शुक्रवार, 2 अप्रैल 2021

Chardham Yatra guidelines: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियां शुरू, जारी हुईं गाइडलाइंस...लेकिन कारोबारियों को सता रहा यह डर

महेश पांडेय, देहरादूनउत्तराखंड के चारधाम और हेमकुंट साहिब के कपाट खुलने की तिथि तय होने के बाद यात्रा की तैयारियों के लिए मुख्यमंत्री ने 30 अप्रैल की तारीख तय की है। अब इन यात्राओं की तैयारियां तेज हो गई हैं। 10 मई को हेमकुंट साहिब, 14 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम, 17 मई को केदारनाथ धाम और 18 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। इस साल यात्रा के लिए क्षेत्र के अधिकांश होटलों में 70 फीसदी तक बुकिंग हो गई है। एडवांस बुकिंग आने से कारोबारी उत्साहित थे, लेकिन 12 राज्यों के यात्रियों को कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के साथ यात्रा करने के सरकार के हालिया फैसले से उनकी मुस्कान छिन गई है। आदेश के आते ही नैनीताल की 30 प्रतिशत बुकिंग पहले दिन ही निरस्त होने से इसका असर साफ दिखने लगा है। अब चारधाम यात्रा मार्ग के कारोबारियों को भी यह डर सता रहा है कि कहीं उनकी बुकिंग भी निरस्त न हो जाए। ऐंबुलेंस और स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर यात्रा मार्गों एवं धामों में स्वास्थ्य सुविधाओं के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने हैली ऐंबुलेंस सेवा एवं 108 एंबुलेंस की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। ईसीजी एवं कार्डियोलॉजिस्ट की समय पर तैनाती समेत ऑक्सिजन, आईसीयू एवं वेंटिलेटर की भी पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा गया है। यात्रा के दौरान गाड़ियों एवं यात्रा मार्गों पर होटल में रेट लिस्ट लगाने ओवर रेटिंग करने वालों पर सख्त कारवाई करने के भी निर्देश सीएम ने दिए। घोड़ा-खच्चरों का पंजीकरण शुरू मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद केदारनाथ यात्रा के लिए पशुपालन विभाग व जिला पंचायत ने संयुक्त रूप से घोड़ा-खच्चरों का पंजीकरण शुरू कर दिया है। 22 अप्रैल तक जिले में कई जगहों पर शिविर लगाकर घोड़ा-खच्चर, पशु स्वामी और हॉकर का पंजीकरण किए जाने की योजना दोनों विभागों ने बनाई है। फोटोमैट्रिक पंजीकरण की तैयारी दूसरी तरफ, इस बार चारधाम आने वाले यात्रियों का फोटोमैट्रिक पंजीकरण करने की भी तैयारी है, जिससे पर्यटन विभाग के पास प्रत्येक तीर्थयात्री का फोटो के साथ पूरा रिकॉर्ड रहे। आपातकालीन स्थिति में लोगों की पहचान हो सके। फोटोमैट्रिक प्रणाली से ऑफलाइन और ऑनलाइन पंजीकरण उत्तराखंड के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के अनुसार, फोटोमैट्रिक प्रणाली से पंजीकरण ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से किया जा सकेगा। कोविड महामारी के कारण पिछले साल चारधाम यात्रा पर बहुत कम यात्री पहुंचे थे। इस बार भी कोरोना के बढ़ते मामलों और सरकार के फैसले ने कारोबारियों की चिंता बढ़ा दी है।


from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/3cJGPqU

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें