तहसीलदार चमन सिंह ने बताया कि राजस्व तथा वन विभाग द्वारा चलाए जा रहे एक सप्ताह के विशेष संयुक्त अभियान के दौरान मोरी ब्लॉक के बंगाण क्षेत्र के चिंवा, माउंडा, बालचा और हिमाचल-उतराखंड सीमा से लगे देवल, किराणु, पावली, किरोली, हलटाडी, पासा सहित फते पर्वत क्षेत्र के खन्ना, मसरी पुजेली, खन्यासणी, सट्टा, किरोली समेत अन्य गांवों में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से अफीम की खेती की जा रही थी जिसे नष्ट कर दिया गया।
राजस्व पुलिस ने अफीम की खेती कर रहे खन्ना गांव के बाबूलाल और उसके पुत्र आशीष कुमार के विरुद्ध नशीली दवा एवं मादक पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस एक्ट) के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
उन्होंने बताया कि पंचगाई क्षेत्र के लिवाडी, फिताडी, पांवमला, लवासु, दुवासी, डामटी, थुनारा, झोटाडी, माउंडा, राला, कास्ला, जखोल, सावणी, सटूडी में भी भारी मात्रा में वन भूमि और निजी भूमि पर अवैध रूप से अफीम की फसल बोई गई है और उसे भी नष्ट करने के लिए जल्द ही अभियान शुरू किया जाएगा।
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