हरिद्वार में समदृष्टि, क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल (सक्षम) की ओर से आयोजित नेत्र कुंभ का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कुंभ 12 साल में एक बार आता है और यह केवल प्रदेश ही नहीं बल्कि देश और दुनिया का कुंभ है जिसे भव्य बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।’’
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के दिशानिर्देशों का पालन करना है लेकिन किसी तरह की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।
रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अद्भुत कार्यशैली से तालाबंदी में भी लोगों का ध्यान सरकार ने रखा। उन्होंने 'मोदी है तो मुमकिन है' नारे का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हमें किसी को कुंभ में स्नान से वंचित नहीं रखना है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम दिव्य भव्य कुंभ का आयोजन कराने को तत्पर हैं और इसलिए महाशिवरात्रि पर शाही स्नान के दिन संत समाज पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत अभिनंदन किया।’’
रावत ने कहा कि हरिद्वार में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया जिससे साधु संत और आमजन के साथ ही व्यापारी वर्ग भी खुश हैं। उन्होंने कहा कि आगामी स्नानों में इसको और विस्तार दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तालाबंदी के दौरान कोविड-19 से बचाव के दिशानिर्देशों के उल्लंघन के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत 4500 लोगों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने के लिए आदेश जारी कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ में बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी तथा विशेष ट्रेनों के लिए भी उनका प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है और आने वाले समय में पूरे विश्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जय जयकार होती रहेगी।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि कुंभ को लेकर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अच्छे निर्णय लिए हैं और सरकार को आगे भी आस्था के इस हरिद्वार कुंभ को प्रयागराज से बेहतर कराने के लिए कार्य करना चाहिए।
सक्षम के राष्ट्रीय अध्यक्ष दयाल सिंह पंवार ने कहा नेत्र कुंभ का नारा 'जीते जीते रक्तदान, जाते जाते नेत्रदान' है। पतंजलि के बाल कृष्ण तथा हंस फाउंडेशन की माता मंगला ने भी सक्षम को नेत्र कुंभ में अपना सहयोग देने की बात कही।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/3rZ2bFG
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें