शनिवार, 29 मई 2021

Baba Ramdev News: आमिर खान का वो वीडियो और योग गुरु की ललकार... IMA से 'जंग' में पीछे हटने को तैयार नहीं बाबा रामदेव

देहरादून एलोपैथिक डॉक्टरों और बाबा रामदेव के बीच छिड़ा विवाद खिंचता जा रहा है। बाबा रामदेव किसी भी तरह पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। वह लगातार डॉक्टरों को चुनौती दे रहे हैं। अब बाबा ने अभिनेता आमिर खान के होस्ट किए गए टेलीविजन शो 'सत्यमेव जयते' का एक काफी पुराना वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो को शेयर करके उन्होंने लिखा कि हिम्मत है तो आमिर खान के खिलाफ मोर्चा खोलें। इस वीडियो में डॉ. समित शर्मा नाम के एक एलोपैथ डॉक्टर बाजारों में उपलब्ध दवाओं की उच्च कीमतों के बारे में चर्चा करते दिख रहे हैं। बाबा ने लिखा कि 'इन मेडिकल माफियाओं में हिम्म्त है तो आमिर खान के खिलाफ मोर्चा खोलें।' सत्यमेव जयते का यह वीडियो किया शेयर बाबा रामदेव ने जो वीडियो शेयर किया है वह 2012 में प्रसारित सत्यमेव जयते के एक एपिसोड की क्लिप है। इसमें बताया गया है कि किस तरह डॉक्टर अपने फायदे के लिए मरीजों को कई गुना महंगी दवाएं खरीदने को विवश करते हैं। '50 गुना ज्यादा दामों पर बेचते हैं दवाएं' वीडियो में डॉ. शर्मा कह रहे हैं, 'दवाओं की वास्तविक कीमत काफी कम है। लेकिन जब हम उन्हें बाजार से खरीदते हैं, तो हमें वह दवाएं 50 गुना से ज्यादा रेट पर मिलती हैं। इन्हें ऊंचे दामों पर बेचा जाता है। भारत में 40 करोड़ से अधिक लोग अपने लिए दिन में दो वक्त की रोटी भी नहीं कर पाते हैं। क्या वे अधिक कीमत वाली दवाएं खरीद सकते हैं? इस बीच, आमिर खान चौंकते हुए पूछते हैं, 'कई लोग इस कारण (उच्च कीमत) दवाएं खरीदने में विफल रहते हैं?' क्या है जेनेरिक और ब्रैंडेड दवा में फर्क डॉ. शर्मा ने कहा, 'डब्ल्यूएचओ का कहना है कि आजादी के 65 साल बाद भी 65 फीसदी भारतीय आबादी के पास उच्च कीमतों के कारण आवश्यक दवाओं तक पहुंच नहीं है।' जेनेरिक मेडिसिन के बारे में वह समझाते हुए कहते हैं, 'दवा का मूल सॉल्ट जेनेरिक होता है। अगर सरल भाषा में कहें तो किसी को अगर सुबह शाम दूध पीने की सलाह दी जाती है, यह जेनेरिक हुआ, लेकिन डॉक्टर कहता है कि फला की दुकान का दूध पिओ। जब मरीज डॉक्टर के बताए गए ब्रैंड की दवा लेने जाता है तो उसे मनमाने दामों पर मिलता है।' '1.95 पैसे की मिलती हैं दस गोली और ब्रैंड बेचता है 117 रुपये में' डॉक्टर ने कहा कि जैसे डायबटीज की एक दवा जैसे 117 रुपये में मिलती है। उसकी जेनेरिट 1.95 पैसे में दस गोली मिलती हैं। दोनों में कोई फर्क नहीं है। इसी तरह ब्लड कैंसर की दवा के एक पैकेट की कीमत आमतौर पर 1.25 लाख रुपए होती है। वही जेनेरिक दवाएं लगभग 10,000 रुपए में खरीदी जा सकती हैं।' इस वीडियो में हुआ विवाद आईएमए ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए उस वीडियो पर आपत्ति जताई थी जिसमें रामदेव ने दावा किया है कि एलोपैथी ‘बकवास विज्ञान’ है। उन्‍होंने कहा था कि देश में औषधि महानियंत्रक की ओर से कोरोना के इलाज के लिए मंजूर की गई रेमडेसिविर, फेवीफ्लू और ऐसी अन्य दवाएं मरीजों का इलाज करने में असफल रही हैं। उन्होंने कहा था कि अगर एलोपैथी इतना ही अच्छा है तो डॉक्टरों को बीमार नहीं होना चाहिए। डॉक्‍टरों के विरोध के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रामदेव के बयान को 'बेहद दुर्भाग्यपूर्ण' करार देते हुए इसे वापस लेने को कहा था। इसके बाद रामदेव ने बयान वापस ले लिया था। ऐसे बढ़ता गया विवाद बाबा रामदेव ने बयान पर माफी मांगी लेकिन साथ ही आईएमए से 26 सवालों के जवाब मांगे थे। इधर आईएमए ने पतंजलि योगपीठ के प्रमुख स्वामी रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा है। इस नोटिस में कहा गया है कि बाबा रामदेव अपने बयान के लिए 15 दिनों के भीतर माफी मांगें, नहीं तो IMA उनके खिलाफ 1000 करोड़ रुपये का दावा ठोकेगा। इसके जवाब में बाबा कहते नजर आए कि किसी के बाप में दम नहीं जो बाबा रामदेव को गिरफ्तार कर सके।


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