गुरुवार, 26 नवंबर 2020

हरिद्वार: कार्तिक पूर्णिमा पर हर की पौड़ी समेत दूसरे घाटों पर डुबकी नहीं लगा सकेंगे श्रद्धालु, जानें कारण

पुलकित शुक्ला, हरिद्वार धर्मनगरी हरिद्वार में 30 नवंबर को होने वाले स्नान को प्रशासन ने स्थगित कर दिया है। कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर श्रद्धालु इस साल हर की पौड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर डुबकी नहीं लगा पाएंगे। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। 30 नवंबर को पड़ने वाली कार्तिक पूर्णिमा पर हर साल दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब आदि राज्यों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर की पौड़ी पर करने के लिए पहुंचते हैं। इस समय त्योहारी सीजन समाप्त होने के बाद कोरोना के मामलों में एक बार फिर इजाफा हो रहा है। इस बार भी कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियातन गंगा स्नान पर रोक लगा दी है। सोमवती अमावस्या पर भी लगी थी रोक हरिद्वार जिला प्रशासन ने इससे पहले कोरोना काल में ही सोमवती अमावस्या के गंगा स्नान पर रोक लगा दी थी। तब आदेश को प्रभावी बनाने के लिए राज्य की सीमाओं को भी सील किया गया था। हालांकि इस बार सीमाएं खुली रहेंगी लेकिन श्रद्धालुओं को हर की पौड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर जाने से रोकने के लिए गंगा घाटों पर पुलिस बल तैनात रहेगा। गंगा घाटों पर की जाएगी बैरिकेडिंग हरिद्वार के एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर भारी भीड़ की आशंका के चलते गंगा स्नान को स्थगित किया गया है। हर की पौड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर बैरिकेडिंग की जाएगी। उसके अलावा पर्याप्त पुलिस बल भी मौजूद रहेगा। जिले की सीमाओं पर भी स्नान के लिए हरिद्वार आने वाले यात्रियों को वापस लौटने के लिए अनुरोध किया जाएगा। जो भी व्यक्ति नियमों की अनदेखी करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


from Uttarakhand News in Hindi, Uttarakhand News, उत्तराखंड समाचार, उत्तराखंड खबरें| Navbharat Times https://ift.tt/39euQ3e

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें