उत्तरकाशी उत्तरकाशी के एक गांव का एक व्यक्ति 45 साल लापता रहने के बाद रविवार दोपहर अचानक अपने गांव लौट आया। अब उसकी उम्र 84 साल है। भावनात्मक लगाव न होने के कारण परिवार के लोग वृद्ध को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। लेकिन, उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज जेष्ठवाड़ी में पंचायत क्वारंटाइन करवा दिया है। हालांकि, बुजुर्ग के रहने-खाने की व्यवस्था परिवार के लोग फिलहाल कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि क्वारंटाइन की अवधि पूरी होने के बाद वह घर के पास ही बुजुर्ग के स्थायी रूप से ठहरने और खाने की व्यवस्था भी कर देंगे। दरअसल, सूरत सिंह चौहान ने 1975 में कुछ समय के लिए घर छोड़ दिया था और हिमाचल प्रदेश के सोलन में एक सेब के बाग में काम किया था। परिजनों के चेहरे पर खुशी नहींलॉकडाउन के चलते गुरुद्वारा बंद होने पर वह हिमाचल प्रदेश पहुंच गया। वहां से प्रशासन ने उसे उत्तरकाशी भेजने की व्यवस्था की। प्रशासन की टीम ने बुजुर्ग सूरत सिंह चौहान को पंचायत क्वारंटाइन के लिए राजकीय इंटर कॉलेज जेष्टवाड़ी पहुंचाया। वहां गांव के ही दस अन्य लोग भी रह रहे हैं। चौहान शनिवार को अपने पैतृक गांव लौट आए, लेकिन उनके परिवार ने उनके लौटने पर खुशी नहीं जताई है। उनके परिवार में उनकी 68 वर्षीय पत्नी और दो बेटे शामिल हैं।
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