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चमोली/देहरादून उत्तराखंड में एक बार फिर से प्राकृतिक आपदा की मार पड़ी है। चमोली जिले के नीती घाटी के सुमना में बर्फबारी के बाद ग्लेशियर टूटने (Glacier Burst) की घटना हुई है। भारतीय सेना की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक 291 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। भारतीय सेना के सेंट्रल कमांड ने जानकारी देते हुए बताया कि बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) का एक कैंप बर्फीले तूफान की चपेट में आ गया था। अभी तक 291 लोगों को बचाया जा चुका है। चीन की सीमा से सटे जोशीमठ सेक्टर के सुमना इलाके में यह घटना हुई है। चमोली में भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क पर स्थित सुमना-2 के पास भारी बर्फबारी के कारण ग्लेशियर टूटा है। बीते कुछ रोज से पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते भारत-चीन सीमा पर सटे इनर लाइन पर स्थित सुमना-2 के पास भारी बर्फबारी के चलते यह हादसा हुआ है। सीएम तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार रात इस संबंध में अलर्ट जारी किए जाने की जानकारी दी। भारी बर्फबारी की वजह से रेस्क्यू टीम को मदद करने में देरी हो रही है। NTPC सहित अन्य परियोजनाओं में रात के समय काम रोकने के आदेश दे दिए हैं। फरवरी में भी चमोली में ग्लेशियर फटने की वजह से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई थी। 54 शव बरामद किए गए थे और सैकड़ों की संख्या में लोग लापता हो गए।
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