नैनीताल नैनीताल जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटाबाग में कार्यरत महिला डॉक्टर ने गरीब परिवारों की चार बेटियों को अपनी बेटी मानते हुए, उनकी 12वीं तक की पढ़ाई का सम्पूर्ण जिम्मा उठा कर अन्य लोगों के लिए समाज में एक मिसाल कायम की हैं। महिला डॉक्टर की कोई बेटी नहीं है सिर्फ दो पुत्र है। और उनके पति हल्द्वानी नगर निगम में स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर कार्यरत है। परिवार की सहमति और सहयोग के बाद ही महिला डॉक्टर ने गरीब परिवार की बेटियों की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठा कर उन बच्चियों के लिए देवदूत बनकर सामने आई हैं। महिला डॉक्टर ने चार गरीब बच्चियों की पढ़ाई की ली जिम्मेदारी बीते 14 वर्षों से मरीजों का ईलाज कर रही महिला डॉक्टर ऐश्वर्या कांडपाल ने समाज में एक सराहनीय कार्य की शुरुआत की हैं। उन्होंने कोरोना काल मे जहाँ बीमार लोगों का उपचार किया। वहीं क्षेत्र के कोटाबाग ब्लॉक स्थित सीमांत गांव गेबुआ में रहने वाली चार गरीब छात्राओं मानसी गोस्वामी, संजना बिष्ट, दीक्षा नेगी व दीपाली जोशी की 12वीं तक की शिक्षा, स्कूल ड्रेस, कॉपी-किताबें, फीस और अन्य शिक्षण सामग्रीयों को पूरा करानें की जिम्मेदारी ली हैं। जिससें चारों छात्रायें अपनी पढ़ाई पूरी कर अपने परिवार का सहारा बन सकें। गरीब लड़कियों की पढ़ाई के माध्यम से समाज सेवा का दिया संदेश डॉक्टर ऐश्वर्या कांडपाल ने बताया कि आज समाज और पर्वर्तीय क्षेत्रों में गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण खास तौर पर लड़कियों की पढ़ाई बीच में ही छूट जाती हैं। तभी उन्हें गेबुआ गाँव में रहने वाली ऐसी ही लड़कियों के बारे में पता चला, तो उन्होंने स्वयं उनके घर जाकर उनके परिवार से बातचीत कर चारों बेटियों को आगे की पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। परिजनों की सहमति मिलने के बाद उन्होंने चारों लड़कियों की शिक्षा की जिम्मेदारी लेकर समाज को एक नया संदेश दिया। समय-समय पर जरूरतंद गरीब लड़कियों की करती है मदद डॉक्टर ऐश्वर्या कांडपाल ने बताया कि वह इससे पहले भी कई लड़कियों की परीक्षाओं और प्रतियोगिताओं की फीस जमा कर आर्थिक सहयोग कर चुकी हैं। अब उनके द्वारा चार लड़कियों की शिक्षा की सम्पूर्ण जिम्मेदारी उठा कर उनकी अपनी बेटी न होने की इच्छा-पूर्ति हो गई हैं।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/35NzZfJ
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें