शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

हरिद्वार: शहर का एक ऐसा व्यापार जो लॉकडाउन खुलने के बावजूद है 'लॉक'

करन खुराना, कोरोना महामारी के बाद पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया, उसके बाद अनलॉक भी कर दिया गया। लेकिन हरिद्वार में एक ऐसा है जो अभी तक अनलॉक नहीं हुआ। हरिद्वार शहर में कम्बल और शॉल की दुकानें पूरी तरह से यात्रियों पर निर्भर हैं। हर साल भारी संख्या में गुजराती और बंगाली यात्री हरिद्वार पहुंच कर भारी तादाद में कम्बल और शॉल की खरीदारी करते हैं। यह एक ऐसा व्यापार है जिसमें लोकल लोगों की कोई खरीददारी नहीं होती। हरिद्वार शहर में रेलवे स्टेशन से हरकी पौड़ी तक तकरीबन 200 से 250 दुकानें है जो कम्बल और शॉल की हैं। इन दुकानों पर भारी मात्रा में खरीदारी होती है। हर साल बढ़िया सीजन आता है जिसमें करोड़ों रुपये की खरीददारी होती है, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से न तो गुजराती यात्री आ रहे हैं न ही बंगाली यात्री आ रहा है। इस वजह से पिछले चार महीने से कम्बल शॉल दुकानदारों ने अपनी दुकानें नहीं खोली हैं। गुप्ता कम्बल शॉल दुकान स्वामी पुनीत गुप्ता ने बताया कि मई से लेकर सितंबर तक चार धाम यात्रा के दौरान गुजराती और बंगाली यात्री आते हैं और भारी तादाद में कम्बल, स्वेटर और शॉल लेकर जाते हैं लेकिन कोरोना महामारी की वजह से कोई नहीं आ रहा जिस वजह से हमने भी दुकान नहीं खोली।


from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/35OtkTR

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें