मंगलवार, 25 मई 2021

इंसानियत अभी जिंदा है...प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला की मदद को आगे आए जीआरपी पुलिस और रेलवे विभाग, अधिकारियों ने बीच रास्ते रुकवाई ट्रेन

देवेश सागर, हरिद्वारइस धरती पर इंसानियत अभी भी जिंदा है। ऐसा हम इसलिए कह रहे है, क्योंकि हरिद्वार में और का कोरोना आपदा काल में भी मानवीय चेहरा और इंसानियत तब देखने को मिली जब एक्सप्रेस ट्रेन में ट्रेन का सफर कर रही एक महिला को होने पर जरूरी चिकित्सीय उपचार के लिए पुलिस और रेलवे के अधिकारियों ने ट्रेन को बीच रास्ते मे ही लक्सर जंक्शन पर रुकवा दिया। दर्द से कराह रही थी महिला दर्द से कराह रही महिला को जीआरपी पुलिस और रेलवे के अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती कराया जहां उचित उपचार मिलने के बाद महिला ने बेटे को जन्म दिया है। आपको बता दे कि पंजाब के लुधियाना की एक फैक्ट्री में काम करने वाले अजय शाह पत्नी की डिलीवरी कराने के लिए अमृतसर हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन से बिहार के नवादा स्थित चकोर गाँव जा रहे थे। जब यह ट्रेन यूपी के सहारनपुर स्टेशन से चली तो बीच रास्ते मे उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने लगी। तबियत बिगड़ने पर महिला के पति ने टीटी से संपर्क किया। टीटी ने लक्सर में गाड़ी का स्टॉपेज ना होने के चलते फोन पर आलाधिकारियों से संपर्क किया। आलाधिकारियों के आदेश पर ट्रेन को बीच रास्ते मे लक्सर रेलवे स्टेशन पर रोका गया। इसी बीच लक्सर जीआरपी पुलिस को भी सूचना दे दी गई। वही ट्रेन रुकने से पहले ही जीआरपी ने एम्बुलेंस की व्यवस्था कर ली। मां और नवजात दोनों स्वस्थ महिला के ट्रेन से उतरते ही जीआरपी थाना प्रभारी सुभाष चंद्र ने (108) एम्बुलेंस की मदद से अजय शाह की पत्नी प्रतिभा देवी को लक्सर के डॉ भीमराव चैरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया जिसके बाद प्रतिभा ने नॉर्मल डिलीवरी से पुत्र को जन्म दिया है। फिलहाल माँ और नवजात दोनो स्वस्थ है। दो बेटियों के बाद पुत्र की प्राप्ति होने के बाद शाह परिवार में खुशी का महौल है। वही अजय शाह ने जीआरपी लक्सर थानाध्यक्ष सुभाष चन्द्र व उनकी टीम का आभार व्यक्त किया। हर तरफ हो रही पुलिस और रेलवे अधिकारियों की तारीफनॉन स्टॉप एक्सप्रेस ट्रेन को रुकवा प्रसव पीड़ा बर्दास्त कर रही महिला को उचित उपचार दिला जीआरपी पुलिस और रेलवे विभाग ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। जीआरपी पुलिस और रेलवे विभाग के तुरंत लिए गए निर्णय की वजह से जहां महिला को समय से उचित उपचार मिल सका तो वही पुत्र प्राप्ति ने महिला के जीवन को खुशियों से भी भर दिया है। इस परोपकार के कार्य को करने के लिए हरिद्वार जीआरपी पुलिस और रेलवे विभाग की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है।


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