एमएस नवाज, हरिद्वार ऋषिकेश के 83 साल के संत स्वामी शंकर दास ने जब अयोध्या में बनने वाले रुपये दान किए तो सभी दंग रह गए। वह पिछले 60 वर्षों से गुफा में रह रहे हैं। स्वामी शंकर दास ने बताया कि उनके गुरु टाट वाले बाबा की गुफा में मिलने वाले श्रद्धालुओं के अनुदान से उन्होंने यह रकम जुटाई है। बुधवार को ऋषिकेश के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मेन ब्रांच के कर्मचारी उस समय हैरान रह गए जब शंकर दास एक करोड़ का चेक लेकर पहुंचे। जब उन्होंने उनका अकाउंट चेक किया तो इस बात की पुष्टि हो गई कि उनका चेक सही है। इसके बाद आरएसएस के पदाधिकारी बुलाए गए ताकि प्रक्रिया पूरी हो सके। पहुंचे आरएसएस के पदाधिकारी ऋषिकेश के आरएसएस प्रमुख सुदामा सिंघल ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'जैसे ही हमें सूचना मिली हम फौरन बैंक पहुंचे। स्वामी सीधे पैसा दान नहीं कर सकते इसलिए यह चेक हमें दिया गया और हमने उन्हें रसीद दे दी। अब बैंक मैनेजर ट्रस्ट के अकाउंट में चेक जमा कर देगा।' स्वामी शंकर दास का कहना था कि वह गुप्त दान करना चाहते थे लेकिन दान की राशि जाहिर करने पर यह सोच कर सहमत हुए कि इससे मंदिर निर्माण के लिए औरों को प्रेरणा मिलेगी। स्वामी शंकर दास को स्थानीय लोग फक्कड़ बाबा कहते हैं, इन्हीं के दान-दक्षिणा से उनका जीवन चलता है।
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