उन्होंने जिले में बारिश से संबंधित घटनाओं में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए भी प्रार्थना की और उनके परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
उत्तराखंड में 17-19 अक्टूबर के बीच हुई मूसलाधार बारिश में चंपावत जिले में 11 लोगों की मौत हुई है। नैनीताल में कुमाऊं क्षेत्र में सबसे ज्यादा 35 लोगों की मौत हुई है।
धामी ने अधिकारियों से मृतकों के परिजनों को मुआवजे के भुगतान में तेजी लाने और प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव अभियान तेज करने को कहा। उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रीतम सिंह ने भी कुमाऊं के बारिश से प्रभावित इलाकों का दौरा किया और इस आपदा से निपटने के वास्ते अतिशीघ्र कदम नहीं उठाने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की।
कांग्रेस नेता ने नैनीताल क्लब में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मौसम विभाग द्वारा पहले ही ‘रेड अलर्ट’ जारी करने के बावजूद, राज्य सरकार ने आपदा से निपटने के लिए तेजी से कदम नहीं उठाये।’’
सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राज्य सरकार पर तीन दिनों की लगातार बारिश में मृतकों और क्षतिग्रस्त मकानों की वास्तविक संख्या छिपाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहत पैकेज की घोषणा न करके राज्य के लोगों को निराश किया है। उन्होंने मांग की कि राहत पैकेज की तुरंत घोषणा की जाए।
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