मंगलवार, 30 नवंबर 2021

कोविड-19 के नए स्वरूप के प्रसार को रोकने के लिए उत्तराखंड में दिशानिर्देश जारी

देहरादून, 30 नवंबर (भाषा) विभिन्न देशों में कोविड-19 के नए स्वरूप 'ओमीक्रोन' के मामले सामने आने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के चिंता जताए जाने के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को अधिकारियों से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के संबंध में केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करने तथा सभी स्वास्थ्यकर्मियों तथा अग्रिम मोर्चे पर काम करने वालों की जांच करवाने के निर्देश दिए ।

स्वास्थ्य सचिव पंकज कुमार पाण्डेय ने यहां जारी एक आदेश में अधिकारियों से राज्य की सीमाओं पर जांच कराने को भी कहा गया है ।

प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को दिए आदेश में पाण्डेय ने कहा कि केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सघन रूप से निगरानी व कोविड-19 की जांच की जाए और संक्रमित पाए जाने पर उनके नमूने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए अनिवार्य रूप से सरकारी दून मेडिकल कॉलेज की प्रयोगशाला में भेजे जाएं ।

इसमें जांच बढ़ाने और जिलों के सभी स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर काम करने वालों की भी जांच कराने को कहा गया है ।



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Nainital news: नैनीताल में BJP से निकाले गए नेता कांग्रेस में हुए शामिल

विनिता कुमार, नैनीताल उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांगेस ने बीजेपी को तगड़ा झटका दिया है। भीमताल के ब्लॉक प्रमुख डॉक्टर हरीश बिष्ठ और भवाली के पालिकाध्यक्ष संजय वर्मा सहित 25 ग्राम प्रधानों ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। सभी ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और नैनीताल के निवर्तमान विधायक संजीव आर्य की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। रामलीला मैदान भवाली से सांस्कृतिक मंच तक कांग्रेस की जनाक्रोश रैली में सैकड़ों कांग्रेस समर्थक पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ शामिल हुए। इसी बीच पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य जनता के बीच पहुंचे और आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट देने की अपील की। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजेपी पर जनविरोधी नीतियों के तहत कार्य करने का आरोप लगाया। जिसका आगामी चुनाव में जनता जवाब देगी। विगत रोज बीजेपी संगठन ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल 6 लोगों को पार्टी से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया था। बीजेपी मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान के अनुसार नैनीताल के जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट की जांच के आधार पर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर निष्कासन की कार्रवाई की गई थी। इन्हें बीजेपी से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया था। निष्काषित लोगों में नैनीताल भवाली के नगर पालिका अध्यक्ष संजय वर्मा, मण्डल मंत्री भवाली ज्योति वर्मा, मंडल अध्यक्ष भाजयुमो भवाली रवि कुमार, मीडिया प्रभारी भवाली अनुभव कुमार, ब्लॉक प्रमुख भीमताल हरीश बिष्ठ तथा मंडल महामंन्त्री नैनीताल मंडल कृपाल सिंह बिष्ठ शामिल थे।


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'देवस्थानम बोर्ड बिल वापस ले लिया है, अब आंदोलन खत्म करें'.. सीएम पुष्कर धामी की प्रदर्शनकारियों से अपील

देहरादून उत्तराखंड के सीएम ने चार धाम लेने के बाद आंदोलनकारियों से अपील की है कि वे अपना प्रदर्शन खत्म कर दें। उन्होंने मंगलवार को कहा कि जो भी लोग विरोध कर रहे हैं, उनसे आंदोलन वापस लेने का आग्रह करता हूं। उन्होंने कहा कि चूंकि हमने बिल वापस ले लिया है, ऐसे में जो सुविधाएं पहले थीं, वह वैसी ही रहेंगी। इन सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए अगर कुछ किया गया तो वह सभी के सहयोग से होगा। मंगलवार को धामी सरकार ने तीर्थ पुरोहितों के लगातार विरोध के बाद चार धाम देवस्थानम् बोर्ड बिल वापस ले लिया। बीजेपी को डर था कि कुछ महीने बाद राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इसे मुद्दा न बना लें। बिल पास लेने के बाद सीएम ने कहा कि मामले में उच्च स्तरीय रिपोर्ट पर विचार करते हुए उन्होंने अधिनियम वापस लेने का फैसला लिया है। सीएम ने बताया कि मनोहर कांत ध्यानी ने एक उच्च स्तरीय कमिटी बनाई थी। उस कमिटी ने भी अपनी रिपोर्ट दी है। जिस पर हमने विचार करते हुए निर्णय लिया है कि हम इस अधिनियम को वापस ले रहे हैं। आगे चल कर हम सभी से बात करते जो भी उत्तराखंड राज्य के हित में होगा उस पर कार्रवाई करेंगे। क्या था बिल देवस्थानम बोर्ड का गठन साल 2020 में त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने किया था। इसके जरिए 51 मंदिरों का नियंत्रण सीधे राज्य सरकार के पास आ गया था। इनमें केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे चार धाम भी शामिल हैं। इस बिल के आने के बाद से ही तीर्थ-पुरोहित इसे वापस लेने की मांग करते हुए विरोध कर रहे थे। बताया जाता है कि इस बिल की वजह से ही त्रिवेंद्र रावत को इस्तीफा देना पड़ा था। नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकार में आने के बाद तीर्थ-पुरोहितों की मांग पर एक कमिटी बनाई थी। उन्होंने वादा किया था कि इस कमिटी की रिपोर्ट के बाद वह इस बिल पर फैसला लेंगे। मंगलवार को इसी कमिटी की सिफारिश पर सीएम ने बिल वापस ले लिया।


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उत्तराखंड सरकार ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड भंग किया, पुरोहितों ने किया स्वागत

देहरादून, 30 नवंबर (भाषा) लंबे समय से आंदोलनरत तीर्थ पुरोहितों की मांग को मानते हुए उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को विवादास्पद चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग कर दिया।

अस्तित्व में आने के ठीक दो साल बाद देवस्थानम बोर्ड के भंग होने का जहां तीर्थ पुरोहितों और साधु संतों ने स्वागत किया। वहीं, मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने इसे आगामी विधानसभा चुनावों में हार के डर से लिया गया फैसला बताया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया,‘‘ आप सभी की भावनाओं, तीर्थपुरोहितों, हक-हकूकधारियों के सम्मान एवं चारधाम से जुड़े सभी लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए श्री मनोहर कांत ध्यानी जी की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने देवस्थानम बोर्ड अधिनियम वापस लेने का फैसला किया है।’’

इससे पहले, ध्यानी समिति ने रविवार शाम को अपनी अंतिम रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी थी जिसका उन्होंने परीक्षण कर जल्द निर्णय लेने की बात कही थी।

चारों हिमालयी धामों-बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहितों के देवस्थानम बोर्ड को भंग करने को लेकर लंबे समय से चल रहे आंदोलन के मद्देनजर धामी ने सत्ता संभालते ही भाजपा नेता ध्यानी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया था।

बोर्ड के गठन को अपने पारंपरिक अधिकारों का हनन बताते हुए चारों धामों के तीर्थ पुरोहित इसे भंग करने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन चला रहे थे। निकट आ रहे विधानसभा चुनावों को देखते हुए उन्होंने आंदोलन तेज करने की धमकी दी थी। धामी सरकार के इस निर्णय को इसी संदर्भ में देखा जा रहा है ।

देवस्थानम अधिनियम पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सरकार के कार्यकाल में दिसंबर 2019 में पारित हुआ था जिसके तहत चारों धाम सहित प्रदेश के 51 मंदिरों के प्रबंधन के लिए जनवरी, 2020 में बोर्ड का गठन किया गया था।

तीर्थ पुरोहितों ने बोर्ड के भंग होने के निर्णय पर खुशी व्य क्त करते हुए मुख्यमंत्री का आभार जताया। लेकिन कहा कि यह उनके संघर्ष का परिणाम है। चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत के प्रवक्ता ब्रजेश सती ने कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक निर्णय है। यह भारतीय लोकतंत्र की एक अनूठी घटना है जहां जनता के दवाब में एक सरकार को अपना ही निर्णय वापस लेना पड़ा।’’

अखिल भारतीय अखाडा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने भी फैसले का स्वागत किया और कहा कि सरकार ने यह एक अच्छा काम किया है।

उधर, कांग्रेस महासचिव और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि अहंकार की एक बार फिर हार हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘ तीन कृषि कानूनों के मामले की तरह ही अहंकार एक बार फिर पराजित हुई है। आने वाले चुनावों में हार से भयभीत होकर भाजपा सरकार ने यह निर्णय लिया है। यह तीर्थ पुरोहितों की जीत है जो अपनी मांगों को लेकर डटे रहे। मैं उन्हें बधाई देता हूं।’’



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Tehri Garhwal: टिहरी गढ़वाल के लम्बगांव-डोबरा के पास 150 मीटर गहरी खाई में गिरा वाहन, तीन दिन बाद मिला शव

रजनीश कुमार, टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल से वाहन दुर्घटना में एक मौत का मामला सामने आया है। प्रतापनगर क्षेत्र के लंबगांव-डोबरा मोटर मार्ग पर एक वाहन लगभग 150 मीटर गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। स्थानीय लोगों व पुलिस को वाहन दुर्घटना का तीन दिनों बाद पता चला। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मृतक के शव को खाई से बाहर निकाला। ओखला गांव के प्रधान ने जानकारी दी कि उनके गांव के चतर सिंह उम्र 50 वर्ष बीते 27 नवम्बर को अपने निजी वाहन से डोबरा के लिए निकले थे। लेकिन वापस नहीं लौटे। जिनकी ग्रामीणों व परिजनों ने आसपास काफी खोजबीन की। उन्हें पता चला कि चतर सिंह 27 नवम्बर को चांटी के पास देखा गया था। लंबगांव पुलिस व ग्रामीणों ने चतर सिंह की दुबारा खोजबीन की। खोजबीन के क्रम में उन्हें लम्बगांव-डोबरा मोटर मार्ग पर मोटण व नकोटी के बीच चतर सिंह का वाहन लगभग 150 मीटर गहरी खाई में दिखा। पुलिस व ग्रामीणों ने गहरी खाई में उतर कर चतर सिंह के शव को बरामद कर खाई से बाहर निकाला। पुलिस ने बताया कि दुर्घटनास्थल के आसपास झाड़ियां अधिक होने के कारण वाहन दुर्घटना का पता नही चल पाया था।


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Kedarnath: हिमालयन थार का किया था शिकार, वन विभाग की टीम ने मांस के साथ एक व्यक्ति को पकड़ा

रजनीश कुमार, केदारनाथ केदारनाथ वन विभाग ने वन्य जीव तस्वीरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। विभाग की टीम ने मण्डल घाटी के ग्वाड़ गांव मे छापा मारकर के नाम से प्रसिद्ध के मांस के साथ एक व्यक्ति को धर दबोचा है। वन विभाग की ओर से अन्य शिकारियों पर लगाम लगाने के लिए उच्च हिमालयी क्षेत्र में वन कर्मियों की गश्त भी बढ़ा दी है। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग की ओर से वन्य जीवों की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए हिमालयन सेंचुरी क्षेत्र में वन्यजीवों को मारने वाले सक्रिय शिकारियों पर नजर रखी जा रही है। मंगलवार की सुबह वन्यजीव प्रभाग ने मुखबिर की सूचना पर मण्डल घाटी के ग्वाड़ गांव में अचानक छापेमारी कर एक व्यक्ति के घर से हिमालयन थार का मांस बरामद कर एक व्यक्ति को भी दबोच लिया। पकड़े गए व्यक्ति की निशानदेही पर अन्य शिकारियों की धर पकड़ के लिए अभियान चला दिया है। बढ़ाई गई है शिकार पर लगाम लगाने के लिए गश्त हिमालयन थार का मांस मिलने के बाद नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन और बद्रीनाथ वन्य जीव प्रभाग ने वन्य जीवों का शिकार करने वालों पर लगाम लगाने के लिए वनकर्मियों को उच्च हिमालयी क्षेत्र में लम्बी दूरी की गश्त पर तैनात कर दिया है। दरअसल, प्रसिद्ध हिमालयन थार एक दुर्लभ जंगली बकरी से संबन्धित एक एशियाई जीव है। विश्व में तीन प्रकार की थार प्रजातियां ही बची हैं और तीनों एशिया क्षेत्रों में ही पाई जाती हैं। हिमालय क्षेत्र में मूल रूप से पाई जाती है बकरी हिमालय थार उच्च हिमालय क्षेत्र के दक्षिणी तिब्बत, उत्तरी भारत और नेपाल में मूल रूप से पाई जाती है। इसके अलावा इस प्रजाति की बकरी न्यूजीलैंड, दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों और दक्षिण अफ्रीका में भी एक विदेशी प्रजाति के रूप में पाई जाती है। इन क्षेत्रों में इसकी आबादी को नियंत्रित करने और इन इलाकों के पारिस्थितिकी तंत्र पर इसके आने से पड़े प्रभाव को कम करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।


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उत्तराखंड सरकार ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड भंग किया

देहरादून, 30 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को अस्तित्व में आने के ठीक दो साल बाद विवादास्पद चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग कर दिया।

यह जानकारी साझा करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा,‘‘ आप सभी की भावनाओं, तीर्थपुरोहितों, हक-हकूकधारियों के सम्मान एवं चारधाम से जुड़े सभी लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए श्री मनोहर कांत ध्यानी जी की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने देवस्थानम बोर्ड अधिनियम वापस लेने का फैसला किया है।’’

इससे पहले, ध्यानी समिति ने रविवार शाम को अपनी अंतिम रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी थी जिस पर उन्होंने इसका परीक्षण कर जल्द निर्णय लेने की बात कही थी।

चारों हिमालयी धामों-बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहितों द्वारा देवस्थानम बोर्ड के विरोध में लंबे समय से चलाए जा रहे आंदोलन के मद्देनजर धामी ने जुलाई में भाजपा नेता ध्यानी की अध्यक्षता में इस समिति का गठन किया था।

बोर्ड के गठन को अपने पारंपरिक अधिकारों का हनन बताते हुए चारों धामों के तीर्थ पुरोहित इसे भंग करने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन चला रहे थे। निकट आ रहे विधानसभा चुनावों को देखते हुए उन्होंने आंदोलन तेज करने की धमकी दी थी। धामी सरकार के इस निर्णय को इसी संदर्भ में देखा जा रहा है ।

देवस्थानम अधिनियम पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार के कार्यकाल में दिसंबर 2019 में पारित हुआ था जिसके तहत चार धामों सहित प्रदेश के 51 मंदिरों के प्रबंधन के लिए बोर्ड का गठन किया गया था।



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सोमवार, 29 नवंबर 2021

Devasthanam Board dissolve: पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम बोर्ड भंग करने का किया ऐलान, चुनावी मुद्दा बनने से दबाव में थी बीजेपी

देहरादून उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का बड़ा ऐलान किया है। दो साल पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के समय देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड अस्तित्व में आया था। तीर्थ पुरोहितों के लगातार विरोध और कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के इसे चुनावी मुद्दा बनाने से बीजेपी पर दबाव था। सीएम धामी ने कहा कि मामले में उच्च स्तरीय रिपोर्ट पर विचार करते हुए उन्होंने अधिनियम वापस लेने का फैसला लिया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, 'पिछले दिनों देवस्थानम बोर्ड को लेकर विभिन्न प्रकार के सामाजिक संगठनों, तीर्थ पुरोहितों, पंडा समाज के लोगों और विभिन्न प्रकार के जनप्रतिनिधियों से बात की है और सभी के सुझाव आए हैं।' कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर वापस लिया अधिनियम उन्होंने आगे कहा, 'मनोहर कांत ध्यानी जी ने एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई थी। उस कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट दी है। जिस पर हमने विचार करते हुए निर्णय लिया है कि हम इस अधिनियम को वापस ले रहे हैं। आगे चल कर हम सभी से बात करते जो भी उत्तराखंड राज्य के हित में होगा उस पर कार्रवाई करेंगे।' गौरतलब है कि उत्तराखंड के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को चारधाम देवस्थानम बोर्ड पर मंत्रिमंडल की उपसमिति की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी। उससे एक दिन पहले ही उच्चाधिकार समिति ने इसी विषय पर अपनी अंतिम रिपोर्ट धामी को सौंपी थी। उच्चाधिकार समिति को उत्तराखंड चार धाम प्रबंधन अधिनियम , 2019 पर गौर करने के लिए राज्य सरकार ने गठित किया था। त्रिवेंद्र रावत सरकार ने पारित किया था अधिनियम देवस्थानम अधिनियम पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार के कार्यकाल में पारित हुआ था। इसके तहत चार धामों सहित प्रदेश के 51 मंदिरों के प्रबंधन के लिए बोर्ड का गठन किया गया था। तब श्राइन बोर्ड की तर्ज पर त्रिवेंद्र सरकार ने देवस्थानम बोर्ड बनाने का फैसला किया था। हालांकि चारों हिमालयी धामों-बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहित लगातार देवस्थानम बोर्ड का विरोध कर रहे थे। पुरोहितों का मानना है कि बोर्ड का गठन उनके अधिकारों का हनन है।


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Covid in Uttarakhand: उत्तराखंड के देहरादून में दक्षिण अफ्रीका से लौटे 6 यात्री, होम आइसोलेशन में रखे गए, अलर्ट में प्रशासन

उत्तराखंड उत्तराखंड में लगातार कोरोना के नए मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। एहतियात के तौर पर देहरादून जिले के 14 लोग जो हाल ही में विदेश से लौटे हैं, उन्हें 14 दिनों के लिए होम आइसोलेशन में रखा गया है। 14 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, इनमें से 6 लोग ऐसे हैं जो दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं। उत्तारखंड में बढ़ते कोविड मामलों के देखते हुए और तेजी से फैल रहे अमीक्रोन वैरिएंट को लेकर राज्य में अलर्ट जारी किया गया है। उत्तराखंड डीजी हेल्थ डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक और प्रवासी दोनों का कोरोना टेस्ट किया जाए। जिले और प्रदेश की सीमा पर कोविड का टेस्ट किया जाए। यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो संबंधित शख्स को 14 दिन तक आइसोलेट किया जाए। 14 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया अधिकारियों ने बताया कि देहरादून में 14 लोगों को चिन्हित किया गया है, जो हाल ही में विदेश से लौटे हैं। सभी को होम आइसोलेशन में रहने को कहा गया है। 14 लोगों में छह लोग ऐसे हैं जो दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं। उन्हें खासकर अलर्ट किया गया है। सभी के सैंपल लेकर आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरटीपीसीआर की जांच के बाद अगर किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो आगे कार्रवाई की जाएगी। वहीं किसी रिपोर्ट पर संदेह होने पर उसे जीनोम सिक्वेंस के लिए सैंपल भेजा जाएगा ताकि अमिक्रोन वैरिएंट का पता लगाता जा सके। पर्यटकों के लिए जरूरी नियम उत्तराखंड में पर्यटकों के 72 घंटे पहले की कोविड रिपोर्ट दिखाने पर यह टेस्ट नहीं किया जाएगा। कोविड के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सीएम ने निर्देश दिए हैं कि जिन लोगों को भी वायरल के लक्षण हैं, उन सभी का आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य रूप से करवाया जाए। FRI में टूरिस्टों के प्रवेश पर रोक इधर देहरादून स्थित वन अनुसंधान संस्थान (FRI) ने शनिवार को परिसर में COVID-19 के 11 सकारात्मक मामलों का पता चलने के बाद पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी। संस्थान के निदेशक अरुण सिंह रावत के अनुसार, "FRI ने अपने परिसर में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में 11 COVID-19 मामलों का पता चलने के बाद पर्यटकों और स्थानीय श्रमिकों के प्रवेश पर एक सप्ताह के लिए रोक लगा दी है।


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देवस्थानम बोर्ड विवाद: मंत्रिमंडल की उपसमिति की रिपोर्ट उत्तराखंड के मुख्मयंत्री को सौंपी गयी

देहरादून, 29 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को चारधाम देवस्थानम बोर्ड पर मंत्रिमंडल की उपसमिति की रिपोर्ट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपी।

एक दिन पहले ही एक उच्चाधिकार समिति ने इसी विषय पर अपनी अंतिम रिपोर्ट धामी को सौंपी थी। इस उच्चाधिकार समिति को उत्तराखंड चार धाम प्रबंधन अधिनियम , 2019 पर गौर करने के लिए राज्य सरकार ने गठित किया था।

दोनों ही समितियों की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गयी है।

चारों हिमालयी धामों-बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहित देवस्थानम बोर्ड का विरोध कर रहे हैं। पुरोहितों का मानना है कि बोर्ड का गठन उनके अधिकारों का हनन है।

देवस्थानम अधिनियम पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार के कार्यकाल में पारित हुआ था जिसके तहत चार धामों सहित प्रदेश के 51 मंदिरों के प्रबंधन के लिए बोर्ड का गठन किया गया था।



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राष्ट्रपति ने शांतिकुंज का भ्रमण किया

देहरादून, 29 नवंबर (भाषा) राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद सोमवार को हरिद्वार स्थित अखिल विश्व गायत्री परिवार के मुख्यालय शांतिकुंज पहुंचे और वहां चल रही विभिन्न रचनात्मक और शैक्षणिक गतिविधियों की सराहना की ।

अपने दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे में राष्ट्रपति शांतिकुंज के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे जहां प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पाण्ड्या और कुलपति शरद पारधी ने उनका स्वागत किया । इस दौरान उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी मौजूद थे।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ प्रणव पण्ड्या ने राष्ट्रपति को गायत्री प्रतिमा स्मृति चिन्ह, गंगाजल, विश्वविद्यालय के स्वावलंबन विभाग द्वारा निर्मित जूट बैग एवं शांतिकुंज के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा प्रतिपादित सार्वभौम प्रज्ञा योग मार्गदर्शिका भेंट की । राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के प्रांगण में रुद्राक्ष के पौधे का रोपण किया तथा प्रज्ञेश्वर महादेव मन्दिर में पूजा अर्चना कर भगवान शिव का आशीर्वाद लिया। यहां विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक वैदिक मंत्रोच्चारण कर विश्व कल्याण की प्रार्थना की गई।

राष्ट्रपति ने भारत एवं बाल्टिक देशों के संबंधों की मधुरता एवं मजबूती बढ़ाने के उद्देश्य से शांतिकुंज में स्थापित एशिया के प्रथम बाल्टिक सांस्कृतिक अध्ययन केंद्र को देखा तथा इसके माध्यम से किये जा रहे प्रयासों और अनुसंधानों की प्रशंसा की।

उन्होंने देव संस्कृति विश्वविद्यालय के भ्रमण के दौरान यहां की मूल्यपरक शिक्षण प्रणाली, वैज्ञानिक अध्यात्मवाद, योग, आयुर्वेद, अनुसंधान, स्वावलंबन एवं विभिन्न रचनात्मक व शैक्षणिक गतिविधियों की भी सराहना की ।

इसके बाद कोविंद शांतिकुंज पहुंचे और श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा के उस पवित्र कक्ष के दर्शन किए जहां आचार्य ने विश्व मानवता के लिए साधना एवं साहित्य सृजन किया । उन्होंने 1926 से प्रज्जवलित उस अखण्ड दीपक के भी दर्शन किए जिसके समक्ष उन्होंने 24 साल तक गायत्री महामंत्र के 24-24 लाख के 24 महापुरश्चरण का सृजन किया ।



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नौटियाल ने 'ओमीक्रॉन' को दूर रखने के लिए उत्तराखंड सरकार को दिये पांच सुझाव

देहरादून, 29 नवंबर (भाषा) विभिन्न देशों में कोविड के नए वैरिएंट 'ओमीक्रॉन' के मामले मिलने के मददेनजर सामाजिक कार्यकर्ता अनूप नौटियाल ने सोमवार को राज्य सरकार को स्थिति से निपटने के लिए पांच उपाय सुझाए ।

नौटियाल द्वारा सुझाए गए उपायों में प्रदेश की पूरी आबादी का जल्द से जल्द कोविड रोधी टीकाकरण करना, जांच में तेजी लानी, संपर्कों की तलाश फिर शुरू करना, सीमाओं पर कडी निगरानी और जांच तथा कोविड अनुरूप व्यवहार में फिर से जोर देना शामिल है ।

उन्होंने कहा, ‘‘ओमीक्रॉन को देखते हुए मेरा सुझाव यह है कि टीकाकरण से बची हुई 30 लाख की आबादी को युद्धस्तर पर कोविड रोधी टीका लगा दिया जाए, वर्तमान में हो रही रोजाना आठ हजार जांचों को तीन गुना बढा दिया जाए, संपर्कों की तलाश का काम फिर शुरू किया जाए, राज्य की सीमाओं पर निगरानी और जांचों को कडा किया जाए तथा कोविड अनुरूप व्यवहार पर जोर दिया जाए ।’’

रविवार को उत्तराखंड में अचानक कोविड-19 के मामलों में बड़ी वृद्धि देखी गयी जब 36 नए मामले सामने आए । सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउंडेशन नाम का गैर सरकारी संगठन चलाने वाले नौटियाल ने बताया कि पिछले ढाई महीनों में एक दिन में दर्ज ये सर्वाधिक कोविड-19 मामले थे । इससे पहले, 15 सितंबर को कोविड-19 के 49 मामले आए थे । हांलांकि, सोमवार को इस महामारी के 14 नए मरीज मिले ।

इस बीच यहां इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में लखनऊ से लौटे 48 भारतीय वन सेवा के अधिकारियों में से 11 के कोविड-19 संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जिन्हें अकादमी के पुराने छात्रावास में पृथकवास में रखा गया है ।

अकादमी के वन अनुसंधान संस्थान के परिसर में स्थित होने के कारण वहां भी पांच दिसंबर तक के लिए बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है ।



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दून में अनाथालय में नाबालिग के साथ दुष्कर्म

देहरादून, 29 नवंबर (भाषा) शहर के एक अनाथालय में रहने वाले एक किशोर ने वहीं रहने वाली एक नाबालिग लड़की के साथ कथित रूप से दुष्कर्म किया जिससे वह गर्भवती हो गई है।

देहरादून की नगर पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल ने बताया कि घटना शहर के तिलक मार्ग स्थित बाल वनिता आश्रम की है।

उन्होंने बताया कि पीड़िता करीब पांच माह की गर्भवती है। हालांकि, उसकी मेडिकल रिपोर्ट अभी नहीं आई है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामला सामने तब आया जब पीड़िता बीमार हुई और उसने इस बारे में अनाथालय प्रशासन को बताया।

बताया जा रहा है कि आरोपी और पीड़िता दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते हैं और दोनों की उम्र 17 साल है।

डोभाल ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी जांच शुरू कर दी गयी है।



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प्रधानमंत्री मोदी चार दिसंबर को देहरादून में करेंगे चुनावी रैली

देहरादून, 29 नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिसंबर को यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे, साथ ही करीब 30,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को समारोह स्थल ‘परेड ग्राउंड’ में तैयारियों का जायजा लेने के बाद संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री 26000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और 4000 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रस्तावित रैली को लेकर कार्यकर्ताओं में बहुत उत्साह है और उसकी तैयारी को लेकर जिला स्तर से लेकर, वार्ड स्तर तक बैठकें की जा रही हैं।

धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री की रैली के संबंध में कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नडडा ने भी समीक्षा बैठक की थी।

मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावत और भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मदन कौशिक भी ‘परेड ग्राउंड’ पहुंचे।

उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। दो माह के भीतर प्रधानमंत्री का उत्तराखंड का यह तीसरा दौरा होगा। सात अक्टूबर को एम्स ऋषिकेश में ऑक्सीजन संयंत्र का उदघाटन करने के बाद, वह पांच नवंबर को आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति सहित कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने के लिए केदारनाथ आए थे।



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Uttarakhand News: देवस्थानम उच्च स्तरीय समिति के प्रमुख ने सौंपी अंतरिम रिपोर्ट, मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री ने कही बड़ी बात

रजनीश कुमार, ऋषिकेश देवस्थानम उच्चस्तरीय समिति के अध्यक्ष मनोहर कांत ध्यानी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को देवस्थानम बोर्ड से संबंधित अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी है। ध्यानी ने चारधाम हक हकूक धारी महापंचायत की ओर से देवस्थानम बोर्ड भंग किये जाने की मांग के बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज को रविवार की देर शाम ऋषिकेश में 89 पेज की अंतिम रिपोर्ट सौप दी है। यह रिपोर्ट मनोहर कांत ध्यानी ने मुख्यमंत्री को ऐसे समय पर सौंपी है। जब चारधाम हक हकूक धारी महापंचायत ने अपने आंदोलन को गति दे दी है। मनोहर कांत ध्यानी की ओर से दी गई अंतिम रिपोर्ट के मिलने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज हमें यह रिपोर्ट म‍िल गई है। इसका अध्ययन किया जाएगा और एक-दो दिन के अंदर इस मामले पर फैसला ले लेंगे। वहीं इस अवसर पर उपस्थित राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि मनोहर कांत ध्यानी की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट का बारीकी से अध्ययन किया जाएगा। क्योंकि इस रिपोर्ट में तथ्यात्मक बिंदु प्रस्तुत किए गए हैं। मनोहर कांत ध्यानी ने कहा कि इस रिपोर्ट में सभी के हितों को ध्यान में रखा गया है। इस अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, उत्तराखंड राज्य के प्रवक्ता व कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, सांस्कृतिक विभाग के सचिव हरीश सेमवाल भी मौजूद थे ।


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रविवार, 28 नवंबर 2021

Omicron virus: सेना और पुलिस के कई जवान कोविड संक्रमित, ओमिक्रॉन का खौफ बढ़ा.. जानें उत्तराखंड में टूरिस्ट को लेकर जारी की गईं क्या गाइडलाइंस

देहरादून उत्तराखंड में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मरीज बढ़ने लगे हैं। एक दिन पहले राष्ट्रपति की सुरभा में तैनात सात पुलिसकर्मी और भारी संख्या में सेना के जवान कोविड संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद राज्य में हड़कंप मच गया है। शासन ने राज्य के लिए फिर से दिशा निर्देश जारी किए हैं। पर्यटकों से लेकर नागरिकों को नियमों का पालन करना जरूरी होगा। उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ पंकज कुमार पांडेय ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे बाहर से आने वाले लोगों की निगरानी के साथ ही कोविड-19 वैरिएंट ओमाइक्रोन के खिलाफ एहतियात के तौर पर सघन जांच भी करें। बॉर्डर पर होगी जांच उत्तराखंड के डीजी स्वास्थ्य डॉ. तृप्ति भगुना ने कहा कि उत्तराखंड सीएमओ को राज्य के बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए राज्य के हर बॉर्डर पर आरटी-पीसीआर COVID19 परीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। बाजारों का औचक निरीक्षण स्वास्थ्य सचिव ने उचित रोकथाम के लिए जिला स्तर पर निगरानी दल गठित करने के भी निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य सचिव के निर्देश के बाद देहरादून के जिला मजिस्ट्रेट आर राजेश कुमार ने अधिकारियों को बाजारों में औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया कि यह देखने के लिए कि क्या कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है या नहीं। 17 लोगों पर जुर्माना डीएम के आदेश के अनुरूप अनुमंडल पदाधिकारी सदर मनीष कुमार ने पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर निर्जनपुर सब्जी मंडी का औचक निरीक्षण किया और 17 लोगों पर कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर जुर्माना भी लगाया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने लोगों को कोविड-19 के मद्देनजर फेस मास्क के महत्व और सोशल डिस्टेंसिंग से भी अवगत कराया। डीएम ने यह भी कहा कि संबंधित उप-जिला मजिस्ट्रेटों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है कि उनके संबंधित क्षेत्रों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। क्या है ओमिक्रॉन वैरिएंट ओमिक्रॉन संस्करण (बी.1.1.529), कोरोनावायरस का एक नया संस्करण, पहली बार बोत्सवाना में 11 नवंबर, 2021 को रिपोर्ट किया गया था, और 14 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में दिखाई दिया। (एएनआई) सेना के कई जवान संक्रमित उत्तराखंड के देहरादून जिले के चकराता में तैनात भारतीय सेना की बटालियन में कई जवान कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इन जवानों को क्वॉरंटीन कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, अभी तीन जवानों को एमएच में भर्ती कराया गया है। देहरादून के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राजीव दीक्षित ने मामले की पुष्टि की है। यह पता लगाया जा रहा है कि संक्रमित जवान बाहर से लौटे हैं या ये मामले फ्लू क्लीनिक में आए हैं। उत्तराखंड में 150 ऐक्टिव मरीज कोरोना के लगातार आ रहे नए वेरिएंट को देखते हुए देहरादून में भी शासन-प्रशासन ने जांच की सुविधाओं को बढ़ाना शुरू कर दिया है। दून मेडिकल कॉलेज की लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच शुरू कर दी गई है। इससे पहले जीनोम सिक्वेंसिंग जांच के लिए सैंपल दिल्ली भेजे जा रहे थे। उत्तराखंड में शनिवार को 14 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। हालांकि, किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या अब 150 हो गई है। ऋषिकेश के स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पहुंचे सात पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। पुलिस कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पौड़ी स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया।


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देवस्थानम बोर्ड के संबंध में गठित उच्चस्तरीय समिति ने अंतिम रिपोर्ट सौंपी

देहरादून, 28 नवंबर (भाषा) चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के संबंध में उत्तराखंड सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति ने रविवार को अपनी अंतिम रिपोर्ट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंप दी ।

समिति के अध्यक्ष मनोहर कांत ध्यानी ने धामी से ऋषिकेश में भेंट कर उन्हें अंतिम रिपोर्ट सौंपी । इस दौरान, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, और सुबोध उनियाल भी मौजूद थे ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट का परीक्षण कर इस पर शीघ्र निर्णय लिया जायेगा। हांलांकि, अभी इस बारे में कुछ सार्वजनिक नहीं किया गया है कि रिपोर्ट में समिति ने क्या सुझाव दिए हैं । इससे पहले, समिति ने 25 अक्टूबर को अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी थी ।

चारों हिमालयी धामों—बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहितों द्वारा देवस्थानम बोर्ड के विरोध में लंबे समय से चलाए जा रहे आंदोलन के मददेनजर धामी ने वरिष्ठ भाजपा नेता ध्यानी की अध्यक्षता में इस उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था ।

लंबे समय से आंदोलनरत चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों का मानना है कि बोर्ड का गठन उनके अधिकारों का हनन है । निकट आ रहे विधानसभा चुनावों को देखते हुए तीर्थ पुरोहितों ने अपने आंदोलन को तेज करने की धमकी दी है और माना जा रहा है कि धामी सरकार जल्द ही इसके बारे में कोई निर्णय लेगी ।

देवस्थानम अधिनियम पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सरकार के कार्यकाल में पारित हुआ था जिसके तहत चार धामों सहित प्रदेश के 51 मंदिरों के प्रबंधन के लिए बोर्ड का गठन किया गया था ।



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नेपाल की जनगणना टीम ने भारतीय विदेश मंत्रालय से अनुमति मांगी

पिथौरागढ, 28 नवंबर (भाषा) नेपाल की जनगणना टीम ने भारतीय मार्ग से होते हुए अपने सीमावर्ती गांवों टिंकर और चांगरू में पहुंचने के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय से अनुमति मांगी है । एक शीर्ष अधिकारी ने इसकी जानकारी दी ।

पिथौरागढ के जिलाधिकारी आशीष चौहान ने बताया कि जैसे ही केंद्र से अनुमति उन तक पहुंचेगी, नेपाल को सूचित कर दिया जाएगा ।

यहां शनिवार को भारत—नेपाल समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में चौहान ने कहा कि दोनों देशों के सीमावर्ती जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों के बीच सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय और आपसी सहयोग रखने पर सहमति बनी ।

उन्होंने बताया, 'दोनों देशों की टीमों ने इस बात पर अपनी स हमति दी कि सीमा पार करते समय दोनों देशों के नागरिकों को अपना पहचान पत्र दिखाना जरूरी होगा ।'

जिलाधिकारी ने बताया कि बैठक में चारचुम में काली नदी पर मोटर मार्ग तथा ऐलागाड में सस्पेंशन ब्रिज के निर्माण के मुददे पर भी चर्चा हुई ।



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राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पहुंचे 7 पुलिस कर्मी निकले कोरोना पॉजिटिव, किए गए होम आइसोलेट

रजनीश कुमार, ऋषिकेश तीर्थनगरी ऋषिकेश के स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पहुंचे सात निकले हैं। महामहिम राष्ट्रपति रविवार की शाम परमार्थ निकेतन गंगा घाट पर स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि और राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ गंगा आरती में शामिल होंगे। महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सपरिवार रविवार को एक दिवसीय उत्तराखंड प्रवास पर पौड़ी जिले के यमकेश्वर प्रखंड में स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में रुकेंगे। जिनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए राज्य भर के विभिन्न जिलों से भारी पुलिस बल को बुलाया गया है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था में तैनाती से पूर्व पुलिस कर्मियों की स्वास्थ्य की जांच की गई। जिनमें सात पुलिस कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पौड़ी स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग पौड़ी के अधीन कार्यरत लैब टेक्नीशियन अमित नैथानी ने बताया कि महामहिम राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था के लिए विभिन्न जिलों से आए पुलिस कर्मियों की थाना लक्ष्मण झूला में स्वास्थ्य जांच की गई। जिनमें से सात पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जिसकी जानकारी विभाग के उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। जिनमें चमोली जिले से आए तीन पुलिस कर्मी, ऋषिकेश से आए दो पुलिस कर्मी, रुद्रप्रयाग जिले से आए एक पुलिस कर्मी और देवप्रयाग से सुरक्षा ड्यूटी में आए एक पुलिस कर्मी में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिन्हें तत्काल होम-आइसोलेशन के लिए वापस भेज दिया गया है।


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पर्वतारोही हर्षवंती बिष्ट बनीं आइएमएफ की पहली महिला अध्यक्ष

उत्तरकाशी, 28 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड की जानी-मानी पर्वतारोही हर्षवंती बिष्ट देश के सबसे बड़े पर्वतारोहण संस्थान इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन (आइएमएफ) की अध्यक्ष चुनी गई हैं ।

तिरसठ साल पहले गठित आइएमएफ की अध्यक्ष बनने वाली हर्षवंती पहली महिला हैं जिन्हें 20 नवंबर को हुए चुनाव में 107 में से 60 मत मिले ।

बासठ वर्षीय अर्जुन पुरस्कार विजेता नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने कहा कि उनका प्रयास साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में अधिक से अधिक बेटियों को आगे लाने का होगा और इसके लिए योजना तैयार की जाएगी ।

पौडी जिले के सुकाई गांव की निवासी हर्षवंती ने पर्वतारोहण पर्यटन को राज्य के लिए महत्वपूर्ण संसाधन बताते हुए कहा कि पहले राज्य में पर्वतारोहण जैसे साहसिक व रोमांचकारी अभियानों में उत्तराखंड टॉप में रहता था लेकिन अब इन अभियानों को लेकर प्रदेश की नीति में कई जटिलताओं के कारण लोग हतोत्साहित हुए हैं ।

उन्होंने कहा कि इससे न केवल पर्वतारोहण जैसे अभियानों पर बल्कि रोजगार पर भी पड़ा है जिसके सुधार के लिए वन व पर्यटन विभाग और आईएमएफ को सामंजस्य बढ़ाना होगा।

वर्ष 1975 में उत्तरकाशी के नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) से पर्वतारोहण का कोर्स करने के बाद हर्षवंती ने अनेक पर्वतारोहण अभियान सफलतापूर्वक पूरे किए । 1981 में उन्होंने नंदा देवी पर्वत (7816 मीटर) के मुख्य शिखर का सफल आरोहण किया। वह 1984 में एवरेस्ट अभियान दल की सदस्य भी रहीं ।

इसके बाद उन्होंने 'सेव गंगोत्री' परियोजना की शुरुआत कर गंगोत्री से आगे भोजवासा में भोज के पौधों का रोपण किया।



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नालंदा, तक्षशिला की तरह पतंजलि विवि भी लेगा वैश्विक स्वरूप : रामदेव

हरिद्वार, 28 नवंबर (भाषा) योगगुरू स्वामी रामदेव ने रविवार को कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय जल्द ही नालंदा और तक्षशिला की तर्ज पर एक वैश्विक स्वरूप लेगा जहां दुनिया भर से लोग शिक्षा ग्रहण करने आएंगे ।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में पतंजलि विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में रामदेव ने कहा, ‘‘अभी तो यह पतंजलि विश्वविद्वालय का अभ्युदय स्वरूप है, बीज रूप है । आने वाले कुछ समय में यह ग्लोबल पतं जलि यूनिवर्सिटी बनने वाली है । यह दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी होगी जहां एक लाख से ज्यादा छात्र सभी विषयों जैसे मेडिकल, इंजीनियरिंग, कृषि, प्रबंधन, कानून में शिक्षा हासिल करेंगे ।'

उन्होंने कहा, ' जैसे पहले भारत में पूरी दुनिया से नालंदा और तक्षशिला में लोग पढने आते थे तो अब नालंदा और तक्षशिला का नवाचार और नवातार पतं जलि की ओर से प्रस्तुत होगा ।'

रामदेव ने कहा कि हमारे बच्चों को आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका न जाना पड़े बल्कि पूरी दुनिया से लोग यहां शिक्षा—दीक्षा और संस्कार तथा सनातन संस्कृति के अध्ययन के लिए आएं, यही हमारा संकल्प और ध्येय है ।

उन्होंने कहा कि पतंजलि आचार्यकुलम में छोटे बच्चे भी वेदांत, वेद दर्शन, उपनिषद, भगवद गीता, सांख्य योग के साथ ही तीन से पांच भाषाओं में भी पारंगत होकर आधुनिक विषयों को भी पढ रहे हैं ।

उन्होंने कहा, 'यह व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की एक श्रृंखला है । योग, आयुर्वेद और स्वदेशी की क्रांति के बाद शिक्षा की क्रांति से एक नया इतिहास रचा जाएगा जिससे राष्ट्र गौरवान्वित होगा । ऐसी हमारी सेवा की यात्रा है।'



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विश्व के हर क्षेत्र, विचारधारा ने योग को अपनाया है—राष्ट्रपति

हरिद्वार, 28 नवंबर (भाषा) योग को पंथ और संप्रदाय की सीमा से परे बताते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को कहा कि विश्व के हर क्षेत्र और साम्यवादी सहित हर विचारधारा के लोगों ने इसे अपनाया है ।

यहां पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कोविंद ने कहा कि कुछ लोगों की यह गलत धारणा हैं कि योग किसी पंथ या संप्रदाय से संबंधित है । उन्होंने कहा, 'सही मायनों में योग को शरीर और मन को स्वस्थ रखने तथा उच्चतर लक्ष्यों को प्राप्त करने की एक पद्धति है। इसलिए योग को विश्व के हर क्षेत्र और विचारधारा के लोगों ने अपनाया है । '

वर्ष 2018 की अपनी विदेश यात्रा को याद करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर वह सूरीनाम में थे जहां उन्होंने वहां के तत्कालीन राष्ट्रपति देसी बोतरस और लोगों के साथ यह दिवस मनाया । उन्होंने कहा कि कहा जाता है कि वह ऐसा एकमात्र ऐतिहासिक दिन था कि जब दो देशों के राष्ट्रपतियों ने एक साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया ।

उन्होंने बताया कि अगले दिन वह क्यूबा पहुंचे जहां के बारे में मान्यता है कि साम्यवादी योग को नहीं मानते और उसे किसी पंथ या संप्रदाय से जोड कर देखते हैं । लेकिन, वहां के लोगों ने भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर समारोह आयोजित किया ।

उन्होंने कहा कि यही नहीं क्यूबा के राष्ट्रपति डिआज कैनल ने योग को भारत का पूरी मानवजाति को दिया गया सर्वश्रेष्ठ उपहार बताया और कहा कि वह भी योग करते हैं । राष्ट्रपति ने कहा कि भारत लौटने के बाद उन्होंने क्यूबा के राष्ट्रपति के लिए एक प्रशिक्षित योग शिक्षक और योग से संबंधित साहित्य भेजा जिसके लिए उन्होंने बाद में धन्यवाद भी भेजा ।

राष्ट्रपति ने कहा कि अरब योग फाउंडेशन की संस्थापक नॉफ मारवाई को हाल ही में सउदी अरब की सरकार ने योग के विशेष प्रचार—प्रसार की जिम्मेदारी दी है । उन्होंने कहा कि मारवाई को 2018 में उन्होंने योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें पदमश्री पुरस्कार भी दिया ।

'योग को सबके लिए है और सबका बताते हुये कोविंद ने योग की लोकप्रियता बढाने के लिए स्वामी रामदेव के अभूतपूर्व योगदान की सराहना की और कहा कि उन्होंने जनसामान्य को भी योगाभ्यास से जोड कर अनगिनत लोगों का कल्याण किया है ।

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आधुनिक विज्ञान के साथ हमारे पारंपरिक ज्ञान से भारत को 'नॉलेज सुपरपॉवर' बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और उस पर पतंजलि विश्वविद्वालय अग्रसर है ।

उन्होंने कहा कि जहां आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने अनेक उपकरणों की सहायता से अदभुत प्रगति की है वहीं आयुर्वेद तथा योग विज्ञान ने सृष्टि द्वारा विकसित सर्वश्रेष्ठ उपकरण अर्थात मानव शरीर पर गहनता से शोध करके उसके माध्यम से ही रोगमुक्त और भोगमुक्त होने के प्रभावी मार्ग विकसित किए ।

उन्होंने सृष्टि के साथ सामंजस्य के लिए प्रकृति के अनुरूप जीवन शैली को जरूरी बताते हुए कहा कि प्राकृतिक नियमों का उल्लंघन न करें ।

उन्होंने पतंजलि विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ गठित करने की भी सराहना की और कहा कि इस पहल से हमारे देश की ज्ञान परंपरा को संपूर्ण विश्व में प्रसारित किया जा सकेगा ।

कोविंद ने कहा कि अन्य देशों से भी इस विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों का आना शुरू हो गया है और उन्हें आशा है कि भविष्य में विदेश से यहां आने वाले विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि होगी जिससे भारतीय मूल्यों का विश्व में और प्रचार प्रसार होगा । उन्होंने कहा, ' 21 वीं सदी में नए भारत के उदय में पतंजलि विवि का यह विशेष योगदान होगा ।'

आजादी का अमृत महोत्सव काल में राष्ट्रपति ने ऐसे विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों को और प्रोत्साहन दिए जाने की जरूरत बताई जो अपनी संस्कृति को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में नई उर्जा प्रदान कर रहे हैं ।

आज उपाधियां प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या 60 फीसदी होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कोविंद ने कहा कि भारतीय परंपरा पर आधारित आधुनिक शिक्षा का विस्तार करने में हमारी बेटियां अग्रणी भूमिका निभा रही हैं ।

उन्होंने कहा, ' मुझे विश्वास है कि आप सभी छात्राओं में से आधुनिक युग की गार्गी, मैत्रेयी, अपाला, रोमसा और लोपामुद्रा निकलेंगी जो भारतीय मनीषा और समाज की श्रेष्ठता को विश्व पटल पर स्थापित करेंगी । '



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शनिवार, 27 नवंबर 2021

राजाजी बाघ अभयारण्य में मालगाड़ी की चपेट में आने से हाथी के बच्चे की मौत

ऋषिकेश, 27 नवंबर (भाषा) राजाजी बाघ अभयारण्य के मोतीचूर रेंज में शुक्रवार देर रात एक मालगाड़ी की टक्कर में हाथी के बच्चे की मौत हो गई।

वन अभयारण्य के निदेशक धर्मेश कुमार सिंह ने बताया कि इस टक्कर में हाथी के चार साल के बच्चे की मौत हो गई, यह घटना शुक्रवार देर रात लगभग डेढ बजे हुई।

सिंह ने बताया कि ट्रेन के चालक ने कुछ मीटर की दूरी पर हाथियों के एक झुंड को पटरी पर खड़ा देखा, जिसके बाद ट्रेन की गति धीमी की गई और हॉर्न बजाया गया। ट्रेन जब तक रूकी तब तक झुंड के ज्यादातर हाथी समय पर पटरी से उतर गए थे लेकिन हाथी का एक बच्चा इसकी चपेट में आ गया। उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि मालगाड़ी के चालक के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।



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राजाजी बाघ अभयारण्य में मालगाड़ी ट्रेन की चपेट में आने से हाथी के बच्चे की मौत

ऋषिकेश, 27 नवंबर (भाषा) राजाजी बाघ अभयारण्य के मोतीचूर रेंज में शुक्रवार देर रात एक मालगाड़ी की टक्कर में हाथी के बच्चे की मौत हो गई।

वन अभयारण्य के निदेशक धर्मेश कुमार सिंह ने बताया कि इस टक्कर में हाथी के चार साल के बच्चे की मौत हो गई, यह घटना शुक्रवार देर रात लगभग डेढ बजे हुई।

सिंह ने बताया कि ट्रेन के चालक ने कुछ मीटर की दूरी पर हाथियों के एक झुंड को पटरी पर खड़ा देखा, जिसके बाद ट्रेन की गति धीमी की गई और हॉर्न बजाया गया। ट्रेन जब तक रूकी तब तक झुंड के ज्यादातर हाथी समय पर पटरी से उतर गए थे लेकिन हाथी का एक बच्चा इसकी चपेट में आ गया। उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि मालगाड़ी के चालक के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।



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वन अनुसंधान संस्थान पांच दिसंबर तक पर्यटकों के लिए बंद

देहरादून, 27 नवंबर (भाषा) वन अनुसंधान संस्थान को एहतियात के तौर पर शनिवार से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के पुराने छात्रावास को सूक्ष्म निषिद्ध क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद उक्त कदम उठाया गया है।

लखनऊ में प्रशिक्षण के बाद लौटे कुल 48 आईएफएस अधिकारियों में से बृहस्पतिवार को 11 की कोविड जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पुराने छात्रावास को सूक्ष्म निषिद्ध क्षेत्र में बदल दिया गया है और सभी संक्रमित अधिकारियों को छात्रावास में ही पृथकवास में रखा गया है।

यह छात्रावास वन अनुसंधान संस्थान के परिसर में स्थित है।

एफआरआई के एक अधिकारी ने बताया कि एहतियात के तौर पर वन अनुसंधान संस्थान पांच दिसंबर तक पर्यटकों के लिए बंद रहेगा।



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शुक्रवार, 26 नवंबर 2021

कार्बेट में अनियमितताओं के चलते उत्तराखंड के शीर्ष वन अधिकारियों का तबादला किया गया

देहरादून, 26 नवंबर (भाषा) कार्बेट बाघ संरक्षित्र क्षेत्र के बफर जोन में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई एवं अंवैध निर्माण के आरोपों के बाद उत्तराखंड के वन विभाग के दो दर्जन से अधिक अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है।

राज्य के वन बल प्रमुख राजीव भरतारी और मुख्य वन्यजीवन वार्डन जे एस सुहाग समेत 29 अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है।

पच्चीस नवंबर को जारी किये गये आदेश के अनुसार भरतारी के स्थान पर मुख्य वन सरंक्षक विनोद कुमार की नियुक्ति की गयी है जो उत्तराखंड जैवविविधता बोर्ड की अगुवाई कर रहे थे। अब भरतारी बोर्ड में कुमार की जगह लेंगे।

सुहाग से मुख्य वन्यजीव वार्ड का अतिरिक्त प्रभार ले लिया गया है लेकिन वह प्रतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बने रहेंगे।

सरकारी आदेशानुसार मुख्य वन संरक्षक (पारिस्थितिकी -पर्यटन) पराग मधुकर धकाते अब सुहाग का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे।

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के तथ्यान्वेषी दल ने कार्बेट बाघ संरक्षित्र क्षेत्र के बफर जोन में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कथित कटाई एवं अंवैध निर्माण पर ऐतराज किया था।

एनटीसीए दल ने क्षेत्र सर्वेक्षण के बाद उन अधिकारियों की पहचान करने एवं उन्हें दंडित करने की संस्तुति की थी जिनकी मिलीभगत से संरक्षित क्षेत्र के कालागढ़ एवं मोरघाट्टी वनक्षेत्र में कथित रूप से अवैध निर्माण किया गया। उसने अधिकारियों की भूमिका की सतर्कता जांच की भी सिफारिश की थी।



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आईजीएनएफए के 11 आईएफएस अधिकारी कोरोना वायरस से संक्रमित

देहरादून, 26 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के लखनऊ में प्रशिक्षण लेने गए स्थानीय इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के भारतीय वन सेवा के 48 अधिकारियों में से 11 को वहां से लौटने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।

जिला निगरानी अधिकारी राजीव कुमार दीक्षित ने शुक्रवार को बताया कि इनमें से आठ अधिकारी 19 नवंबर को दिल्ली लौटने पर कोविड-19 से ग्रस्त पाए गए जबकि 24 नवंबर को देहरादून लौटने पर तीन और अधिकारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए।

उन्होंने बताया कि संक्रमित अधिकारियों को अकादमी के पुराने छात्रावास में पृथकवास में रखा गया है और उस इलाके को निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। दीक्षित ने बताया कि सभी संक्रमित अधिकारियों का टीकाकरण पूर्ण हो चुका है और उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण हैं।

गौरतलब है कि दिल्ली के रास्ते देहरादून लौटे अधिकारियों को राज्य में कोविड मानक परिचालन में दी गई ढील की वजह से आसानी से सीमा में प्रवेश मिल गया। राज्य सरकार ने हाल में दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट निगेटिव होने का प्रमाणपत्र पेश करने की अनिवार्यता समाप्त कर दी है।

उत्तराखंड में कोविड-19 का पहला मामला भी अकादमी में ही आया था।



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Uttarakhand chunav 2022: 70 में से 60 सीटों पर नजर, जानें उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी की क्या है रणनीति

देहरादूनकेंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उत्तराखंड चुनाव प्रभारी पहलाद जोशी देहरादून पहुंचे। यहां उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनाव में भाजपा अपने निर्धारित 60 से ज्यादा सीटों के लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त कर लेगी। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पार्टी की चुनाव प्रबंधन समिति में भाग लेने के बाद जोशी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पार्टी की पिछले कई चुनावों की तैयारियों की तुलना में इस बार हम काफी आगे बढ चुके हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि 60 पार का लक्ष्य जो हमने रखा है, उसे हम 100 प्रतिशत प्राप्त कर लेंगे।' 2017 में जीती थीं 57 सीटें भाजपा ने 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में 70 में से 57 सीटों पर जीत दर्ज की थी। आगामी चुनाव के लिए रोडमैप तैयार करते हुए पार्टी ने अपने लिए 'इस बार, 60 के पार' का लक्ष्य निर्धारित किया है। जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से कर रहे मुलाकात जोशी ने कहा कि लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह स्वयं, दोनों सहप्रभारी-आर पी सिंह और लॉकेट चैटर्जी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सहित वरिष्ठ नेता जमीनी स्तर तक कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और इस बात पर जबरदस्त चर्चा चल रही है कि पार्टी के विचार और रणनीति जनता तक कैसे पहुंचे। चला रहे अभियान प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि विधानसभा क्षेत्रों की कोर कमेटी की बैठकों में निचले स्तर पर हो रहे कार्यो और महाजनसंपर्क अभियान की समीक्षा के साथ ही आने वाले समय में 'मेरा घर कोरोना मुक्त' के साथ शुरू होने वाले दूसरे विशेष महाजनसंपर्क अभियान को लेकर हर घर तक पहुंचने पर भी चर्चा की जाएगी । कौशिक ने बताया कि पार्टी की चुनाव प्रबंधन समिति में बनायी गयी 33 उप समितियों की कल से लेकर आज तक 13 की बैठक हो चुकी है जिनमें घोषणापत्र, विशेष जन संपर्क अभियान और प्रबंधन प्रमुख हैं। प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को जोड़ने की तैयारी प्रहलाद जोशी कहा, ‘हमने तय किया है कि विशेष संपर्क अभियान की प्रदेश की टीम विधानसभा क्षेत्र स्तर तक जाएगी और समाज की दिशा तय करने वाले प्रबुद्ध वर्ग के 50-100 लोगों से संपर्क और बातचीत कर उनसे प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने के लिए सहयोग का निवेदन करेगी।’ उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह तक इसकी रूपरेखा बनाकर काम शुरू कर दिया जाएगा । इसी प्रकार, प्रदेश की चुनाव प्रबंधन समिति ने सभी 13 जिलों में 30 तारीख तक जिला स्तरीय और फिर विधानसभा स्तरीय चुनाव प्रबंधन समिति बनाने को कहा है ताकि चुनाव प्रबंधन का काम सक्रिय रूप से जल्द शुरू हो सके । विधानसभा सीटों पर जाएगी समिति चुनावों में टिकट वितरण को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कौशिक ने कहा कि जल्द ही सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की एक समिति भेजी जाएगी जो वहां के सभी प्रमुख लोंगों और कार्यकर्ताओं से बातचीत कर वहां की स्थिति और दावेदारों की सूची प्रदेश पार्टी को उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि टिकट के बारे में अंतिम निर्णय पार्टी का केंद्रीय संसदीय बोर्ड करेगा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के बारे में पूछे जाने पर कौशिक ने कहा कि यह कार्यक्रम तीन या चार दिसंबर को हो सकता है और स्थान के लिए कुमांउ या देहरादून पर विचार किया जा रहा है।


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गुरुवार, 25 नवंबर 2021

रुड़की आईआईटी में 175वीं सालगिरह का समारोह शुरू

देहरादून, 25 नवंबर (भाषा) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)रुड़की ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद प्रधान की मौजूदगी में अपनी 175वीं सालगिरह के समारोह की शुरुआत की।

मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री प्रधान ने देश के अग्रणी संस्थान को शोध और नवाचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए बधाई देते हुए कहा, ''आईआईटी रुड़की ने अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में सबसे आगे रहने के साथ-साथ समाज और राष्ट्र के हित में शिक्षा और उद्योग के बीच परस्पर संबंधों को भी सशक्त बनाया है।''

आईआईटी रुड़की ने ब्रिटिश काल के पहले इंजीनियरिंग कालेज के रूप में 1847 में अपनी यात्रा शुरू की थी।



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Corona Case: इंडियन फॉरेस्‍ट सर्विस देहरादून में 11 ट्रेनी अधिकारी कोरोना पॉजिटिव मिले, मिड टर्म की ट्रेनिंग में आए थे

करन खुराना, देहरादून उत्तराखंड में कोरोना वायरस का विस्फोट हुआ है। पिछले कुछ दिनों में मामलों में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। इसी के साथ गुरुवार को देहरादून स्थित इंदिरा गांधी वन अनुसंधान केंद्र (एफआरआई ) में 11 प्रशिक्षु अधिकारी कोरोना संक्रमित पाए गए। जिसके बाद हड़कम्प मच गया। इंदिरा गांधी वन अनुसंधान केंद्र एक ऐसा स्थान है, जहां पर पिछले साल भी भारी संख्या में कोरोना संक्रमित अधिकारी मिले थे। अप्रैल 2021 में भी कोरोना संक्रमण के कारण एफआरआई को काफी दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। उस समय भी 100 से ज्यादा प्रक्षिशु अधिकारी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इंदिरा गांधी वन अनुसंधान केंद्र में भारतीय वन सेवा से जुड़े अधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। मिली सूचना के अनुसार, 48 अधिकारी लखनऊ ट्रेनिंग पर गए थे। लखनऊ में ट्रेनिंग के बाद अधिकारी दिल्ली पहुंचे। इसके बाद प्रशिक्षु अधिकारियों का दल दिल्ली से देहरादून के लिए रवाना हुआ। इसी दौरान जब प्रशिक्षु अधिकारियों की कोरोना जांच की गई तो उसमें से 11 अधिकारी पाए गए। फिलहाल कोरोना संक्रमित अधिकारियों को हॉस्टल में आइसोलेट कर दिया गया है।


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Rishikesh News: पहले पत्नी को मारी गोली... फिर खुद को उतारा मौत के घाट

विनिता कुमार, ऋषिकेश ऋषिकेश के थाना रानीपोखरी क्षेत्र के रखवाल गांव में गुरुवार उस समय हड़कंप मच गया, जब एक पूर्व सैनिक ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से पत्नी और खुद को गोली मारकर हत्या कर ली। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे रानीपोखरी थाना प्रभारी शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि गुरुवार सुबह लगभग साढ़े नौ बजे के करीब रानीपोखरी के रखवाल गांव निवासी पूर्व सैनिक ब्रजी कृषाली ने लाइसेंसी बंदूक से पत्नी कुसुम कृषाली और खुद को गोली मार ली। रखवाल गांव के प्रधान दीपक चंद ने बताया कि घटना के समय पूर्व सैनिक बृजी कृषाली, उनकी पत्नी कुसुम और मां और पुत्र वधू घर पर थे। मां और पुत्र वधू घर के भीतर थे, जबकि दोनों पति-पत्नी घर के आंगन में पानी गर्म कर रहे थे। पुलिस ने घर पर लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो पता चला कि सभी कमरों की तार पहले से कटे हुए थे। पूर्व सैनिक का एक पुत्र एयरफोर्स में और दूसरा पुत्र किसी कंपनी में काम करता है। पुलिस हत्या के मामलों की जांच कर रही है।


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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में '60 पार'के लक्ष्य को भाजपा शत-प्रतिशत प्राप्त करेगी:प्रह्लाद जोशी

देहरादून, 25 नवंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उत्तराखंड चुनाव प्रभारी पहलाद जोशी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि विधानसभा चुनाव में भाजपा अपने निर्धारित 60 से ज्यादा सीटों के लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त कर लेगी ।

यहां प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पार्टी की चुनाव प्रबंधन समिति में भाग लेने के बाद जोशी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पार्टी की पिछले कई चुनावों की तैयारियों की तुलना में इस बार हम काफी आगे बढ चुके हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि 60 पार का लक्ष्य जो हमने रखा है, उसे हम 100 प्रतिशत प्राप्त कर लेंगे ।'

भाजपा ने 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में 70 में से 57 सीटों पर जीत दर्ज की थी। आगामी चुनाव के लिए रोडमैप तैयार करते हुए पार्टी ने अपने लिए 'इस बार, 60 के पार' का लक्ष्य निर्धारित किया है।

जोशी ने कहा कि लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह स्वयं, दोनों सहप्रभारी-आर पी सिंह और लॉकेट चैटर्जी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सहित वरिष्ठ नेता जमीनी स्तर तक कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और इस बात पर जबरदस्त चर्चा चल रही है कि पार्टी के विचार और रणनीति जनता तक कैसे पहुंचे।

प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि विधानसभा क्षेत्रों की कोर कमेटी की बैठकों में निचले स्तर पर हो रहे कार्यो और महाजनसंपर्क अभियान की समीक्षा के साथ ही आने वाले समय में 'मेरा घर कोरोना—मुक्त' के साथ शुरू होने वाले दूसरे विशेष महाजनसंपर्क अभियान को लेकर हर घर तक पहुंचने पर भी चर्चा की जाएगी ।

कौशिक ने बताया कि पार्टी की चुनाव प्रबंधन समिति में बनायी गयी 33 उप समितियों की कल से लेकर आज तक 13 की बैठक हो चुकी है जिनमें घोषणापत्र, विशेष जन संपर्क अभियान और प्रबंधन प्रमुख हैं ।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमने तय किया है कि विशेष संपर्क अभियान की प्रदेश की टीम विधानसभा क्षेत्र स्तर तक जाएगी और समाज की दिशा तय करने वाले प्रबुद्ध वर्ग के 50-100 लोगों से संपर्क और बातचीत कर उनसे प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने के लिए सहयोग का निवेदन करेगी ।’’ उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह तक इसकी रूपरेखा बनाकर काम शुरू कर दिया जाएगा ।

इसी प्रकार, प्रदेश की चुनाव प्रबंधन समिति ने सभी 13 जिलों में 30 तारीख तक जिला स्तरीय और फिर विधानसभा स्तरीय चुनाव प्रबंधन समिति बनाने को कहा है ताकि चुनाव प्रबंधन का काम सक्रिय रूप से जल्द शुरू हो सके ।

चुनावों में टिकट वितरण को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कौशिक ने कहा कि जल्द ही सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की एक समिति भेजी जाएगी जो वहां के सभी प्रमुख लोंगों और कार्यकर्ताओं से बातचीत कर वहां की स्थिति और दावेदारों की सूची प्रदेश पार्टी को उपलब्ध कराएगी । उन्होंने कहा कि टिकट के बारे में अंतिम निर्णय पार्टी का केंद्रीय संसदीय बोर्ड करेगा ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के बारे में पूछे जाने पर कौशिक ने कहा कि यह कार्यक्रम तीन या चार दिसंबर को हो सकता है और स्थान के लिए कुमांउ या देहरादून पर विचार किया जा रहा है ।



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मंगलवार, 23 नवंबर 2021

उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने नयी खेल नीति को मंजूरी दी

देहरादून, 23 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने मंगलवार को नयी खेल नीति पर अपनी मुहर लगा दी, जिसमें प्रदेश में उभरती खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए कई योजनाओं और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों के लिए कई प्रोत्साहन शामिल हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने संवाददाताओं को बताया कि नयी खेल नीति के तहत कम उम्र में ही खेल प्रतिभाओं को पहचानने के लिए आठ साल की उम्र के बच्चों के लिए एक शारीरिक और खेल कौशल परीक्षण (पीएसएटी) संचालित किया जाएगा, जिससे उनकी प्रतिभाओं को तराशने का काम सही समय पर शुरू हो सके।

उन्होंने बताया कि उच्च प्राथमिकता वाले खेलों के लिए राज्य में ''सेंटर ऑफ एक्सीलेंस'' स्थापित किए जाएंगे तथा 'मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना' के तहत उभरते खिलाड़ियों को हर वर्ष मेरिट के आधार पर आठ से 14 साल की आयु के बालक-बालिकाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह उपलब्ध कराए जाएंगे।

उनियाल ने कहा कि हर जिले में 150 बालक और 150 बालिकाओं तथा पूरे प्रदेश में 1950 बालक और 1950 बालिकाओं को इसका लाभ मिलेगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के तहत 14-23 साल के खिलाड़ियों को 2,000 रुपये प्रतिमाह की छात्रवृत्ति के अलावा खेल किट एवं खेल संबंधी उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

उनियाल ने बताया कि बड़े स्तर के खेल आयोजनों में राज्य के पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की सरकारी विभागों में 'आउट ऑफ टर्न' नियुक्ति की प्रक्रिया को सरल किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए शैक्षणिक संस्थानों में पांच प्रतिशत का खेल कोटा रखा जाएगा तथा प्रदेश में खेल सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। मंत्रिमंडल ने उत्तराखंड मेगा औद्योगिक और निवेश नीति 2021 को भी अपनी मंजूरी दे दी।



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विधायक महेंद्र भाटी हत्याकांड में डीपी यादव के बाद एक और बरी

नैनीताल, 23 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश स्थित गाजियाबाद के बहुचर्चित विधायक महेंद्र भाटी हत्याकांड में पूर्व सांसद डीपी यादव को बरी करने के बाद उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने मंगलवार को एक अन्य दोषी को भी सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।

देहरादून की सीबीआई अदालत के आदेश को पलटते हुए, उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आर एस चौहान तथा न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने पाल सिंह उर्फ लक्कड़पाला उर्फ हरपाल सिंह को ठोस सबूतों के अभाव में आरोपों से बरी करते हुए उसकी रिहाई के आदेश दिए।

उच्च न्यायालय का यह आदेश लक्कड़पाला द्वारा दायर विशेष अपील पर आया है। अपने आदेश में उच्च न्यायालय ने कहा कि सीबीआई उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत इकट्ठा करने में असमर्थ रही और एकत्रित किए गए सबूत परस्पर विरोधी हैं।

इससे पहले, उच्च न्यायालय ने उन्नतीस साल पुराने हत्याकांड में दोषी करार दिए गए पूर्व सांसद यादव को भी 10 नवंबर को मामले से बरी कर दिया था। हत्याकांड में दो अन्य दोषियों की अपील पर निर्णय अभी सुरक्षित रखा गया है। 13 सितंबर, 1992 को विधायक महेंद्र सिंह भाटी की गाजियाबाद जिले में दादरी रेलवे क्रॉसिंग पर गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। हमले में भाटी के साथ उनका साथी उदय प्रकाश आर्य भी मारा गया था।

भाटी हत्याकांड की जांच पहले स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही थी लेकिन उच्च न्यायालय के आदेश के बाद इसकी विवेचना 1993 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी गयी। उत्तर प्रदेश में डीपी यादव के दबदबे के कारण निष्पक्ष जांच प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए उच्चतम न्यायालय ने वर्ष 2000 में जांच सीबीआई देहरादून को स्थानांतरित कर दी।

सीबीआई द्वारा दाखिल आरोपपत्र में पूर्व सांसद यादव और कुख्यात अपराधी लक्कड़पाला सहित आठ व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया जिनमें से चार की सुनवाई के दौरान मृत्यु हो गई। सीबीआई द्वारा पेश किए गए सबूतों और गवाहों के आधार पर अदालत ने फरवरी 2015 में डीपी यादव, परनीत भाटी, करण यादव और पाल सिंह उर्फ लक्कड़पाला को मामले में दोषी ठहराया और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई। लक्कड़पाला को आर्म्स अधिनियम के तहत भी सजा सुनाई गई। इस आदेश को चारों दोषियों ने उच्च न्यायालय में अलग-अलग विशेष अपील दायर कर चुनौती दी।



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कांग्रेस का एम्स ऋषिकेश में भ्रष्टाचार का आरोप, सीबीआई जांच की मांग

ऋषिकेश, 23 नवंबर (भाषा) कांग्रेस ने मंगलवार को यहां स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में सामान की खरीद और भर्तियों में बडे़ पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से इसकी जांच कराने की मांग की।

यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस ने 15 अप्रैल, 2020 का एक ई-वे बिल भी पेश किया जिसके अनुसार देहरादून के एक विक्रेता ने एम्स ऋषिकेश के लिए 59,173 रुपये का सामान पानी के जहाज से भेजा।

देहरादून और ऋषिकेश के बीच नौपरिवहन की सुविधा न होने के चलते इस ई-वे बिल को ‘‘फर्जी’’ बताते उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के संगठन महामंत्री विजय सारस्वत ने कहा, ‘‘हम इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं क्योंकि संस्थान में दबे हुए इस तरह के और भी मामले हो सकते हैं।’’

ई-वे बिल के अनुसार, खेप राजेंद्र नगर, कौलागढ़ रोड, देहरादून से भेजी गई और पशुलोक, ऋषिकेश में पहुंची।

सारस्वत ने यह भी आरोप लगाया कि कोविड की पहली और दूसरी लहर में एम्स ऋषिकेश में मरीजों के उपचार में घोर लापरवाही बरती गयी और उनके तीमारदारों से भी उचित व्यवहार नहीं किया गया।



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केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने उत्तराखंड के आपदा प्रभावितों के लिए 22.5 करोड़ रुपये का चेक सौंपा

देहरादून, 23 नवंबर (भाषा) केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने मंगलवार को उत्तराखंड के आपदा प्रभावितों की मदद के लिए 22.5 करोड़ रुपये का चेक प्रदेश के आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत को सौंपा।

यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, यह धन निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के सात ऊर्जा उपक्रमों के सौजन्य से एकत्र किया किया गया।

नयी दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में यहां से वर्चुअल रूप से भाग लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मदद के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि अक्टूबर में अतिवृष्टि से प्रदेश को काफी नुकसान हुआ था जिससे निपटने में केंद्र का पूरा सहयोग मिला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र से मिले तीन हेलीकॉप्टरों की मदद से 500 से अधिक लोगों की जान बचाई गई।

उत्तराखंड में 17 से 19 अक्टूबर तक लगातार बारिश के कारण दर्जनों मकान, सड़कें और पुल ढह गए तथा कई जग ह भूस्खलन हुआ जिनमें 70 से अधिक लोगों की जान चली गयी।



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चारधाम के तीर्थ पुरोहितों ने मंत्रियों के घरों का घेराव किया

देहरादून, 23 नवंबर (भाषा) आगामी विधानसभा चुनाव से पहले देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर अपने आंदोलन को और धार देते हुए चारों धामों के ती र्थ पुरोहितों ने मंगलवार को उत्तराखंड सरकार के मंत्रियों के आवासों का घेराव किया।

उन्होंने देवस्थानम बोर्ड के गठन के प्रावधान वाले अधिनियम को वापस लेने के लिए राज्य सरकार पर दवाब बनाने के वास्ते मुख्य रूप से कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के आवास के बाहर धरना दिया तथा ‘शीर्षासन’ भी किया।

इस दौरान उनियाल अपने घर से बाहर आए और पुरोहितों से बातचीत की। उन्होंने पुरोहितों से 30 नवंबर तक इंतजार करने को कहा और संकेत दिया कि इसके बाद इस संबंध में कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है।

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्रित्व काल में 2019 में गठित चारधाम देवस्थानम बोर्ड का चारों धामों-बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहित शुरू से ही विरोध कर रहे हैं और इसे भंग किए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। उनका मानना है कि बोर्ड का गठन उनके पारंपरिक अधिकारों का हनन है।

तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि वे ‘चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत’ के बैनर तले सात दिसंबर से गैरसैंण में शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा भवन का भी घेराव करेंगे।

उन्होंने कहा कि वे यहां 27 नवंबर को 'काला दिवस' मनाते हुए विरोध मार्च भी करेंगे। इसी दिन राज्य मंत्रिमंडल ने देवस्थानम बोर्ड के गठन को अपनी मंजूरी दी थी। इस दौरान यहां गांधी पार्क से लेकर राज्य सचिवालय तक 'आक्रोश रैली' भी निकाली जाएगी।

यहां राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के अलावा केंद्र सरकार द्वारा नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद तीर्थ पुरोहितों को अपनी मांग पूरी होने की आस बंधी है और इसी के चलते उन्होंने अपना आंदोलन तेज कर दिया है।

इस साल जुलाई में मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने इस मुद्दे के समाधान के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता मनोहर कांत ध्यानी की अध्यक्षता में एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन किया था। यह समिति अपनी अंतरिम रिपोर्ट सरकार को सौंप चुकी है।



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सोमवार, 22 नवंबर 2021

उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने के लिए जनसुझावों के आधार पर रोडमैप बनेगा:धामी

देहरादून, 22 नवंबर (भाषा) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कहा कि उत्तराखंड को 2025 तक सभी क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाने के लिए जन सुझावों को ध्यान में रखते हुए रोडमैप बनाया जाएगा ।

यहां 'आत्मनिर्भर उत्तराखंड 25 बोधिसत्व : विचार श्रृंखला' के तहत विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों के साथ प्रत्यक्ष एवं ई-संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को 2025 तक सभी क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे ।

उन्होंने कहा, ‘‘इस जन संवाद से जो अमृत निकलेगा, उससे प्रदेश के समग्र विकास के लिए भावी रणनीति पर कार्य किया जायेगा। विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े महानुभावों के जो भी सुझाव प्राप्त होंगे, उन्हें ध्यान में रखते हुए आगे के लिए रोडमैप तैयार किया जायेगा ।’’

धामी ने कहा कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियां अलग हैं और राज्य सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य को केंद्र से पूरा सहयोग मिल रहा है और राज्य में हवाई, रेल एवं सड़क संपर्क का तेजी से विस्तार हुआ है। मुख्यमंत्री के अनुसार राज्य सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार जैसी मूलभूत आवश्यकताओं के अलावा पलायन को रोकने और सीमांत क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है और समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में नदी नालों का पुनर्जीवीकरण, वन्य जीवों के संरक्षण, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने, लोकल फॉर वोकल जैसे अनेक क्षेत्रों में दीर्घकालीन सोच के साथ काम किया जा रहा है।



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रविवार, 21 नवंबर 2021

सत्ता में आने पर आम आदमी पार्टी प्रदेश में स्कूल, अस्पताल बनाएगी, मुफ्त तीर्थयात्रा योजना लागू करेगी

देहरादून, 21 नवंबर (भाषा) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि अगर उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी सत्ता में आती है तो वह प्रदेश के अच्छे भविष्य के लिए स्कूल और अस्पताल बनवाएगी तथा विभिन्न समुदाय के लोगों के लिए मुफ्त तीर्थयात्रा योजना शुरू करेगी ।

प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर हरिद्वार पहुंचे केजरीवाल ने कहा, ' मैं कह रहा हूं कि मैं आपके स्कूल अच्छे कर दूंगा । मैं आपके बच्चों का भविष्य बना दूंगा । आपके बच्चों के लिए नौकरी का इंतजाम कर दूंगा । आपके परिवार के लिए अस्पताल बना दूंगा ।'

उन्होंने जोर देकर कहा कि पूरे देश में आम आदमी पार्टी को छोड़कर ऐसी कोई पार्टी नहीं है जो अच्छी शिक्षा के लिए बात करे ।

केजरीवाल ने कहा कि मुफ्त तीर्थयात्रा योजना के तहत, हिंदुओं को अयोध्या, मुसलमानों को अजमेर शरीफ और सिखों को करतारपुर सहिब की यात्रा कराई जाएगी ।

उन्होंने कहा, 'दिल्ली में हमारी मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना है जिसके तहत वरिष्ठ नागरिकों को हम मुफत में तीर्थयात्रा कराते हैं जिसमें उन्हें आराम से एसी ट्रेनों में ले जाया जाता है और एसी होटलों में रूकवाया जाता है । उनका आना जाना, रहना और खानापीना सब मुफ्त होता है।'

उन्होंने बताया कि हरिद्वार, ऋषिकेश, वैष्णों देवी, द्वारिकाधीश, रामेश्वरम तथा पुरी सहित देश भर के 12 तीर्थस्थानों की यात्रा इसमें शामिल है । केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली के 36000 नागरिक अब तक इस योजना का लाभ ले चुके हैं ।

आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि कुछ दिन पहले जब वह अयोध्या गए और वहां रामलला के दर्शन किए तो उनके मन में भाव आया कि भगवान उन्हें इतनी सामर्थ्य दे कि वह देश के हर व्यक्ति को अयोध्या और रामलला के दर्शन करा सकें । उन्होंने दिल्ली लौटने के बाद अयोध्या को तीर्थस्थानों की सूची में शामिल करवाया ।

उन्होंने कहा, 'मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि दिल्ली के नागरिकों को लेकर अयोध्या के लिए पहली ट्रेन तीन दिसंबर को चलेगी ।'

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने हरिद्वार में ऑटोरिक्शा चालकों के साथ भी बैठक की और उनसे वादा किया कि आप के सत्ता में आने पर उनकी समस्याओं का भी वैसे ही समाधान किया जाएगा जैसे उन्होंने दिल्ली में किया है ।

उन्होंने कहा,' मैं आपके भाई की तरह काम करूंगा । आपकी समस्याएं अब मेरी जिम्मेदारी हैं ।'

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के ऑटोरिक्शा चालक आप (आम आदमी पार्टी) के बडे फैन हैं और उसकी जीत में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

उत्तराखंड में अगले साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने हैं और केजरीवाल अपने हर उत्तराखंड दौरे में जनता के लिए घोषणाएं कर रहे हैं । उन्होंने अपने पिछले दौरों में किसानों के लिए मुफ्त बिजली, हर परिवार के लिए 300 यूनिट तक निशुल्क बिजली देने की घोषणा की थी ।



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सत्ता में आने पर आप स्कूल, अस्पताल बनाएगी, मुफत तीर्थयात्रा योजना लागू करेगी

देहरादून, 21 नवंबर (भाषा) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि अगर उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी सत्ता में आती है तो वह प्रदेश के अच्छे भविष्य के लिए स्कूल और अस्पताल बनवाएगी तथा विभिन्न समुदाय के लोगों के लिए मुफ्त तीर्थयात्रा योजना शुरू करेगी ।

प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर हरिद्वार पहुंचे केजरीवाल ने कहा, ' मैं कह रहा हूं कि मैं आपके स्कूल अच्छे कर दूंगा । मैं आपके बच्चों का भविष्य बना दूंगा । आपके बच्चों के लिए नौकरी का इंतजाम कर दूंगा । आपके परिवार के लिए अस्पताल बना दूंगा ।'

उन्होंने जोर देकर कहा कि पूरे देश में आम आदमी पार्टी को छोड़कर ऐसी कोई पार्टी नहीं है जो अच्छी शिक्षा के लिए बात करे ।

केजरीवाल ने कहा कि मुफ्त तीर्थयात्रा योजना के तहत, हिंदुओं को अयोध्या, मुसलमानों को अजमेर शरीफ और सिखों को करतारपुर सहिब की यात्रा कराई जाएगी ।

उन्होंने कहा, 'दिल्ली में हमारी मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना है जिसके तहत वरिष्ठ नागरिकों को हम मुफत में तीर्थयात्रा कराते हैं जिसमें उन्हें आराम से एसी ट्रेनों में ले जाया जाता है और एसी होटलों में रूकवाया जाता है । उनका आना जाना, रहना और खानापीना सब मुफ्त होता है।'

उन्होंने बताया कि हरिद्वार, ऋषिकेश, वैष्णों देवी, द्वारिकाधीश, रामेश्वरम तथा पुरी सहित देश भर के 12 तीर्थस्थानों की यात्रा इसमें शामिल है । केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली के 36000 नागरिक अब तक इस योजना का लाभ ले चुके हैं ।

आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि कुछ दिन पहले जब वह अयोध्या गए और वहां रामलला के दर्शन किए तो उनके मन में भाव आया कि भगवान उन्हें इतनी सामर्थ्य दे कि वह देश के हर व्यक्ति को अयोध्या और रामलला के दर्शन करा सकें । उन्होंने दिल्ली लौटने के बाद अयोध्या को तीर्थस्थानों की सूची में शामिल करवाया ।

उन्होंने कहा, 'मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि दिल्ली के नागरिकों को लेकर अयोध्या के लिए पहली ट्रेन तीन दिसंबर को चलेगी ।'

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने हरिद्वार में ऑटोरिक्शा चालकों के साथ भी बैठक की और उनसे वादा किया कि आप के सत्ता में आने पर उनकी समस्याओं का भी वैसे ही समाधान किया जाएगा जैसे उन्होंने दिल्ली में किया है ।

उन्होंने कहा,' मैं आपके भाई की तरह काम करूंगा । आपकी समस्याएं अब मेरी जिम्मेदारी हैं ।'

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के ऑटोरिक्शा चालक आप (आम आदमी पार्टी) के बडे फैन हैं और उसकी जीत में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

उत्तराखंड में अगले साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने हैं और केजरीवाल अपने हर उत्तराखंड दौरे में जनता के लिए घोषणाएं कर रहे हैं । उन्होंने अपने पिछले दौरों में किसानों के लिए मुफ्त बिजली, हर परिवार के लिए 300 यूनिट तक निशुल्क बिजली देने की घोषणा की थी ।



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Arvind Kejriwal: हिंदुओं के लिए रामलला, मुसलमानों के लिए अजमेर शरीफ और सिखों के लिए करतारपुर साहिब के फ्री दर्शन...जानें उत्तराखंड में अरविंद केजरीवाल ने किए क्या चुनावी वादे

देहरादून उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया है कि अगर विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सरकार बनाती है तो राज्य के लोगों को फ्री रामलला के दर्शन कराएंगे। उत्तराखंड पहुंचे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसके अलावा कई चुनावी वादे किए। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप की सरकार बनने पर देवभूमिवासियों को मुफ्त में तीर्थ अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन कराएंगे। उन्होंने कहा कि वह अयोध्या में रामलला के दर्शन करने पहुंचे थे। वहां से बाहर निकलने पर उनके मन में भाव आया कि मुझे भगवान वह सामर्थ्य दे कि मैं हर किसी को अयोध्या के दर्शन फ्री में करवा सकूं। दिल्ली के तर्ज पर शुरू करेंगे योजना केजरीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ योजना के तहत दिल्ली के बुजुर्गों को फ्री में तीर्थ यात्रा करवाते हैं। 12 स्थानों की लिस्ट है। उसमें अयोध्या को भी शामिल किया गया है। अभी तक 36 हजार से ज्यादा लोगों को फ्री में दर्शन करवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की तर्ज पर ही यहां भी योजना शुरू की जाएगी। यात्रियों को एसी ट्रेन से ले जाना, लाना, एसी होटल में ठहराया मुसलमानों के लिए अजमेर शरीफ मुसलमानों के लिए अजमेर शरीफ ले जाया जाएगा। सिखों के लिए करतारपुर साहिब का फ्री में दर्शन करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी गारंटी देती है कि लोगों का लोक भी सुधारेगी और परलोक भी। टैक्सी-चालकों के लिए ऐलान अरविंद केजरीवाल ने इसके अलावा टैक्सी-चालकों के लिए की ऐलान किया। उन्होंने कहा कि चालकों के लिए फेसलेस आरटीओ सिस्टम बनाया जाएगा। इसके अलावा एक्सीडेंट के सारे इलाज का खर्च सरकार ही उठाएगी। वाहन की फिटनेस फीस को खत्म करेंगे। उन्होंने चालकों के लिए ऑफिसियल पार्किंग बनाने का ऐलान भी किया।


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शनिवार, 20 नवंबर 2021

Badrinath Dham Door Closed : फूलों से सजा बदरीनाथ धाम, विधि-विधान से बंद हुए कपाट, दिखा भव्य नजारा

देहरादून शीतकाल में छह महीने के लिए बदरीनाथ कपाट शनिवार 6 बजकर 45 मिनट पर विधि-विधान से बंद किए गए। इससे पहले पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश की ओर से मंदिर को चारों ओर से गेंदे, गुलाब और कमल के फूलों से सजाया गया। शीतकाल में भगवान बदरीनाथ की पूजा पांडुकेश्वर और जोशीमठ में संपन्न हुई। मंदिर के पट बंद होने की प्रक्रिया शाम 4 बजे से शुरू हुई। इससे पहले सुबह 6 बजे भगवान बदरीनाथ की अभिषेक पूजा की गई। बदरीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष शीतकाल हेतु आज शनिवार शाम 6 बजकर 45 मिनट पर विधि-विधान से बंद हो गये। इस अवसर पर बद्रीविशाल पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश द्वारा बदरीनाथ मंदिर को भव्य रूप से फूलों से सजाया गया था। बदरीनाथ धाम में भी तापमान कम, मौसम हुआ सर्द बदरीनाथ धाम की सुदूर पहाड़ियों पर बर्फ जमी है जिससे बदरीनाथ धाम में भी तापमान कम है तथा मौसम सर्द बना हुआ है। कुछ देर पूजा-अर्चना एवं दर्शन पश्चात बाल भोग समर्पित किया गया ,श्रद्धालुओं ने दर्शन किये दिन का भोग प्रसाद चढाया गया। शाम साढे चार बजे से कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गयी । इसके पश्चात शाम साढे पांच बजे उद्धव जी एवं कुबेर जी, एवं गरूड़ जी के मंदिर गर्भ गृह से बाहर मंदिर परिसर में आते ही रावल जी द्वारा स्त्रैण भेष धारणकर मां लक्ष्मी को मंदिर भगवान बदरीविशाल के पास विराजमान किया‌। नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंचेगी भगवान की मूर्ति इस अवसर पर कपाट बंद होने का संपूर्ण कार्यक्रम उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी. डी. सिंह की देखरेख में संपन्न हुआ। भगवान बदरी विशाल के खजाने के साथ श्री गरूड़ भगवान की प्रतिमा बदरीनाथ धाम से नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंचेगी। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ भविष्य बदरी मंदिर सुभाई तपोवन(जोशीमठ) तथा मातामूर्ति मंदिर माणा सहित श्री घ़टाकर्ण मंदिर माणा के कपाट तथा बदरीनाथ धाम में अधीनस्थ मंदिरों के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गये हैं। 2 लाख के करीब श्रद्धालुओं ने किए दर्शन श्री कुबेर जी अपने पांडुकेश्वर स्थित मंदिर में तथा उद्धव जी श्री योग-बदरी पांडुकेश्वर में विराजमान में हो जायेंगे जबकि 22 नवंबर को रावल जी एवं आदिगुरु शंकराचार्य जी की गद्दी श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में विराजमान होंगे।इसके साथ ही योग बदरी पांडुकेश्वर एवं श्री नृसिंह मंदिर जोशी मठ में शीतकालीन पूजाएं भी शुरू होंगी। इस वर्ष कुल 197056 तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीविशाल के दर्शन किये।


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टी-20 मैच में धोनी की तरह अथक बल्लेबाजी कर रहे है धामी: राजनाथ सिंह

पिथौरागढ़, 20 नवंबर (भाषा) रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी टी-20 मैच में महेंद्र सिंह धोनी की तरह ‘अथक बल्लेबाजी’ कर रहे हैं और उन्हें पूरे पांच साल के लिए ‘टेस्ट मैच’ का मौका दिया जाना चाहिए।

सिंह ने क्रिकेट की शब्दावली का उपयोग करते हुए 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद उत्तराखंड में धामी के लिए पूरे पांच साल का कार्यकाल मांगा। उन्होंने राज्य विधानसभा के बचे शेष समय में उनके छोटे कार्यकाल की तुलना ‘टी-20’ के एक मैच से की।

सिंह ने जिले में शहीद के एक गांव से शहीद सम्मान यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत करते हुए धामी के मुख्यमंत्री के तौर पर चार महीनों के दौरान प्रदर्शन की सराहना करते हुए, उनके लिए यह सिफारिश की।

राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘मैं हैरान था, जब धामी ने घोषणा की कि उन्होंने अपने कार्यकाल के लगभग चार महीनों में 400 फैसले किए हैं। मैं खुद एक मुख्यमंत्री रहा हूं। चार महीनों में चार सौ फैसले कोई साधारण उपलब्धि नहीं है।’’

शिक्षकों, आशा और आंगनवाड़ी कर्मियों तथा ग्राम प्रधानों के वेतन बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘वह युवा, विनम्र और कार्य करने वाले व्यक्ति हैं तथा निर्णय लेने और उन्हें लागू करने में सक्षम हैं।’’

सिंह ने इस साल जुलाई में मुख्यमंत्री पद संभालने वाले धामी की प्रशंसा करने के लिए क्रिकेट संबंधी शब्दावली का इस्तेमाल करते हुए कहा, ‘‘धामी 20-20 मैच में एक अथक बल्लेबाजी कर रहे हैं। वह महेंद्र सिंह धोनी की तरह एक अच्छे ‘फिनिशर’ के रूप में प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें पूरे पांच साल का ‘टेस्ट मैच’ खेलने का मौका दिया जाना चाहिए।’’

उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। धामी को ‘‘शुभकामनाएं’’ देते हुए सिंह ने कहा कि वह समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए उसी संवेदनशीलता के साथ काम करना जारी रखेंगे जिस तरह से वह वर्तमान में कर रहे हैं।



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अगर किसी देश ने भारत की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की तो उसे करारा जवाब मिलेगा : राजनाथ

पिथौरागढ़, 20 नवंबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है, लेकिन चेतावनी दी कि अगर किसी देश ने उसकी एक ईंच जमीन भी हड़पने की कोशिश की, तो उसे करारा जवाब मिलेगा।

भाजपा के वरिष्ठ नेता सिंह उत्तराखंड में ‘शहीद सम्मान यात्रा’ के दूसरे चरण की शुरुआत करने पहुंचे थे, जो पिथौरागढ़ जिले में झौलखेत मूनाकोट से शुरू हुआ।

उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छा संबंध चाहते हैं। भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया, न ही इसने किसी विदेशी भूमि पर कब्जा किया है। पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध भारत की संस्कृति रही है, लेकिन कुछ लोग इसे नहीं समझते हैं। मुझे नहीं पता कि यह उनकी आदत है या स्वभाव।’’

पाकिस्तान का नाम लेते हुए सिंह ने कहा कि वह आतंकवादी गतिविधियों के माध्यम से भारत को अस्थिर करने का प्रयास करता रहता है और उसे कड़ा संदेश दे दिया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने पश्चिमी सीमा पर अपने पड़ोसी को स्पष्ट संदेश दिया है कि अगर उसने सीमा लांघी तो हम न केवल सीमाओं पर पलटवार करेंगे, बल्कि उसके क्षेत्र में भी घुस जाएंगे और सर्जिकल एवं हवाई हमले करेंगे।’’

रक्षा मंत्री ने चीन का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘हमारा एक और पड़ोसी है (जो लगता है चीजों को नहीं समझता है)।’’

सिंह ने कहा कि वह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि अगर दुनिया के किसी भी देश ने ‘‘हमारी एक ईंच जमीन भी हड़पने का प्रयास किया तो भारत करारा जवाब देगा।’’

उन्होंने कहा कि 1971 में भारत की जीत के बारे में हर कोई जानता है। सिंह ने भारत के पड़ोसियों को चेतावनी दी कि वे किसी भ्रम में नहीं रहें।

रक्षा मंत्री ने कहा कि नेपाल में लिपुलेख से मानसरोवर तक सड़क के बारे में गलत धारणा बनाने का प्रयास किया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह नेपाल के साथ हमारे निकट सांस्कृतिक संबंधों को प्रभावित करने में विफल रहा।’’



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शुक्रवार, 19 नवंबर 2021

उत्तराखंड जाने के लिए अब रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं, कोरोना केस कम होते ही सरकार ने खत्म किए प्रतिबंध

देहरादून कोरोना के केसों में गिरावट को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने तमाम प्रतिबंधों को खत्म कर दिया गया है। दूसरे राज्यों से उत्तराखंड आने वालों को अब स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन नहीं कराना होगा। ऐसे लोग अब राज्य में बेरोकटोक एंट्री ले सकेंगे। हालांकि बुजुर्गों और संवेदनशील लोगों के लिए अभी भी कुछ गाइडलाइन जारी रखी गई हैं। मुख्य सचिव ने बताया कि कमजोर और संवेदनशील लोगों की सुरक्षा के लिए अभी भी कुछ प्रतिबंध रखे गए हैं। 65 साल से ज्यादा उम्र, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को जरूरी कामों से ही घर से बाहर जाने की इजाजत होगी। अब सिर्फ स्वास्थ्य विभाग द्वारा तय किए गए मानकों का सख्ती से पालन करना होगा। सार्वजनिक जगहों, ऑफिसों या सफर के दौरान मास्क पहनना जरूरी होगा। छह फुट की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर जुर्माना लगेगा। गुटखा-तंबाकू, पान पर पूरी तरह से प्रतिबंध होगा।


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कृषि कानूनों की वापसी किसानों, राहुल गांधी की जीत : हरीश रावत

देहरादून, 19 नवंबर (भाषा) कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने शुक्रवार को केंद्र के तीन विवादित कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के निर्णय को किसानों और राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकतांत्रिक प्रतिपक्ष के लगातार संघर्ष की जीत बताया।

कृषि कानूनों को वापस लेने के केंद्र के निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए रावत ने कहा, ‘‘लोकतंत्र आखिरकार जीत गया। किसानों का सामूहिक और लगातार संघर्ष जीत गया।’’

उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकतांत्रिक प्रतिपक्ष की भी जीत है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी वह पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने इन्हें काला कानून बताया था और विरोध में पंजाब और हरियाणा में ट्रैक्टर रैलियां निकाली थीं।

रावत ने कहा कि केंद्र का यह तर्क कि ये कानून इसलिए वापस लिए जा रहे हैं क्योंकि वह किसानों को समझा नहीं सका, उसके अहंकार को दिखाता है।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष रावत ने कहा कि कानूनों की वापसी ने पंजाब और उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत की संभावनाओं को और मजबूत कर दिया है।

यह पूछे जाने पर कि क्या इस निर्णय से भाजपा को मदद मिलेगी, रावत ने कहा कि अब भाजपा को इससे राहत मिलने का कोई मौका नहीं है क्योंकि निर्णय बहुत देर से आया है।

रावत ने केंद्र से उन किसान परिवारों से क्षमा मांगने को कहा जिन्होंने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में अपने प्रियजनों को खोया है। उन्होंने संघर्ष के दौरान मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा देने की भी केंद्र से मांग की।



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Car accident in Uttarakhand: अलकनंदा में गिरी कार, चट्टान से दो घंटे तक चिपककर चिल्लाता रहा, ऐसे बची जान

देहरादून 32 वर्षीय आकाश राठी बुधवार देर रात अपने चचेरे भाई 34 वर्षीय संदीप राठी के साथ ब्रदीनाथ जा रहे थे। वे हरिद्वार से निकले और रास्ते में तभी पौड़ी गढ़वाल जिले में श्रीनगर के पास आधी रात के करीब यह दुर्घटना हो गई। कार नदी में गिरने के बाद, संदीप कार सहित बह गए, जबकि आकाश लगभग दो घंटे तक चट्टान से चिपके रहे। उनकी आंखों के सामने मौत गुजर रही थी। हालांकि दो घंटे बाद उन्हें एसडीआरएफ की टीम ने बचा लिया। तैरना आता था इसलिए बची जान बचाव में शामिल एसडीआरएफ टीम के सदस्य उपेंद्र इष्टवाल ने बताया कि आकाश नदी में गिर गया क्योंकि उसका दरवाजा खुला था। चूंकि वह तैरना जानता था, इसलिए वह पास की चट्टान तक पहुंचने में कामयाब रहा और उससे चिपक गया। दो घंटे तक वह ऐसे ही चट्टान से चिपका रहा। इस बीच गुरुवार शाम संदीप राठी के शव को बाहर निकाला गया। उसका शव कार समेत बाहर निकाला गया। वह हरिद्वार के नरसन में एक काम करता था। आवाज सुनकर लोगों ने पुलिस को दी सूचना उपेंद्र ने कहा कि आकाश भाग्यशाली था कि मदद के लिए उसकी पुकार हाईवे पर पास के एक होटल के कर्मचारियों तक पहुंची। उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने बताया कि यह उसका सौभाग्य है कि नदी का जल स्तर नहीं बढ़ा और जिस चट्टान से वह चिपके हुए थे, वह नहीं डूबा। आकाश का चल रहा इलाज एसडीआरएफ के एक जवान ने कहा कि आकाश को जब बचाया गया, वह बहुत सदमे में था। उसे श्रीनगर के एक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है और फिलहाल उसका इलाज चल रहा है।


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गुरुवार, 18 नवंबर 2021

उत्तराखंड : खुर्शीद के नैनीताल स्थित घर में तोड़फोड़ के मामले में चार लोग गिरफ्तार

नैनीताल, 18 नवंबर (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद के उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित मकान पर हमले और तोड़फोड़ के चार दिन बाद बृहस्पतिवार को पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया।

कुमाऊं के पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश आनंद भरणे ने यहां बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में चंदन सिंह लोधियाल (27), उमेश मेहता (30), कृष्ण सिंह बिष्ट और राजकुमार मेहता (29) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए एक आरोपी के पास से एक पिस्तौल और एक मैगजीन भी बरामद हुई है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि चारों आरोपी कांग्रेस नेता के मकान पर उनका पुतला जलाने और उनके खिलाफ नारे लगाने गए थे। आरोपियों ने पूछताछ में दावा किया कि खुर्शीद के मकान में रहने वाले एक सहायक से झगड़े के बाद स्थिति बिगड़ गयी और वहां तोड़फोड़ और आगजनी की गई। भरणे ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और हथियार कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

खुर्शीद की किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ में कथित तौर पर हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों से किए जाने पर विवाद के बीच सोमवार को नैनीताल से करीब 15 किलोमीटर दूर सतकोल में स्थित उनके घर पर हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी की गयी। नारे लगाते हुए हमलावरों ने खुर्शीद के घर के बाहर उनका पुतला फूंका और उसके बाद घर के शीशों को क्षतिग्रस्त करते हुए लकड़ के एक दरवाजे में आग भी लगा दी।



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शिकारियों पर निगाह रखने के लिए वन्यजीव क्षेत्रों में सौर शक्ति युक्त कैमरा लगाए गए

पिथौरागढ, 18 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में सर्दियों में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए उंचाई वाले क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर 40 से ज्यादा सौर शक्ति युक्त स्वचालित कैमरे लगाए गए हैं ।

पिथौरागढ के वन प्रभागीय अधिकारी विनय भार्गव ने बताया, ‘‘ ये कैमरे उन शिकारियों पर निगाह रखेंगे जो कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए उच्च हिमालयी क्षेत्रों से जानवरों के नीचे घाटियों में आते ही सक्रिय हो जाते हैं ।’’

उन्होंने बताया कि ये कैमर जिले की व्यास, चौदास, मिलम, दारमा, चिपलाकोट, चिपका केदार, हांसलिंग ओर नगीनीधुरा घाटियों में लगाए गए हैं ।

वन अधिकारी ने बताया, ‘‘इन सौर शक्ति युक्त उच्च गुणवत्ता वाले कैमरों को स्थापित करने के अलावा, हमने वन विभाग की अपनी टीम को भी शिकारियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए दिन के समय क्षेत्र में गश्त करने के निर्देश दिए हैं ।’’

इन क्षेत्रों में काला और भूरा हिमालयी भालू, कस्तूरी मृग, मोनाल पक्षी, तिब्बती भेडिया, लाल लोमडी, आइबैक्स और सुनहरा गिद्ध जैसी बीसियों दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं जिनमें से कई का अस्तित्व खतरे में है ।



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तीर्थ पुरोहित उत्तराखंड की 15 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे

ऋषिकेश, 18 नवंबर (भाषा) देवस्थानम बोर्ड का विरोध कर रहे चारधाम तीर्थ पुरोहितों के एक संगठन ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि वह उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों में 15 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े करेंगे ।

चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत समिति की यहां आम बैठक के बाद उसके अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हम प्रदेश में 15 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे लेकिन वे रणनीतिक रूप से कई सीटों के परिणाम पर अपना प्रभाव डालेंगे ।’’

उन्होंने बताया कि समिति पत्राचार अभियान चलाकर जनता को भी देवस्थानम बोर्ड के बारे में जागरूक करेगी । उन्होंने कहा, ‘‘ हम यजमानों को बताएंगे कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने कैसे ढाई हजार साल पुरानी सर्वमान्य परम्परा को समाप्त कर हम पर देवस्थानम एक्ट थोपा है ।’’

कोटियाल ने यह भी कहा कि अगर सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को जल्द समाप्त नही किया तो गैरसैंण में होने वाले आगामी सत्र में विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा।

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में गठित चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग किए जाने की मांग को लेकर चारों हिमालयी धामों—बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री, के तीर्थ पुरोहित लंबे समय से आंदोलनरत हैं।



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