लीवर,थायराइड,ब्लॉकेज,बाईपास,माइग्रेन,पायरिया,अनिद्रा,स्ट्रेस,ड्रग्स एडिक्शन,गुस्सा,आदि पर स्थायी इलाज को लेकर सवाल पूछे हैं। 'बिना ऑक्सीजन सिलिंडर के ऑक्सीजन बढ़ने की कोई दवा है?' बाबा रामदेव ने कोरोना के समय ऑक्सीजन प्रयोग होने को लेकर फार्मा कंपनी से सवाल किया। बाबा रामदेव ने पूछा कि क्या फार्मा कंपनी पर ऐसी कोई दवा है जिससे कोरोना संक्रमण के मरीज का बिना ऑक्सीजन सिलिंडर के ऑक्सीजन बढ़ जाए। ...तो फिर एलोपैथी के डॉक्टर तो बीमार होने ही नहीं चाहिए? बाबा रामदेव के पत्र में आखिरी सवाल सारे सवालों से बड़ा है। बाबा रामदेव ने पूछा कि अगर एलोपैथी सर्वशक्तिमान और सर्वगुण सम्पन्न है तो फिर एलोपैथी के डॉक्टर तो बीमार होने ही नहीं चाहिए? इस पत्र को देख कर ऐसा प्रतीत होता है कि बाबा रामदेव इस मुद्दे को शांत नही होने देना चाहते।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/3ufakX1
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें