![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/89639658/photo-89639658.jpg)
हाल में रावत ने कहा था कि वह या तो मुख्यमंत्री बन सकते हैं या घर पर बैठ सकते हैं और इसके अलावा उनके पास कोई तीसरा विकल्प नहीं है ।
गौरतलब है कि प्रदेश में 14 फरवरी को मतदान हुआ था जबकि मतों की गिनती 10 मार्च को होगी ।
प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा, 'शहर बसा नहीं और कांग्रेस नेता ख़याली पुलाव खाने को तैयार हो गए हैं ।'
उन्होंने कहा कि रावत तो अपनी पार्टी को चेतावनी तक दे चुके हैं कि मुख्यमंत्री न बनने पर वह जनता के बीच न रहकर घर बैठेंगे । उन्होंने कहा,' साफ है कि जन सरोकारों की बात कहने वाले हरीश रावत भी कुर्सी की ही लड़ाई लड़ रहे हैं ।'
चौहान ने कहा कि सत्ता लोलुप कांग्रेस की हालत यह है कि अभी जनादेश ईवीएम में है और पार्टी में मुख्यमंत्री की कुर्सी की लडाई शुरू हो गई है ।
रावत उत्तराखंड में कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष थे लेकिन चुनाव से पहले अपने कुनबे में फूट से बचने के लिए पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया ।
हालांकि, उनकी मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा किसी से छिपी नहीं है और वह गाहे—बगाहे इसे बताते भी रहे हैं । हाल में एक टेलीविजन चैनल से बातचीत में रावन ने कहा था कि वह 'या तो मुख्यमंत्री बन सकते हैं या घर पर बैठ सकते हैं । उन्होंने कहा था कि इसके अलावा उनके पास अन्य कोई विकल्प नहीं है ।
रावत के बयान पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर निवर्तमान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रीतम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री पद की पसंद पार्टी आलाकमान का विशेषाधिकार है और उनका निर्णय सभी को स्वीकार्य होगा ।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/oKgrpZ7
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें