राजमार्ग पर विश्रामघाट में भूस्खलन के मलबे के कारण यातायात अवरूद्ध होने से फंसे इन लोगों के लिए चंपावत जिला प्रशासन ने जिला मुख्यालय में ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था की है जबकि मलबे को साफ कर मार्ग खोलने का कार्य जारी है।
चंपावत के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मनोज पांडे ने बताया कि लगातार बारिश के कारण मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर आठ स्थानों पर पहाड़ों से हुए भूस्खलन के चलते यातायात बंद हो गया था जिनमें से सात स्थानों पर शाम तक वाहनों का आवागमन सुचारू कर दिया गया।
हालांकि, उन्होंने बताया कि अथक प्रयासों के बावजूद विश्रामघाट में आए भारी मलबे को मंगलवार देर रात एक बजे तक नहीं हटाया जा सका।
उन्होंने बताया कि इस बीच, फंसे यात्रियों को रोडवेज की बसों से देवीधुरा होते हुए हल्द्वानी भेजा जा रहा है।
पांडे ने बताया कि सुबह होते ही मार्ग को खोलने का कार्य फिर शुरू कर दिया गया। मौके पर पांच जेसीबी, एक पोकलैंड और एक लोडर की सहायता से मलबा साफ करने का काम चल रहा है।
उन्होंने बताया कि बाराकोट तहसील के रोनीगाड में बारिश के दौरान एक महिला पानी में बह गयी जिसकी खोज के लिए तलाश एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/3zpqzE5
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें