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देहरादून उत्तराखंड के मसूरी में रविवार को दोपहर 1 बजे कर्फ्यू लगा था। सब इंस्पेक्टर नीरज कठैत गश्त पर थे। रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा और उनका परिवार भी यहां आया था। विधायक ने मास्क नहीं पहना था, जिसके बाद नीरज ने उनका चालान कर दिया। विधायक उनसे भिड़ गए और जुर्माना सब इंस्पेक्टर के मुंह पर फेंककर मारा। यह घटनाक्रम वीडियो में कैद हो गया और कुछ ही घंटों में यह वायरल हो गया। अब सब इंस्पेक्टर का ट्रांसफर कर दिया गया है। मसूरी सर्कल ऑफिसर (सीओ) नरेंद्र पंत से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सब इंस्पेक्टर के तबादले का आदेश एसएसपी कार्यालय ने दिया है। नीरज को अब देहरादून से करीब 40 किलोमीटर दूर छोटे से कस्बे कालसी में अपनी जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं। यह वीडियो हुआ था वायरल वीडियो में नीरज को विधायक से पूछते हुए सुना जा सकता है, 'आप बिना मास्क और बिना सोशल डिस्टेंसिंग के कैसे घूम रहे हैं? घूमने की अनुमति नहीं है।' बत्रा ने उन्हें शांत रहने को कहा और बोले की पूरा समय वह और उनका परिवार मास्क लगाए थे। फिर विधायक का बेटा यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि वे लोग वे होटल वापस जा रहे हैं। नीरज ने कहा कि बत्रा को 500 रुपये का चालान देना होगा, जिसके बाद बत्रा ने उनके ऊपर रुपये फेंके और आगे बढ़ गए। सीओ ने कहा, एसएसपी के स्तर से हुआ ट्रांसफर सीओ पंत ने कहा था, 'अधिकारी बस निर्देशों का पालन कर रहे थे। हालांकि, हमने मामले की जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि दोनों तरफ से कोई कदाचार तो नहीं हुआ।' गुरुवार को उन्होंने कहा कि सब इंस्पेक्टर नीरज के मसूरी में तीन साल पूरे हो गए थे और पहले से ही उनका ट्रांसफर होने वाला था, इस घटना से उनके तबादले का कोई संबंध नहीं है। सब इंस्पेक्टर के समर्थन में आए लोग जैसे ही उनके तबादले की खबर फैली, स्थानीय लोग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से नीरज के सपॉर्ट में आ गए। मसूरी ट्रेडर्स असोसिएशन ने कठैत का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा और तहसीलदार से मुलाकात कर उनका तबादला रोकने की गुहार लगाई। संगठन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि विधायक ने कानून का उल्लंघन किया। पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस की सराहना की जानी चाहिए, न कि दंडित। कांग्रेस ने कहा करेंगे आंदोलन विपक्षी कांग्रेस ने कहा कि अगर नीरज का ट्रांसफर आदेश निरस्त नहीं किया गया तो वे आंदोलन शुरू करेंगे। पार्टी की मसूरी इकाई के अध्यक्ष गौरव अग्रवाल ने कहा। 'हम सरकार से सब इंस्पेक्टर के तबादले को रद्द करने का आग्रह करते हैं। यह विधायक ही थे जो कर्फ्यू के दौरान मास्क नहीं पहनकर और माल रोड पर बाहर निकलकर नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। पुलिसकर्मी ने केवल अपना कर्तव्य निभाया।'
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