देहरादून, तीन अक्टूबर :भाषा: माउंट त्रिशूल की चढ़ाई के दौरान लापता हुए हंगरी के पर्वतारोही की तलाश एवं बचाव के लिये उत्तराखंड राज्य आपदा प्रतिवादन बल :एसडीआरएफ: की तीन सदस्यीय टीम भी गुरूवार को आधार शिविर होमकुंड के पास पहुंच गयी । एसडीआरएफ सूत्रों ने बताया कि कल के विफल प्रयास के बाद सुबह एक बार फिर इस टीम ने वायुसेना के हेलीकॉप्टर से होमकुंड पहुंची । इससे पहले, कल भी टीम वायुसेना के हेलीकॉप्टर से होमकुंड रवाना थी लेकिन मौसम के अत्यधिक खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर को चमोली के गौचर क्षेत्र से वापस आना पडा था । हंगरी का छह सदस्यीय पर्वतारोही दल 7,120 मीटर उंचे त्रिशूल पर्वत के लिए रवाना हुआ था लेकिन एक सदस्य पीटर वीटेक :37: अभियान के दौरान रास्ते से लापता हो गया जिसकी सूचना इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन ने 30 सितंबर को चमोली जिला प्रशासन को दी । सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की कमांडेंट तृप्ति भटट ने आठ सदस्यीय बचाव टीम को पैदल रास्ते से माउंट त्रिशूल के लिये रवाना कर दिया था जो आवश्यक उपकरणों के साथ कल होमकुंड पहुंच गयी । एसडीआरएफ की इस टीम में माउंट एवरेस्ट, माउंट भागीरथी, माउंट सतोपंथ तथा माउंट त्रिशूल पर चढाई कर चुके अत्यधिक कुशल एवं अनुभवी जवान शामिल हैं ।
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