देहरादून, 27 अक्टूबर (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को प्रदेश में भालुओं के लिए दो राहत केंद्र बनाने की घोषणा की तथा कहा कि बंदरों के लिए भी चार राहत केंद्र बनाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया है। यहां प्रदेश के वन विभाग के मुख्यालय में ई-ऑफिस प्रणाली की शुरुआत करने के बाद मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि प्रदेश में भालुओं के लिए दो राहत केंद्र बनाए जाएंगे जिनमें से एक चमोली जिले में और दूसरा पिथौरागढ़ जिले में होगा । उन्होंने बताया कि इसके अलावा, बंदरों के लिए चार राहत केंद्र बनाने का प्रस्ताव भी केंद्र को भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को ई-ऑफिस प्रणाली को जल्द ही जिला एवं क्षेत्रीय कार्यालयों में भी विस्तारित करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कार्यों में तेजी और पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटल इंडिया की शुरुआत के बेहतर परिणाम आज सबके सामने हैं । उन्होंने कहा, ‘‘डिजिटल कार्यप्रणाली की ओर हम जितनी तेजी से बढ़ेंगे, उतनी तेजी से जन समस्याओं का निदान होगा।’’ रावत ने कहा कि जंगलों में फलदार वृक्ष लगाए जाएंगे जिससे जानवरों की आहार आवश्यकता जंगल में ही पूरी हो जाएगी और वे आबादी वाले क्षेत्रों में कम आएंगे।
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