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यहां सहस्रधारा हैलीपैड के निकट एमडीडीए पार्क में वृक्षारोपण करने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हरेला संपन्नता, हरियाली और परंपरा का प्रतीक है, जिसका संरक्षण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण केवल सरकारी कार्यक्रम तक ही सीमित नहीं रहे बल्कि इसे जन-जन का कार्यक्रम बनाया जाए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के साथ ही वृक्षों के संरक्षण पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जनता से आग्रह किया कि मुलाकात के दौरान वे गुलदस्ते की जगह एक पौधा भेंट करें।
उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों द्वारा प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए अनेक सराहनीय प्रयास किए गए और हमारी भावी पीढ़ी को हरा भरा उत्तराखंड मिले, इस दिशा में हमें लगातार प्रयास करने होंगे। जल स्रोतों के सूखने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जल स्रोतों के पुनर्जीवन की दिशा में प्रयास करने होंगे।
वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि सरकार द्वारा विकास के साथ पर्यावरण संतुलन के प्रयास किए जा रहे हैं।
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