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इंग्लैंड के की तर्ज पर ब्रिटिश हूकूमत के दौरान निर्मित को 122 साल पूरे हो गए हैं। इस ऐतिहासिक राजभवन की नींव 27 अप्रैल 1897 में रखी गई थी। चर्चित गौथिक शैली में बने इस राजभवन का आकार अंग्रेजी के E शब्द की तरह है। इसके निर्माण में एंटोनी पैट्रिक मेक्डोनाल्ड की खास भूमिका रही। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल का डिजाइन बनाने वाले चर्चित डिजाइनर फेडरिक विलियम स्टीवन ने ही इस राजभवन का डिजायन भी तैयार किया था।आज भी यह माना जाता है कि इस राजभवन के सम्मुख खड़े होने से इंग्लैंड के बकिंघम पैलेस के सामने खड़े होने का सा अनुभव होता है। लगभग 220 एकड़ क्षेत्रफल के भूभाग वाले इस राजभवन का 160 एकड़ क्षेत्र जंगल का है। इस राजभवन में 75 एकड़ में गोल्फ मैदान भी बने हैं। नैनीताल जन्मोत्सव समिति करती है आयोजन नैनीताल जन्मोत्सव समिति की ओर से हर वर्ष 27 अप्रैल को नैनीताल में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। आयोजक दीपक सिंह बिष्ट समेत अन्य सामाजिक कार्यकर्ता इसमें विशेष भूमिका पर रहते हैं। लेकिन इस वर्ष लॉकडाउन के चलते यहां कार्यक्रम नहीं किए जा सकेंगे। हालांकि सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए सामान्य आयोजन हो सकता है। इमारत के अंदर बना था पहला गुरुद्वारा साल 1900 में यह राजभवन बनकर तैयार हुआ था । यूपी सरकार ने साल 1994 में इस राजभवन को पर्यटकों के लिए भी खोल था। स्थानीय पत्थर तथा इंग्लैंड से लाये शीशे और टाइल का प्रयोग कर एशलर फिनशिंग ने इस इमारत को ऐसा यादगार रूप दे डाला कि यह यादगार इमारत बन गई। इस इमारत के भीतर नैनीताल का पहला गुरुद्वारा भी निर्मित हुआ था।
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