रविवार, 20 जून 2021

उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश, गंगा नदी पर बना तटबंध टूटा, कई गांव जलमग्न... बाढ़ में लोग फंसे

देवेश सागर, हरिद्वार हरिद्वार के लक्सर खानपुर ब्लॉक क्षेत्र में चंदपुरी के पास गंगा नदी का तटबंध टूट जाने से कई गांव जलमग्न हो गए। तटबंध टूटने के कारण सैकड़ों बीघा खेती की जमीन पानी में डूब गई है। बढ़ते जल स्तर और सुरक्षा के दृष्टिगत प्रशासन लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहा है। उत्तराखंड (Uttarakhand) में पिछले 48 घंटे से पहाड़ों के साथ हरिद्वार में लगातार मूसलाधार बारिश (Rain) हो रही है। इससे गंगा नदी और गंगा की सहायक नदियां उफान पर हैं। नदियों में उफान के कारण तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थान पर जाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, दो दिन पूर्व ही लक्सर और खानपुर क्षेत्र के तटबंधों की सुरक्षा के लिए कर्मचारी तैनात कर दिए गए थे। इन सब के बावजूद गंगा में जलस्तर बढ़ने के कारण कमजोर तटबंध चंद्रपुरी गांव के पास अचानक टूट गया। तटबंध टूट जाने से क्षेत्र के अनेक गांव व सैकड़ों बीघा खेती की जमीन जलमग्न हो गई है। अभी भी कई लोग बाढ़ में फंसे क्षेत्र में तटबंध टूटने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचकर पीड़ित लोगों की सुरक्षा कर रहे हैं। एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि क्षेत्र के शेरपुर बेला गांव में बाणगंगा और गंगा नदी के बीच टापू पर खेती करने व खेतों की रखवाली करने गए लगभग 30 किसान इस अचानक आई बाढ़ में फंस गए हैं। इन 30 किसानों का मौके पर पहुंची पुलिस-प्रशासनिक टीम ने एनडीआरएफ (NDRF) और जल पुलिस की मदद से सुरक्षित रेस्क्यू किया है। वहीं, क्षेत्र में अभी कुछ अन्य स्थानीय लोगों के फंसे होने की संभावना जताई जा रही है। क्षेत्र में एनडीआरएफ की टीम और जल पुलिस लगातार रेस्क्यू (rescue) कार्य कर रही है। रात में मिली थी सूचना: SDM एसडीएम ने कहा कि शनिवार रात के समय सिंचाई विभाग के तटबंध टूटने की सूचना प्रशासन से प्राप्त हुई थी। रात के समय पुलिस और प्रशासन की टीम अलर्ट कर दी गई थी और मौके पर पहुंची थी। तटबंध टूटने से जिन गांव और मकानों में जल भर गया है, वहां से स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पुलिस और प्रशासन की टीम द्वारा पहुंचाया गया है।


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