यहां देश के 30 वें हुनर हाट को संबोधित करते हुए नकवी ने कहा कि 'स्वदेशी स्वालंबन' और 'वोकल फॉर लोकल' के अभियान को मजबूती देने के साथ ही हुनर हाट स्वदेशी दस्तकारों, और शिल्पकारों को रोजगार देने और उनके शानदार हस्तनिर्मित उत्पादों को बाजार मुहैया कराने का भी मंच बन गया है ।
उन्होंने बताया कि देशभर में हुनर हाट मेलों का आयोजन किया जा रहा है और इसके माध्यम से अभी तक लगभग छह लाख शिल्पकारों एवं कारीगरों को रोजगार के अवसर मिले हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देहरादून में आयोजित हुनर हाट मेला 10 दिनों तक चलेगा जिसमें देश के अलग-अलग हिस्सों की हस्तशिल्प कलाओं को देखने का मौका मिलेगा ।
देश के 30 से ज्यादा राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के करीब 500 कलाकार और शिल्पकार लकडी, पीतल, शीशे, कपडे, कागज और मिट्टी के बने अपने स्वदेशी उत्पादों को लेकर यहां हुनर हाट में आए हैं ।
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं केन्द्रीय मंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को भी सम्मानित किया ।
धामी ने कहा कि देश में कुशल कलाकारों और शिल्पकारों की कोई कमी नहीं है और वे अपनी कला और शिल्प के लिए एक बाजार ढूंढ रहे थे जो उन्हें हुनर हाट से मिल गया है ।
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