करन खुराना, देहरादून उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को बुधवार सुबह पार्टी मुख्यालय द्वारा अचानक दिल्ली बुलाया गया है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के राजधानी में कई अहम कार्यक्रम निर्धारित थे लेकिन आनन-फानन में सभी कार्यक्रम रद्द कर मुख्यमंत्री दिल्ली की ओर कूच कर गए। मुख्यमंत्री के इस अविलंब दौरे से राजनीतिक गलियारों में अलग अलग तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। 10 सितंबर से पहले सीएम को बनना होगा विधानसभा का सदस्य27 जून से 29 जून तक रामनगर में आयोजित चिंतन बैठक में प्रदेश सभी बड़े नेता मौजूद थे। इस बैठक में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर महवपूर्ण मन्त्रणा हुई है। चिंतन बैठक के तुरंत बाद मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे ने तरह तरह की बातों को बल दे दिया है। उत्तराखंड में 10 सितंबर से पहले मौजूदा मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को विधानसभा का सदस्य निर्वाचित होना है। उत्तराखंड में गंगोत्री विधानसभा सीट भाजपा विधायक के निधन के बाद से खाली है। चर्चा है कि मुख्यमंत्री इसी सीट से उपचुनाव लड़ सकते हैं। मुख्यमंत्री परिवर्तन के लगाए जा रहे कयास वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में संवैधानिक संकट का मुद्दा उठा रखा है जिसके बाद ये भी क़यास लगाए जा रहें है कि एक बार फिर मुख्यमंत्री परिवर्तन हो सकता है। हालांकि भाजपा का कहना है कि सल्ट उपचुनाव में कांग्रेस हारने के बाद डर गई है इसीलिए अनर्गल बयान बाज़ी कर रही है प्रदेश में कोई संवैधानिक संकट नहीं है।
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