ऋषिकेश उत्तराखंड में कोरोना के बीच ब्लैक फंगस के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। इसको देखते हुए एम्स ऋषिकेश ने अलग से म्युकर वार्ड तैयार किया है, जिसमें मेडिकल विभागों के पन्द्रह सदस्यीय डॉक्टरों की टीम तैनात है। वहीं, वार्ड में उपचार के लिए सभी आवश्यक उपकरणों, दवाइयों की व्यवस्था भी कर दी गई है। सही समय पर उपचार की जरूरत: एम्स निदेशक एम्स ऋषिकेश के निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर रविकांत ने बताया कि ब्लैक फंगस एक घातक एंजियोइनवेसिव फंगस संक्रमण है, जो मनुष्य के नाक के माध्यम से श्वास नली में प्रवेश करता है, लेकिन इससे घबराने की नहीं, बल्कि सही समय पर उपचार शुरू कराने की आवश्यकता है। ब्लैक फंगस पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की राय एम्स ऋषिकेश के कोविड नोडल अधिकारी डॉ. पीके पण्डा ने बताया कि ब्लैक फंगस के उपचार के लिए गठित 15 सदस्यीय चिकित्सकीय दल उक्त बीमारी का इलाज, रोकथाम और आम लोगों को जागरुक करने का कार्य कर रहा है। टीम के प्रमुख एवं ईएनटी विशेषज्ञ सर्जन डॉ. अमित त्यागी ने बताया कि ब्लैक फंगस के रोगियों के इलाज के लिए एम्स में अलग से एक म्यूकर वार्ड बनाया गया है, जिसमें सीसीयू बेड, एचडीयू बेड और अन्य आवश्यक चिकित्सीय व्यवस्थाएं की गई हैं। लक्षण का रखें विशेष ध्यान एम्स के चिकित्सकों के अनुसार, मरीज को तेज बुखार आना, नाक बंद होना, सिर दर्द, आंखों में दर्द, दृष्टि का क्षीण होना, आंखों के पास लालिमा होना, नाक से खून आना, नाक के भीतर कालापन आना, दांतों का ढीला होना, जबड़े में दिक्कत होना, छाती में दर्द होना आदि फंगस के प्रमुख लक्षण हैं। चिकित्सकों का कहना है कि उक्त बीमारी उन लोगों में ज्यादा देखी जा रही है, जो डायबिटीज की समस्या से पीड़ित हैं। बचाव और सावधानियां
- अपने आसपास के पर्यावरण को स्वच्छ रखें तथा ब्रेड, फलों, सब्जियों, मिट्टी, खाद और मल जैसे सड़ने वाले कार्बनिक पदार्थों से दूरी बनाए रखें।
- हायपरग्लेमिया को नियंत्रित रखना।
- स्टेरॉयड थेरेपी की आवश्यकता वाले कोविड-19 के रोगियों में ग्लूकोज की निगरानी करना।
- स्टेरॉयड के उपयोग के लिए सही समय, सही खुराक और सही अवधि का निर्धारण रखना।
- ऑक्सिजन थेरेपी के दौरान ह्यूमिडिफायर के लिए स्वच्छ और शुद्ध जल का उपयोग करें।
- एंटीबायोटिक्स व एंटी फंगस का प्रयोग केवल तभी करें, जब चिकित्सक द्वारा परामर्श दिया गया हो।
- बंद नाक वाले सभी मामलों को बैक्टीरियल साइनसिसिस के मामलों के रूप में न लें।
- ब्लैक फंगस के लक्षण महसूस होने पर मेडिसिन, ईएनटी व नेत्र विशेषज्ञों को दिखाने में देरी न करें।
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