रविवार, 23 मई 2021

पर्यावरणविद बहुगुणा की स्मृति में हरीश रावत ने मौन उपवास रखा

देहरादून, 23 मई (भाषा) कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने कोविड-19 से जिंदगी की जंग हार गए प्रसिद्ध पर्यावरणविद और चिपको आंदोलन के नेता सुंदरलाल बहुगुणा की स्मृति में रविवार को मौन उपवास रखा ।

यहां ओल्ड राजपुर रोड स्थित अपने घर में दिवंगत पर्यावरणविद के चित्र के साथ मौन उपवास पर बैठने से पहले रावत ने कहा कि एक छोटे से गांव में जन्मे पद्म विभूषण, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और एक पतली-दुबली सात्विक काया के स्वामी सुन्दरलाल बहुगुणा ने अपनी वैचारिक सोच से पूरी दुनिया और देश को प्रभावित किया।

रावत ने कहा कि सरकारों को अपनी बात मनवाने के लिये उन्होंने उपवास के अस्त्र का गांधीजी के तरीके से सदुपयोग किया । उन्होंने कहा कि उन्हें सत्ता का कभी लालच नहीं रहा और ऐसे महापुरूष को क्रूर कोरोना ने हमसे छीन लिया।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहा, ‘‘मैं अपने राज्य व देश के उन ऐसे हजारों भाई-बहनों को, जो हमारी व्यवस्थागत कमियों के कारण अपना उपचार नहीं करा सके या जिनका पूर्ण उपचार नहीं हो पाया, सारी दिवंगत आत्माओं को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं।’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने दिवंगत पर्यावरणविद के चित्र के सानिध्य में यह मौन उपवास इसलिये रखा ताकि सत्ता में बैठे लोगों तक इस भाव को पहुंचाया जा सके कि कोरोना से निपटने में अपनी पूरी शक्ति लगा दो । उन्होंने कहा कि दूसरे काम कल का इंतजार कर सकते हैं लेकिन जीवन बचाने का काम कल पर नहीं छोड़ा जा सकता ।

रावत ने कहा कि आज उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना ने भयावह दस्तक दे दी है और चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में दूर दराज और सीमांत क्षेत्रों के गांवों में लोग बिना किसी सहायता के मर रहे हैं ।

लोगों को बचाने के लिये काम करने, राज्य के संसाधन और पूरी ताकत लगाने का अनुरोध करते हुए रावत ने कहा कि वह दिवंगत पर्यावरणविद सहित उन सभी दिवंगत आत्माओं को याद करते हैं जो कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हैं ।

बहुगुणा की शुक्रवार को 94 वर्ष की उम्र में कोविड से मृत्यु हो गयी ।



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