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करन खुराना, देहरादून उत्तराखंड की डीआईजी गढ़वाल का एक पत्र शनिवार को चर्चा का विषय बना रहा। पत्र में पुलिस उपाधीक्षक की ओर से रेस्पॉन्स इन्स्पेक्टर को आदेश दिए गए थे। इस आदेश में कहा गया था कि वह डीआईजी गढ़वाल के आवास पर नियुक्त गार्द कर्मियों को सेब के पेड़ की बंदरों से रक्षा करने को कहें, अन्यथा आवास में नियुक्त गार्द कर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश के वायरल होने के बाद पुलिस विभाग की काफी किरकिरी हो रही थी। इस पत्र का संज्ञान लेते हुए डीआईजी गढ़वाल की ओर से जांच बैठा दी है। 14 जून के दिन हस्ताक्षरित यह पत्र सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। इस पत्र में पुलिस उपाधीक्षक की ओर से डीआईजी गढ़वाल के आदेश जारी किए गए हैं। डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने नवभारतटाइम्स ऑनलाइन को बताया कि उनके द्वारा ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। डीआईजी नीरू गर्ग ने बताया कि पौड़ी स्थित आवास में वो कभी रुकी नहीं हैं, वो जब भी दौरे पर जाती हैं, हमेशा गेस्ट हाउस में रुकती हैं। डीआईजी ने बताया की इस पत्र को लेकर एसएसपी पौड़ी गढ़वाल को जांच के आदेश दे दिए गए हैं। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
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