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ऋषिकेश, 23 अप्रैल (भाषा) उत्तराखंड के ऋषिकेश में लॉकडाउन के कारण फंसे तीन विदेशी और एक अप्रवासी भारतीय ने इस मौके का उपयोग गरीब मजदूरों को भोजन देने और उनकी सेवा करने में कर रहे हैं। नगर निगम ऋषिकेश के आयुक्त नरेंद्र सिंह क्विंरियाल ने बताया कि अलग अलग देशों के तीन नागरिक और एक एनआरआई लॉकडाउन में अपने गंतव्य पर नहीं जा सके तो उन्होंने ऋषिकेश की मलिन बस्ती में रह रहे गरीब मजदूरों को भोजन देने और उनकी सेवा करने का संकल्प ले लिया। क्विंरियाल ने बताया कि पहले दिन तो एनआरआई वरुण जुनेजा ने 300 पैकेट पका खाना बांटने को निगम को दिए। जुनेजा यहां योग सीखने आए थे वहीं इंग्लैंड के हेनरी, नीदरलैंड के रिलिंडे और जर्मनी की ईवा भी यहां आए हुए थे। इन चारों ने संकल्प लिया कि लॉकडाउन में उनके आसपास कोई भूखा नहीं रहना चाहिए। इसके बाद इन चारों विदेशियों ने निजी खर्च से रोजाना 300 खाद्यान्न किट नगर निगम ऋषिकेश को देना शुरू कर दिया जिसमें पांच किलो आटा, तीन किलो चावल , मलका व अरहर की एक-एक किलो दाल, मसाले, नमक आदि सामग्री होती है। क्विंरियाल ने कहा कि ये लोग ऋषिकेश योग व आध्यात्मिक ज्ञान के लिए आए थे लेकिन अब उन्होंने जन सेवा को अपने जीवन के अध्यात्म का लक्ष्य बना लिया है।
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