नैनीताल उत्तराखंड हाईकोर्ट ने यूपी के विधायक को बद्रीनाथ तक पास जारी करने के मामले में देहरादून, पौड़ी, चमोली और रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी को नोटिस जारी कर तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है। इसके अलावा कोर्ट ने अमनमणि के 10 साथियों को भी नोटिस जारी किया है। मामले की सुनवाई के लिए 3 सप्ताह बाद की तिथि नियत की गई है। सुनवाई मुख्य न्यायधीश रमेश रंगनाथन और न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ में हुई। देहरादून के रहने वाले उमेश कुमार ने जनहित याचिका दायर कर कहा है कि यूपी के विधायक अमन मणि त्रिपाठी और उसके साथियों द्वारा के स्वर्गीय पिता के लिए पितृकर्म करने के नाम पर उत्तराखण्ड सरकार से बद्रीनाथ तक दो मई से सात मई के लिए लॉकडाउन पास जारी कराया था । यात्रा के दौरान कर्णप्रयाग में पुलिस ने उनको आगे नहीं जाने दिया। याचिकाकर्ता का कहना है कि भारत सरकार द्वारा 24 मार्च को पूर्ण लॉकडाउन घोषित किया गया था। अमनमणि और उसके साथियों ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया है। याचिकाकर्ता का कहना है भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को दरकिनार कर पास किस आधार पर और किसने जारी किया उसकी जांच सीबीआई से कराई जाए। पास जारी करने के खिलाफ याचिका उत्तराखंड हाईकोर्ट ने विधायक अमनमणि त्रिपाठी सहित अन्य नौ लोगो को लॉकडाउन के दौरान उत्तराखण्ड सरकार द्वारा बद्रीनाथ और केदारनाथ जाने के लिए जारी किए गए स्पेशल पास के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की। सुनवाई के बाद कोर्ट ने डीएम देहरादून, जिला अधिकारी रुद्रप्रयाग,जिला अधिकारी चमोली, जिला अधिकारी पौड़ी , यूपी के विधायक अमनमणि त्रिपाठी और उसके साथी जय प्रकाश, माया शंकर, मनीष कुमार, संजय कुमार, रितेश यादव, ओम प्रकाश यादव, अजय यादव श्रीप्रकाश पासवान और विनय कुमार को नोटिस जारी कर तीन सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है। 'किन परिस्थितियों में जारी किया पास' याचिकाकर्ता ने इनके अलावा डीजीपी, प्रिंसिपल सेकेट्री, सीबीआई और सचिव ओम प्रकाश को भी पक्षकार बनाया है। खण्डपीठ ने सरकार से पूछा है कि आखिर किन परिस्तिथियों में इनको स्पेशल पास जारी किया जबकि भारत सरकार की तरफ से राज्यों को लॉकडाउन का पूर्ण पालन करने को कहा गया था। याचिकाकर्ता उमेश शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड शासन में अपर सचिव के पद पर तैनात ओम प्रकाश की तरफ से विधायक अमनमणि त्रिपाठी सहित अन्य 10 लोगों को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के पितृ कर्म हेतु बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम जाने के लिए विशेष पास जारी कर जाने की अनुमति प्रदान की थी। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और उन्हें रुद्रप्रयाग में पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया। याचिकर्ता ने यह भी कहा कि इस वक्त देश मे लॉकडाउन चल रहा है और केंद्र सरकार ने सभी राज्यो को सख्ती से पालन कराने का आदेश भी दिया है। इसके बावजूद उत्तराखंड सरकार की तरफ से इनको पास जारी करना गलत है। लिहाजा सरकार ने डिजास्टर मैनेजमेंट ऐक्ट का उल्लंघन किया है। इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए।
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