अस्पताल प्रशासन के डीन प्रोफेसर यूबी मिश्रा ने बताया कि ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार के लिए एम्स में विशेषज्ञ चिकित्सकों की दो टीमें गठित की गई हैं जिनमें कान, नाक और गला (ईएनटी), न्यूरो, नेत्र, दांत और माइक्रोबायोलॉजी के चिकित्सक शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में एम्स में म्यूकरमाइकोसिस के 70 मरीज भर्ती हैं, ऐसे मरीजों की सर्जरी के लिए अलग-अलग ऑपरेशन थिएटर आरक्षित किए गए हैं।
मिश्रा ने बताया कि अब तक यहां इस रोग से पीड़ित छह मरीजों की मृत्यु हो चुकी है ।
मिश्रा ने बताया कि संस्थान में ब्लैक फंगस के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिसे देखते हुए दवा की पर्याप्त उपलब्धता के लिए राज्य सरकार से अनुरोध किया गया है।
एम्स ऋषिकेश में म्यूकरमाइकोसिस उपचार टीम के प्रमुख व ईएनटी विभाग के सर्जन डॉ. अमित त्यागी ने बताया कि मधुमेह के मरीजों को इस बीमारी से विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि बिना चिकित्सकीय सलाह के स्टेरॉयड का सेवन मधुमेह से पीड़ित कोविड मरीजों के लिए बेहद नुकसानदायक है।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/3fe5SDK
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें