नरेंद मिश्र, बलिया: बलिया के बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह हमेशा से सुर्खियों में रहे हैं। वहीं, उनका टिकट काटकर बीजेपी ने बलिया सदर विधायक एवं संसदीय कार्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल को बैरिया से प्रत्याशी बनाया है। जिस पर विधायक सुरेंद्र सिंह ने मंगलवार को बैरिया में एक बार नहीं दो बार कहा कि बलिया का रिजेक्टेड और द्वाबा में सेलेक्टेड। जरा गौर से सुनिए। कहा कि ये खपड़िया बाबा और सुदिष्ट बाबा की धरती है मेरे पूज्य लोगों। सुदिष्ट बाबा को आरती दिखाने वाला यहां सुरेंद्र सिंह ही नेता रहेगा। दूसरे किसी के बस की बात नही है। गलती से विधानसभा की जगह लोकसभा बोलते हुए सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मेरा पुरुषार्थ को जनता ने चाहा तो बलिया की पांचों लोकसभा सीट भाजपा को हारना है और इसको हराने में मैं हर कोशिश करूंगा। बैरिया क्षेत्र से भाजपा (BJP) विधायक सुरेन्द्र सिंह () ने अपना टिकट कटने के बाद मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इतना ही नही बलिया सदर से दयाशंकर सिंह को टिकट मिलने पर कि क्या दयाशंकर को प्यार देंगे के सवाल पर विधायक ने कहा कि युद्ध में यार ,प्यार , कैसा, युद्ध में लड़ाई होती है और कुटाई होती है। कुटाई से विजयी प्राप्त होता है। (दया शंकर को ) बचपन में गोद में खेलाया है पर कहा कि क्या कहते हैं वो छोड़िए, पारिवारिक संबंध अलग बात है। जहां युद्ध भूमि है वहां कोई ढिलाई नहीं। किसी प्रकार की कोई सुस्ती नहीं होगी, चुस्ती के साथ तुरंत विरोधियों को पस्त करूंगा। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि यहां की लड़ाई पार्टी की नही है न। यहां की लड़ाई तो सांसद वीरेंद्र सिंह 'मस्त' बनाम सुरेंद्र सिंह के चरित्र का है और देखता हूं कि (सांसद बलिया को कहा चोर ) चोर जितवा अपनी पार्टी को लेता है या कि मैं स्वयं जीतता हूं। एक सवाल पर फिर कहा कि मैं कुछ नहीं कह सकता हूं। मोदी लहर में 2017 चुनाव के दौरान जिले सात विधानसभा में पांच पर बीजेपी की जीत हुई थी। तथा एक बांसडीह से नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद सपा से और रसड़ा से बीएसपी के उमाशंकर सिंह का कब्जा हुआ था। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) का ऐलान चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को किया। 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में वोट पड़ेंगे। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे (UP Election results) आएंगे। यूपी में सात चरणों (Seven Phase) के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान (Voting) होगा। 10 फरवरी को पहले चरण (First Phase) में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर, दूसरा चरण (Second Phase) 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण (Third Phase) में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण (Fourth Phase) में मतदान 23 फरवरी को लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों पर होगा। पांचवे चरण (Fifth Phase) में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें (Seventh Phase) और अंतिम चरण (Last Phase) का मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर किया जाएगा। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है। 17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। उस चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा (Uttar Pradesh Vidhansabha) में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती (Mayawati) की बीएसपी (Bahujan Samaj Party) 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bharatiya Janata Party) के बीच माना जा रहा है। भाजपा योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/T7luRCU
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें