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पिथौरागढ, 15 अक्टूबर (भाषा) धारचूला उपखंड के भूस्खलन संवेदनशील चालना चिलासो गांव के 50 से ज्यादा परिवारों का सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास का इंतजार जल्द ही समाप्त हो सकता है। वर्ष 2018 में भूस्खलन के लिए अति संवेदनशील मानते हुए भूगर्भशास्त्रियों द्वारा रहने के लिए असुरक्षित घोषित किए जा चुके इस गांव के 52 परिवारों के पुनर्वास के लिए प्रशासन तैयारियां पूरी कर चुका है। धारचूला के उपजिलाधिकारी ए के शुक्ला ने बताया, ‘‘पुनर्वास के लिए जरूरी सभी प्रक्रियाएं जैसे पुरानी बसावट की भूगर्भीय जांच, नयी भूमि का चयन, पुनर्वासित होने वाले परिवारों की सूची सहित सरकार द्वारा बताए गए 29 अन्य बिंदुओं पर काम पूरा हो चुका है। एक-दो सप्ताह में हमें इस कार्य के लिए बजट की मंजूरी मिल जाएगी और उसके बाद गांव को स्थानांतरित करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि पुनर्वास के लिए सुरक्षित स्थानों के रूप में थलसेन, मठखन्ना और पययाधार का चयन किया गया है जो गांव से ज्यादा दूर नहीं हैं ।
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