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देहरादून, 19 नवंबर (भाषा) अगले साल से गौरीकुंड से केदारनाथ जाने वाले 16 किलोमीटर लंबे पैदल रास्ते पर श्रद्धालुओं के लिए मसाज की सुविधा शुरु की जा रही है। रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया, ‘‘हमने अगले साल से केदारनाथ धाम को जाने वाले पैदल रास्ते पर श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान होने वाली थकान दूर करने के लिए सात मसाज सेन्टर स्थापित करने का फैसला किया है।’’ उन्होंने कहा कि मसाज कुर्सी युक्त ये केंद्र धाम की ओर ऊपर जाने वाले रास्ते पर भीमबली, लिंचोली, रूद्रा प्वाइंट और जंगलचट्टी जैसे मुख्य पड़ावों में स्थापित किये जायेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि यह निर्णय केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिये अतिरिक्त सुविधाएं शुरू करने तथा धाम के भ्रमण के उनके अनुभव को और अधिक यादगार बनाने के राज्य सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि केंद्रों की स्थापना से स्थानीय युवाओं के लिये रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। घिल्डियाल ने बताया कि इस साल 29 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने तक रिकार्ड दस लाख से ज्यादा श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिये पहुंचे थे। इसका श्रेय इस मार्ग पर बेहतर सुविधाओं को जाता हैं उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर गौरीकुंड से धाम तक खच्चरों और घोड़ों पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए हेल्मेट पहनना अनिवार्य कर दिया है। उन्होंने कहा कि यात्रा सीजन के दौरान मार्ग पर भूस्खलन के दौरान पहाड़ों से गिरने वाले बोल्डरों से सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाया जा रहा है।
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