![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/70602425/photo-70602425.jpg)
देहरादून उत्तराखंड के टिहरी और चमोली जिले में बीती देर रात बादल फटने से तबाही मच गई। भिलंगना ब्लॉक में पट्टी नैलचामी में मां-बेटे की मलबे में दबने से मौत हो गई तो चमोली में मां-बेटी लापता बताई जा रही हैं। बादल फटने की घटना से कई पुलिया भी बहने की सूचना है। टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक में पट्टी नैलचामी में थार्ती गांव में एक मकान के पीछे मलवा आने से घर पूरी तरह से मलबे में दब गया है। इसमें मां मकानी देवी (34) और उसका बेटा सुरजीत (5 ) मलबे में दब गए और उनकी मौत हो गई। मकानी देवी की बेटियां सपना और ईशा घायल हैं। वहीं मकानी देवी के ससुर शंकर सिंह और सास बच्चन देई भी मलबे में दबने से घायल हैं। मकानी देवी की बेटी सपना को ज्यादा घायल होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि सास और ससुर को पिलखी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो कमरों का मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। घायलों को पैदल लेकर पहुंचे अस्पताल ग्रामीणों ने ही रात को अपने प्रयासों से घायलों को मलबे से निकाला। गांव जाने वाली सड़क भी बंद है, जिससे घायलों को ग्रामीण पैदल ही लेकर अस्पताल पहुंचे। पट्टी नैलचामी के ठेला गांव के ऊपर भी बादल फटने से ग्रामीणों की सैकड़ों नाली कृषि भूमि साथ ही जखनियाली गांव के श्रीयाल गांव तोक में जाने वाला पैदल पुल भी ध्वस्त हो गया है। इससे ग्रामीणों का संपर्क पूरी तरह से कटा हुआ है। कई मकान बहे, दो लापता चमोली जिले के चौकी देवाल ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम उलनगरा, तलोर, पदमल्ला, बामन बेरा, फलदिया गांव में देर रात गांव के पीछे जंगल में बादल फटने से गांवों में भारी मलबा आ गया। इससे फल्दिया गांव के बीचों बीच बहने वाला गदेरा (बरसाती नाला) उफान में आने से गांव के पुष्पा देवी (29) और बेटी ज्योति (5 ) लापता हैं। गांव के 12 मकान क्षतिग्रस्त हुए है। छह गाय और एक भैंस के मलबे में दबने की भी सूचना है।पुलिस प्रशासन एसडीआरएफ मौके पर पहुंच गई है। लोगों को आवश्यक सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। गांव के 12 परिवारों को प्राइमरी एवं जूनियर हाईस्कूल में रखा गया है। भूस्खलन के बाद कई रास्ते बंद रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि में भारी बारिश के लोगों के घरों में पानी और मलबा घुस गया। उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री हाइवे चुंगी बड़ेथी के पास बंद है। वैकल्पिक मार्ग से यातायात सुचारु रखा गया है। यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट व ओरछा बैंड के पास भूस्खलन होने से बंद है, जबकि उत्तरकाशी लंबगांव घनसाली मार्ग धौंतरी कोडार के बीच भूस्खलन होने से बंद है। रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि क्षेत्र के आसपास भी रात हुई बारिश से भारी नुकसान हुआ। विजयनगर के गदेरे का पानी और मलबा दुकानों में घुस गया। सिल्ली में मंदाकिनी नदी के पार चाका में तीन आवासीय मकान व दो गौशाला ध्वस्त हुई। स्थानीय लोगों की सजगता और सतर्कता से किसी जान माल का नुकसान नहीं हुआ। गौशाला में विशलमणि भट्ट की एक भैंस दब गई वहीं एक गाय को सुरक्षित बचाया गया। चाका में 77 वर्षीय सेवानिवृत्त पटवारी चिंतामणि नौटियाल ने बताया कि अर्धरात्रि को जब भारी बारिश हो रही थी तो अचानक से घर के पीछे से जोर की गड़गड़ाहट के साथ भारी मात्रा में मलबा आया जब तक वो कुछ समझ पाते तब तक उनके घर का एक हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया।इसके साथ ही उनके नीचे श्री विशलमणि भट्ट के आवासीय मकान का एक हिस्सा भी पूरी तरह ध्वस्त हो गया साथ ही पड़ोस का एक और आवासीय घर भी इसकी चपेट में आ गया।आवासीय घरों के अतिरिक्त दो गौशाला भी इसके चपेट में आ गई।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/2Kp8uiJ
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें