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देहरादून पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के दो आदेशों पर शुरुआत से ही विवाद था। अब नए सीएम तीरथ सिंह रावत ने इन आदेशों पर दोबारा विचार करने का फैसला किया है। देवस्थानम बोर्ड के फैसले के बाद पुरोहित समाज ने बड़े स्तर पर सरकार का विरोध किया था। हालात यह थे कि जिस दिन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस्तीफा दिया उस दिन गंगोत्री के पुरोहितों ने आतिशबाजी करने के साथ-साथ दीपावली मनाई थी। अब नए सीएम तीरथ सिंह ने संकेत दिए हैं कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र के आदेश पलट सकते हैं। पुरोहितों का कहना था कि बोर्ड का गठन करके सरकार पुरोहितों को अपने अधीन कर रही है और मंदिर पर कब्जा कर रही है। इसी के साथ गैरसैंण कमिशनरी के आदेश के बाद भी पार्टी के ही लोगों ने अपना विरोध दर्ज किया था। बजट सत्र के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा गैरसैंण को कमिशनरी घोषित किया। इस आदेश में मुख्यमंत्री द्वारा अल्मोड़ा को गैरसैण कमिशनरी में सम्मिलित कर दिया, जबकि अल्मोड़ा कुमाऊं मंडल का केंद्र बिंदु माना जाता है। इस आदेश के बाद लोगों ने असंतोष जाहिर किया और इस आदेश का भी विरोध शुरू हो गया। नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संकेत दिए है कि जनभावनाओं का ध्यान रखते हुए जल्द ही इन दोनों आदेशों पर पुनर्विचार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता जैसे चाहेगी वैसे होगा। इन दोनों मुद्दों पर अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा और विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान भी सीएम से मिले और इन दोनों मुद्दों पर जनाक्रोश की बात कही। इसके बाद मुख्यमंत्री ने दोनों ही मामलों पर सकारात्मक आश्वासन दिया।
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