बुधवार, 2 सितंबर 2020

गंगा में प्रवाहित की गई प्रणब मुखर्जी की अस्थियां, बेटे ने लिखा- अलविदा बाबा

हरिद्वार पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न के निधन के बाद बुधवार को उनकी अस्थियां पूरे विधि-विधान के साथ हरिद्वार में विसर्जित कर दी गईं। इससे पहले प्रणब मुखर्जी का अंतिम संस्कार दिल्ली में किया गया था। अंतिम संस्कार के बाद हरिद्वार में प्रणब के बेटे ने परिवार के साथ अस्थि विसर्जन की विधि संपन्न की। अभिजीत ने इसके साथ ही ट्विटर पर एक संदेश भी पोस्ट किया। अस्थि विसर्जन की प्रक्रिया को पूरा करने के बाद अभिजीत ने अपने ट्वीट में लिखा, 'देश के लोगों की सेवा करने के बाद मेरे पिता प्रणब मुखर्जी उसी प्रकृति के पास लौट गए, जहां से वह यहां पर आए थे। अलविदा बाबा।' पिता कहते थे हरिद्वार में होना चाहिए अस्थि विसर्जन: अभिजीत प्रणब मुखर्जी की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने के बाद मीडिया से बात करते हुए अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि उनके बाबा (प्रणब मुखर्जी) ऐसा कहते थे कि अस्थियों का विसर्जन हरिद्वार में होना चाहिए। इस बात का ध्यान रखते हुए ही उन्होंने हरिद्वार में अस्थि विसर्जन कराया। पत्नी की अस्थियां भी हरिद्वार में प्रवाहित कराई इससे पहले साल 2015 में प्रणब मुखर्जी की पत्नी के निधन के बाद उनकी अस्थियां भी हरिद्वार में प्रवाहित की गई थीं। 18 अगस्त 2015 को प्रणब मुखर्जी की पत्नी के निधन के बाद हरिद्वार में उनका अस्थि विसर्जन किया गया था।


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