रविवार, 30 अगस्त 2020

अखाड़ा परिषद की मांग- अशोक सिंघल को मिले भारत रत्न, पालघर मामले की सीबीआई जांच कराए सरकार

पुलकित शुक्ला, हरिद्वार अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे दिवंगत अशोक सिंघल को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की है। हरिद्वार में अगले साल होने वाले महाकुंभ 2021 को लेकर बुधवार को जूना अखाड़ा में सभी तेरह अखाड़ों के प्रतिनिधियों की अखाड़ा परिषद की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई। बैठक में संतो ने भू-समाधि के लिए संतो को भूमि उपलब्ध कराने की मांग भी सरकार से की। बैठक में जिन प्रस्तावों को प्रमुख रूप से पास किया गया उनमें महाराष्ट्र के पालघर में हुई संतो की हत्या की जांच की मांग रही। अखाड़ा परिषद ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि जल्द ही संतो के प्रतिनिधि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से इस बारे में मुलाकात करेंगे। इस मौके पर अखाड़ा परिषद ने कहा कि हरिद्वार में अगले साल होने वाला महाकुंभ अपने तय समय पर होगा और उस समय सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के हिसाब से ही कुंभ का स्वरूप तय होगा। भू-समाधि के लिए जमीन दे सरकारः अखाड़ा परिषद अखाड़ा परिषद ने मांग की कि हरिद्वार में कुंभ कार्यों में तेजी लाई जाए और नए घाटों का नामकरण इष्ट देवों के नाम पर हो। भू-समाधि के लिए लंबे समय से चली आ रही भूमि की मांग को भी संतों ने दोहराया। अखाड़ा परिषद की बैठक में संतो ने एक सुर में सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही राज्य सरकार ने भू-समाधि के लिए हरिद्वार में संतो को अलग से जमीन उपलब्ध ना कराई तो विवश होकर अखाड़ों को अपने संतो को ब्रम्हलीन होने पर जल समाधि देनी पड़ेगी। इससे गंगाजल प्रदूषित होगा और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना के लिए भी सरकार जिम्मेदार होगी। संतो ने कहा कि आगामी कुंभ से पहले पहले राज्य सरकार को भू समाधि के लिए जमीन का चयन कर उसे अखाड़ों को सौंप देना चाहिए। जिससे जल समाधि पर रोक लगाई जा सके।


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