देहरादून की कैबिनेट बैठक में और तिरुपति बालाजी मंदिर श्राइन बोर्ड की तर्ज पर चारधाम श्राइन बोर्ड के गठन को हरी झंडी मिलते ही इस प्रस्ताव का विरोध भी शुरू हो गया है। इसकी जानकारी मिलते ही गुरुवार को देवभूमि तीर्थ पुरोहित के सदस्यों ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। उन्होंने आगे इस कार्रवाई के विरोध की रणनीति का ऐलान किया। इस दौरान गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि तीर्थ पुरोहित विधानसभा का घेराव करेंगे। दो दिन में चारों धामों में आंदोलन होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर तीर्थ पुरोहितों से झूठ बोलने का आरोप भी लगाया। तीर्थ पुरोहित समाज ने इस मामले में 80 साल की व्यवस्था को बदलकर सरकार पर छल करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि राज्य विधि आयोग जब उनसे श्राइन बोर्ड कानून को लेकर सुझाव मांग रहा था, उसी बीच प्रदेश मंत्रिमंडल ने इसके गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी, यह छल की बात को साबित करता है। देवभूमि तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत के अध्यक्ष कृष्ण कांत कोटियाल ने आरोप लगाया कि सरकार ने तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारियों से सलाह मशविरा किए बगैर यह निर्णय ले लिया।
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