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देहरादून उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत चर्चाओं से हटने का नाम नहीं ले रहे हैं। किसी अच्छी वजह से नहीं बल्कि अपने विवादित बयानों के कारण सीएम पदभार ग्रहण करने के बाद से ही रावत लगातार खबरों में हैं। नरेंद्र मोदी को राम-कृष्ण जैसा बताने और फटी जीन्स को लेकर बयान देने के बाद रावत ने फिर एक ऐसी बात कही है, जिस पर विवाद शुरू हो गया है। वहीं, इन सबके बीच सोमवार को वह दिल्ली पहुंचे हैं। यहां उनकी मोदी-शाह के साथ मीटिंग होनी है। जानकारी के मुताबिक, तीरथ सिंह रावत दिल्ली में चार दिन तक रहेंगे। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के अलावा अन्य कैबिनेट मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री की इस मीटिंग का मकसद तो साफ नहीं है लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। बीते दिनों अपना चार साल का कार्यकाल पूरा करने से कुछ दिन पहले ही त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। त्रिवेंद्र रावत को देना पड़ा था इस्तीफा रावत ने कहा था कि उनकी पार्टी ने उनसे कहा है कि अब किसी और को यह मौका देना चाहिए। इससे पहले उन्हें भी दिल्ली तलब किया गया था। बाद में बीजेपी के पर्यवेक्षकों के कार्यक्रम के बाद अचानक से प्रदेश का नेतृत्व बदल दिया गया। ऐसे में तीरथ सिंह रावत के दिल्ली दौरे को लेकर भी इसी तरह की सुगबुगाटह चल रही है। बीते दिनों सीएम पद की शपथ लेने के बाद से ही तीरथ सिंह रावत ने लगातार कई विवादित बयान दिए हैं। इससे पार्टी की काफी किरकिरी हुई है। तीरथ पर लिया जा सकता है ऐक्शन? माना जा रहा है कि इन बयानों को लेकर पार्टी उनके खिलाफ ऐक्शन लेने की तैयारी में है। कई राजनीतिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि उत्तराखंड में फिर से मुख्यमंत्री बदले जाने की आशंका गहरा गई है। मोदी-शाह की रावत के साथ मीटिंग का यही इशारा समझ आता है। इससे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी दिल्ली बुलाया गया था और उनकी कुर्सी चली गई थी और अब तीरथ भी दिल्ली जा रहे हैं। वह चार दिनों तक वह राजधानी में रहेंगे। कहा तो जा रहा है कि वह इस दौरान प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और अन्य कैबिनेट मंत्रियों से मुलाकात करेंगे लेकिन इन मुलाकातों का मकसद क्या है, यह आने वाले समय में ही पता चल पाएगा। विवादित बयानों को लेकर चर्चा में इससे पहले तीरथ सिंह रावत प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद से ही लगातार अपने बयानों के कारण चर्चा में रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राम-कृष्ण जैसा बताते हुए कहा था कि अपने सामाजिक कामों की वजह से आने वाले दिनों में मोदी वैसे ही भगवान की तरह पूजे जाएंगे, जैसे राम और कृष्ण को लोग पूजते हैं। इसके कुछ दिन बाद उन्होंने महिलाओं के ‘फटी जींस’ पहनने को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि औरतों को फटी जीन्स में देखकर उन्हें हैरानी होती है। ऐसी महिलाएं अपने बच्चों को क्या संस्कार देंगी। '20 बच्चे क्यों नहीं पैदा किए?' रावत के इस बयान की आलोचना अभी थमी भी नहीं थी कि उन्होंने फिर एक विवादित बयान दे दिया। रविवार को एक कार्यक्रम में तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना काल में सरकार की ओर से हर घर में प्रति यूनिट 5 किलो राशन दिया गया। जिनके 10 थे उनको 50 किलो, 20 थे तो क्विंटल भर राशन दिया गया। फिर भी कुछ लोगों को जलन होने लगी कि 2 वालों को 10 किलो और 20 वालों को क्विंटल भर मिला। इसमें जलन कैसी? जब समय था तो आपने 2 ही पैदा किए 20 क्यों नहीं पैदा किए। इसी कार्यक्रम में रावत ने यह भी कह दिया कि अमेरिका ने भारत को 200 सालों तक गुलाम बनाए रखा। रावत ने कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारत कोरोना संकट से निपटने के मामले में बेहतर काम कर रहा है। वहीं अमेरिका, जिसने हमें 200 साल तक गुलाम बनाए रखा और दुनिया पर राज किया, वर्तमान समय में संघर्ष कर रहा है।
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