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हरिद्वार क्या कोई मां अपने ही जिगर के टुकड़े को नदी में डुबोकर मार सकती है? आखिर छह महीने के अपने बच्चे की जान लेने से पहले क्यों एक मां की ममता नहीं पसीजी? हरिद्वार के कनखल थाना इलाके में एक अजीबोगरीब घटना सामने आने से लोग हैरत में हैं। यहां एक महिला ने अपने छह महीने के बच्चे के घर से गायब होने की सूचना पुलिस को दी। इस पर जब पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि 22 साल की महिला ने ही अपने छह महीने के शिशु की हत्या करके शव को गंगा में बहा दिया था। अंधेरे में रखने के लिए उसने खुद ही पुलिस थाने में बच्चे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 'हाथ-पांव में दर्द से नहीं पिला पा रही थी दूध' पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो पूरी वारदात का खुलासा हुआ। पूछताछ के दौरान महिला ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। कनखल निवासी संगीता नाम की इस महिला ने पुलिस को बताया कि उसके हाथ-पांव में दर्द रहता था और वह बच्चे को दूध नहीं पिला पा रही थी। इसी के चलते बच्चे से छुटकारा पाने के लिए उसने यह खौफनाक कदम उठाया। आरोपी महिला की एक बेटी पहले से ही है। गंगा में डुबोकर मारा, फिर बहा दिया पुलिस की पूछताछ में महिला ने बताया कि बच्चे से छुटकारा पाने के लिए वह बच्चे को एक काले बैग में लेकर गंगा किनारे पहुंची और बच्चे को पहले नदी में डुबोया। जब मासूम की सांसें थम गईं तो उसने बच्चे को गंगा में बहा दिया। जिस बैग में वह बच्चे को लेकर गई थी, उसे लेकर वापस अपने घर लौट आई। इसके बाद आरोपी संगीता ने पुलिस में बच्चे के अपहरण की रिपोर्ट लिखा दी। सीसीटीवी से महिला का झूठ हुआ बेनकाब पुलिस ने एक जांच टीम गठित कर इलाके के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला, जिससे पुलिस को यह पता चला कि एक महिला काले बैग में कुछ भारी सामान लेकर गंगा की तरफ जा रही है। इसी क्लू के आधार पर पुलिस ने महिला की झूठी कहानी को बेनकाब कर दिया। पूछताछ में संगीता टूट गई और उसने पूरा सच उगल दिया। पुलिस ने आरोपी संगीता के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया है।
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